उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की हुई बैठक

सहरसा:-उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उर्वरक उपलब्धता एवं वितरण एवं खरीफ आच्छादन के संबंध में बताया गया कि 78715.61 हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जो पंचायतवार ऑनलाईन किया जा रहा है। खरीफ बीज वितरण की समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ मौसम 2024-25 में कुल 2152.74 क्विंटल बीज का लक्ष्य प्राप्त है, जिसके विरूद्ध 1819.30 क्विंटल बीज प्राप्त है, जिसमें 1715.18 क्विंटल बीज का वितरण किसानों मध्य किया जा चुका है।             उप विकास आयुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर बीज शत-प्रतिशत वितरण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही पंचायत स्तर पर बीज वितरण में निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध नगण्य उपलब्धि वाले किसान सलाहकार, एटीएम, बीटीएम एवं कृषि समन्वयक को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करेंगे। खरीफ मौसम में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में प्रखंडवार उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 265781 बैग यूरिया, 33015 बैग डीएपी, 18745 बैग एमओपी, 81033 बैग एनपीके एवं 13305 बैग एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक नमूना की समीक्षा के क्रम में अप्रैल से जून 2024 तक का लक्ष्य 28 के विरूद्ध 26 नमूना संग्रहित किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 122 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 24 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पायी गयी, जिसमें 01 की अनुज्ञप्ति निलंबित किया गया एवं 24 से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु पोस मशीन एवं भौतिक स्थिति की जांच तथा थौक उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरकों की उपलब्धता की भी भौतिक जांच हेतु निदेशित किया गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी संबंधित कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार द्वारा कृषकों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, भौतिक सत्यापन हेतु 5654 आवेदन लंबित पाया गया। साथ ही ई केवाईसी की समीक्षा के क्रम में निष्पादन हेतु 1733 आवेदन लंबित पाया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा लंबित भौतिक सत्यापन एवं ई केवाईसी आवेदनों को एक सप्ताह के अन्दर निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया।               सहायक निदेशक, यांत्रिकरण द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 267.1 लाख का लक्ष्य प्राप्त है, जिसके विरूद्ध 1203 स्वीकृति पत्र निर्गत किया गया है, जिसकी राशि 156.816 लाख है, जो 58.71 प्रतिशत है। कृषि यांत्रिकरण मेला का आयोजन 08 एवं 09 जुलाई को कृषि भवन परिसर में किया गया है। सहायक निदेशक उद्यान की समीक्षा के क्रम में विभिन्न योजनाओं में अपेक्षाकृत कम प्रगति पायी गयी, इस संबंध में उप विकास आयुक्त द्वारा प्रगति लाने हेतु निदेश दिया गया। उप परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें विभिन्न घटक अंतर्गत लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हेतु अपेक्षित कार्रवाई की जा रही है। सहायक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 62 ट्यूबवेल में 52 कार्य कर रहे है, शेष 10 में यांत्रिक खराबी है, जिसे ठीक कराया जा रहा है। सिंचाई प्रमंडल, सहरसा के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया खरीफ में अभी नहरों के अंतिम छोड़ तक पानी पहुंच रहा है। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजनान्तर्गत रबी 2022-23 के लक्ष्य के विरूद्ध जांच लगभग पूर्ण कर ली गयी है। उप विकास आयुक्त द्वारा एक सप्ताह के अन्दर निरीक्षण पूर्ण करने हेतु निदेशित किया गया। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के संबंध में बताया गया कि कुल आपूरित यंत्र के विरूद्ध शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन कर लिया गया है। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें कार्यान्वित योजनाओं यथा-मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना एवं अन्य योजनाओं में लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु उप विकास आयुक्त द्वारा निदेशित किया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि टीकाकरण में शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त है एवं ईयर टैंगिग के लक्ष्य 708000 के विरूद्ध 684292 की उपलब्धि प्राप्त कर ली गयी है, शेष उपलब्धि शीघ्र कर ली जायेगी। उप विकास आयुक्त द्वारा जिला पशुपालन पदाधिकारी को लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु निदेशित किया गया। महाप्रबंधक उद्योग के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि पीएमईजीपी योजनान्तर्गत में कुल लक्ष्य के विरूद्ध बैंक द्वारा कम संख्या में आवेदन अग्रसारित किया जा रहा है, जिससे आवेदन बैंक स्तर पर लंबित है। उप विकास आयुक्त द्वारा पीएमईजीपी योजना अंतर्गत आवेदनों के निष्पादन हेतु अपने स्तर से संबंधित बैकों से समन्वय स्थापित कर निष्पादन कराने हेतु निदेशित किया गया। जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना में निर्धारित योजना में प्राप्त भौतिक लक्ष्य के विरूद्ध प्राप्त आवेदनों को बैंक द्वारा स्वीकृत किया रहा है, इस संबंध में उप विकास आयुक्त द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि हेतु निदेशित किया गया। कार्यपालक अभियंता विद्युत सिमरी बख्तियारपुर एवं सहरसा बैठक में बिना सूचना अनुपस्थित पाये गये, जिस कारण उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन की समीक्षा नहीं हो सकी।            बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक आत्मा, महाप्रबंधक उद्योग, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला गव्य पदाधिकारी डीडीएम नार्बाड, अग्रणी बैंक प्रबंधक, प्रतिनिधि सहायक निदेशक रसायन, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक पौधा सरंक्षण, सहायक निदेशक बीज विश्लेषण, निरीक्षक मापतौल, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जीविका, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सहरसा एवं सिमरी बख्तियारपुर, जिला परामर्शी जिला कृषि कार्यालय एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि ने भाग लिया।

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