माइक्रोफाइलेरिया दर की पहचान के लिए शुरू हुआ रात्रि रक्त पट्ट संग्रह का कार्य

सासाराम:-फाइलेरिया यानी हाथीपांव उन्मूलन अभियान को लेकर चलाए जाने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान के पूर्व फाइलेरिया दर का पता लगाने को लेकर सोमवार की रात से नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत कर दी गई।          सासाराम प्रखंड के मोकर गांव स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र से इस अभियान का शुरूआत किया गया। अभियान की शुरुआत रोहतास जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ अशोक कुमार ने कहा कि फाइलेरिया एक खतरनाक बीमारी है जो एक बार हो जाए तो कभी ठीक नहीं होता है। इसलिए इसकी पहचान करके इसको जड़ से खत्म करने की अभियान में नाइट ब्लड सर्वे अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि नाइट ब्लड सर्वे के माध्यम से फाइलेरिया के परजीवी का पता लगाया जा सकता है। साथ ही वहां मौजूद लोगों से उन्होंने अपील किया कि नाइट ब्लड सर्वे के दौरान अपने ब्लड का जांच जरूर कराएं और आसपास के लोगों को भी ब्लड का जांच करवाने के लिए प्रेरित करें। फिलहाल नाइट ब्लड सर्वे ही एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए लोगों में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी की पहचान की जा सकती है।        इसलिए के सर्वे रात्रि में चलाया जाता है क्योंकि रात्रि में ही ये परजीवी सक्रिय होते हैं। वही मोकर उप स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे लोगों में रक्त जांच के लिए उत्साह देखा गया। रात्रि में भी डेढ़ सौ से अधिक लोगों का रक्त संग्रहित किया गया। साथ ही लोगों को एमडीए अभियान के बारे में भी जानकारी दी गई और बताया गया कि जांच में फाइलेरिया परजीवी मिले या ना मिले लेकिन एमडीए अभियान के दौरान दवा सेवन जरूर करें, ताकि भविष्य में इस बीमारी का होने का खतरा कम हो जाए। मौके पर सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एमओआईसी डॉक्टर आसित रंजन, बी एच एम प्रवीण कुमार, बीसीएम ममता कुमारी, लैब टेक्नीशियन दिवाकर कुमार, एएनएम सुनीता कुमारी, आशा कार्यकर्ता अनराजो देवी, सुशीला देवी के अलावा वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारियों में जयप्रकाश गौतम, मानसी भारती, गौरव कुमार, रोशन कुमार सिंह, संजीत राय, एस डब्ल्यू एफ गोपाल सिंह के अलावा मोकर पंचायत के मुखिया हरेंद्र कुमार मौजूद रहें। पहले दिन 800 से अधिक लोगों का किया गया रक्त संग्रह:-नाइट ब्लड सर्वे के प्रथम दिन रोहतास जिले कई प्रखंडों में नाइट ब्लड सर्वे के दौरान रक्त संग्रहित किए गए। जिले में तकरीबन एक दर्जन से अधिक केंद्रों से 800 से अधिक लोगों का रक्त संग्रहित किया गया। रोहतास जिले में 42 केंद्रों पर नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक केंद्रों पर 300 लोगों का सैंपल एकत्रित करना है। इस तरह से जिले में कुल 12600 लोगों का ब्लड संग्रहित किया जाना है। नाइट ब्लड सर्वे अभियान आगामी 8 जुलाई तक चलाया जाएगा। फाइलेरिया परजीवी की पहचान जरूरी:-
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जय प्रकाश गौतम ने बताया की आगामी 10 अगस्त को फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जाएगा उसके पहले जिले में माइक्रो फाइलेरिया का पता लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि माइक्रोफाइलेरिरिया दर के अनुसार ही जिले के सभी प्रखंडों में यह अभियान चलाया जाएगा।   रोहतास जिले में 1 जुलाई की रात्रि 8.30 बजे से रात्रि रक्त पट्ट संग्रह का कार्य शुरू कर दिया गया है जो 8 जुलाई तक चलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करके आए लैब टेक्नीशियन रक्त संग्रहित कर रहे हैं। उसके बाद या सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com