दृष्टि वेब ऐप, कालाजार और फाइलेरिया पर दी गई ब्लॉक व जिला स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण

पटना:-स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावी निगरानी एवं डेटा प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पटना जिले में दृष्टि वेब ऐप पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति, पटना, गर्दनीबाग में किया गया। इस प्रशिक्षण में सभी ब्लॉक स्तर के हेल्थ मेनेजर, ब्लाक हेल्थ मेनेजर, प्रखंड सामुदायिक मेनेजर, प्रखंड अनुश्रवण एवं मुल्यांकन पदाधिकारी एवं डीईओ उपस्थित रहे।           यह प्रशिक्षण 7 और 8 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया गया, जिसे पिरामल फाउंडेशन के जितेन्द्र कुमार मिश्रा, कृष्णा कुमारी एवं साक्षी सिंह द्वारा प्रदान किया गया। दृष्टि वेब ऐप एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है, जो स्वास्थ्य संकेतकों की निगरानी, विश्लेषण और रिपोर्टिंग को अधिक सटीक व समयबद्ध बनाता है। इसके माध्यम से ब्लॉक और जिला स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति, उपलब्धियों और चुनौतियों का समुचित मूल्यांकन किया जा सकेगा। यह ऐप स्वास्थ्य प्रबंधकों को बेहतर निर्णय लेने, योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति समझने तथा डेटा-आधारित कार्रवाई करने में मदद करेगा। कार्यक्रम में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद, डी.पी.एम डॉ. विवेक कुमार, जिला अनुश्रवण एवं मुल्यांकन पदाधिकारी भानु शर्मा एवं डेटा मैनेजर प्रभास कुमार उपस्थित रहे।    प्रशिक्षण के साथ-साथ काला-आज़ार एवं फाइलेरिया विषय पर भी विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसे पिरामल फाउंडेशन के प्रदीप कुमार द्वारा संचालित किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि पटना जिला ने कालाज़ार उन्मूलन के स्तर को प्राप्त कर लिया है। सबसे पहले विक्रम, अथमलगोला, धनरूआ और नौबतपुर प्रखंडों को अवार्ड सर्टिफिकेशन के लिए चयनित किया गया है। अगले तीन वर्षों में पूर्ण उन्मूलन की स्थिति में इन प्रखंडों को औपचारिक प्रमाणन प्रदान किया जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित प्रखंडों को डोज़ियर प्रिपरेशन के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. सुभाष ने अस्पताल प्रबंधकों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को निर्देश दिया कि सभी फाइलेरिया मरीजों का विकलांगता प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से बनाया जाए तथा उन्हें एमएमडीपी किट वितरित कर उनकी जानकारी आईएचआईपी पोर्टल पर दर्ज की जाए।   डी.पी.एम. विवेक कुमार ने बताया कि सभी 23 प्रखंडों द्वारा आईएचआईपी पोर्टल पर फाइलेरिया मरीजों की एंट्री की समीक्षा की गई है। उन्होंने सभी ब्लॉक को माइक्रो फ़ाइलेरिया पॉजिटिव मामलों की एंट्री करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एमएमडीपी क्लिनिक बनाकर फाइलेरिया मरीजों को आवश्यक किट उपलब्ध कराई जाए।  प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने दृष्टि ऐप के उपयोग को लेकर उत्साह दिखाया और इसे स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता, प्रभावी निगरानी और डेटा-आधारित निर्णय लेने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com