संयोग है या साजिश ? सीएम नीतीश के अधिकारियों ने डिप्टी सीएम “सम्राट” का नाम कर दिया गायब

पटना:-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जे.पी. गंगा पथ के गायघाट से कंगन घाट तक के पथांश का लोकार्पण किया। तीन कि.मी. गंगा पथ के शुभारंभ किए जाने को लेकर नीतीश सरकार ने अखबारों में विज्ञापन जारी किया था। विज्ञापन से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को गायब कर दिया गया। पथ निर्माण विभाग की तरफ से आमंत्रण-पत्र भेजे गए वहां से भी सम्राट चौधरी का नाम गायब था।          विज्ञापन में मुख्यमंत्री को उद्घाटनकर्ता, स्पीकर नंद किशोर यादव को मुख्य अतिथि, स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद की गरिमामयी उपस्थिति और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के बारे में जानकारी दी गई थी। गंगा नदी के किनारे आयोजित कार्यक्रम के दौरान नामित तमाम अतिथि तो मौजूद थे ही डिप्टी सीएम सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे। हालांकि कार्यक्रम के दौरान वे थोड़ी दूरी बरतते दिख रहे थे। वैसे वे बिना आमंत्रण के कार्यक्रम में तो शिरकत किए नहीं होंगे। जब उन्हें आमंत्रण दिया गया था तो फिर कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर-पोस्टर, आमंत्रण पत्र और विज्ञापन में उनका नाम क्यों नहीं था यह बड़ा सवाल है। हालांकि इस पर कोई भी कुछ बोलने से बचते दिख रहा है। यह तस्वीर सामने आने के बाद अब तरह-तरह की राजनीतिक चर्चा शुरू हो गई है। राजनीतिक दल से जुड़े लोग अपने-अपने हिसाब से अर्थ निकालने में जुट गए हैं। उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज एक बार फिर ठेकेदार का पैर छूने के लिए उठ गए। वे हाथ जोड़ते हुए अपनी सीट से उठ गए। वे कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पुल निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि का पैर छूने के लिए आगे बढ़े। यह दृश्य देखकर कंपनी के प्रतिनिधि अचानक पीछे हटे और कहा ”नहीं नहीं सर ऐसा मत करिए”। यह दृश्य पथ निर्माण विभाग के एक उद्घाटन कार्यक्रम में दिखा। दरअसल पथ निर्माण विभाग की तरफ से बुधवार को गंगा पथ के गायघाट से कंगन घाट के पथांश का उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ-साथ स्पीकर नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे। इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से पैर छूने को बेताब दिखे। अंकित करने वाली बात है कि सीएम नीतीश कुमार ने गायघाट से कंगन घाट के पथांश का उद्घाटन कार्यक्रम के बाद गंगा पथ के दीदारगंज तक पूरा होने वाले काम के बारे में जानकारी मांगी। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत जानकारी दे रहे थे। इसी बीच उन्होंने गंगा नदी पर बन रहे राघोपुर सिक्स लेन पुल के बारे में अपडेट मांगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द से जल्द पुल का निर्माण कार्य पूरा करिए। एसीएस प्रत्यय अमृत ने कहा कि अक्टूबर तक काम पूरा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कंपनी के प्रतिनिधि को खोजा। कंपनी के प्रतिनिधि सामने आए और बोले कि पूरी कोशिश है कि अक्टूबर तक काम पूर्ण कर देंगे। इसके बाद उन्होंने कहा कि राघोपुर साईड में जून 2025 तक सड़क का काम पूरा कर देंगे। यह सुनते ही नीतीश कुमार टेंशन में आ गए। कहा कि ऐसा क्यों…अगर आप काम पूरा नहीं करेंगे तो सिर्फ पुल तैयार करने से क्या फायदा होगा, राघोपुर तो जुड़ेगा ही नहीं। आप जल्दी से काम करिए। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाथ जोड़ते हुए अपनी जगह से उठ गए। कहा कि कहिए त हम आपका पैर छू लेते हैं।                     मुख्यमंत्री को हाथ जोड़कर पैर छूने की बात कहते सुन कंपनी के प्रतिनिधि पीछे हटे। प्रत्यय अमृत भी भौंचक रह गए। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को समझाया। इसके बाद भी वे नहीं मान रहे थे और जल्द से जल्द पुल निर्माण की बात कह रहे थे।आपको क्या दिक्कत है… बताइए, हम सारी दिक्कत को पूरा करेंगे। पैसे की दिक्कत है तो बताइए, सारी समस्या का समाधान होगा। इसी दौरान दूसरी दफे भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कंपनी के प्रतिनिधि का पैर छूने आगे बढ़े। लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने नीतीश कुमार को ऐसा न करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री के इस गतिविधि से उपस्थित लोग भौंचक थे।

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