तीनों जिले के एसपी और पुलिस पदाधिकारी की बैठक को डीआईजी ने किया संबोधित

1 जुलाई से लागू हुए नए कानून को सावधानी और सतर्कता से करें पालन, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का अधिकतर करें उपयोग, साक्ष के तरह न्यायालय में करें प्रस्तुत:- डीआईजी मनोज कुमार

नए कानून पर सावधानी बरतने का दिया निर्देश, नहीं तो होगी कार्रवाई

सहरसा:-आगामी 1 जुलाई से न्याय प्रक्रिया में काफी बदलाव हो रहा है। इस हो रहे बदलाव को लेकर पूर्व में भी कई चरणों में जहां पुलिसकर्मियों, पुलिस पदाधिकारी और वरीय पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं नए कानून के हर छोटे-बड़े नियमों से भी पुलिस कर्मियों और पुलिस पदाधिकारी को अवगत कराया गया।           इसी कड़ी में शनिवार को कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार ने तीनों जिले के एसपी और तीनों जिले में संचालित सभी थाना के थाना अध्यक्षों को तलब किया था। स्थानीय समाहरणालय स्थित ऑडिटोरियम भवन में प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीआईजी मनोज कुमार ने जहां तीनों जिले के एसपी को अपने-अपने जिले में नए कानून को अक्षरश: लागू करने का सख्त निर्देश जारी किया। वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद तीनों जिले के विभिन्न थाना अध्यक्षों को संबोधित करते हुए उन्होंने नए कानून की बारीकियां से अवगत कराया। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का अधिकतर उपयोग करने की भी सलाह दी है। उन्होंने पुलिस पदाधिकारी को संबोधित करते हुए बताया कि पूर्व में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से मिले साक्ष्य को न्यायालय नहीं मानता था। लेकिन अब न्यायालय भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से प्राप्त अपराधिक साक्ष्य को सबूत मान रही है। ऐसे में उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचने वाले पुलिस पदाधिकारी को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दिया है। जिसमें घटनास्थल का वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। वहीं पीड़ित का भी बयान को रिकॉर्ड किया जाएगा। वहीं गिरफ्तारी सामान की बारामदगी और आपराधिक साक्ष्य के लिए भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की महत्वता बढ़ा दी गई है। साथ ही तीन नए कानून जो इंप्लीमेंट हुए हैं। उन सभी कानून का भी अक्षरश: पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है।           साथ ही उन्होंने पुलिस पदाधिकारी को चेतावनी देते हुए सख्त निर्देश दिया कि नए कानून को लागू करने या कानून को समझने में परेशानी होने पर वरीय पदाधिकारी से जानकारी हासिल करेंगे। इसमें की गई कोताही को लेकर बक्सा नहीं जाएगा। कोताही बरतने वाले पुलिस पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर सहरसा एसपी हिमांशु, मधेपुरा एसपी संदीप सिंह, सुपौल एसपी शेशव कुमार के अलावे तीनों जिले में संचालित सभी थानाध्यक्ष मौजूद थे।

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