विश्व जनसंख्या दिवस पर मेला के साथ शुरू हुआ जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा

सासाराम:- विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सासाराम सदर अस्पताल के प्रांगण में जनसँख्या स्थिरता पखवाड़ा मेला का आयोजन किया गया। मेला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ मणि रंजन ने फीता काट कर किया। इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसँख्या स्थिरता पखवाड़े का शुभारंभ किया गया है जो 31 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जनसंख्या दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस पखवाड़े के तहत जिले के विभिन्न प्रखंडों में लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न संसाधनों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसका मुख्य मकसद जनसंख्या नियंत्रण संसाधनों के साथ-साथ 2 बच्चों के जन्म के बीच 2 से 3 वर्षो का गैप के बारे में जानकारी देना है। मौके पर एसीएमओ डॉ अशोक कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ वीके पुष्कर, सीडीओ राकेश कुमार, डॉ राघवेन्द्र कुमार, डीपीसी संजीव मधुकर, पीरामल स्वास्थ्य के डिस्ट्रिक लीडर हेमंत कुमार, पीएसआई के शैलेंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जिला सलाहकार तारिक अनवर, परिवार नियोजन सलाहकार नुजरत, अस्पताल प्रबंधक रितेश स्वरूप, अकाउंटेंट रितेश कुमार, पिरामल के अर्जुन गोस्वामी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।            परिवार नियोजन के संसाधनों को लेकर किया जाएगा जागरूक:-जनसँख्या स्थिरता पखवाड़ा उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर मेले के माध्यम से लोगों को विभिन्न संसाधनों के बारे में जानकारी दी गई। लगातार 21 दिनों तक सभी प्रखंडों में अभियान चलाकर पुरुष नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण किया जाएगा। इस पखवाड़े के तहत स्थाई एवं अस्थाई परिवार नियोजन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। डीपीसी ने बताया कि स्थाई में महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा साथ ही अस्थाई संसाधनों में गर्भनिरोधक गोलियां, अंतरा इंजेक्शन, कॉपर टी एवं कंडोम के बारे में जानकारी देकर उनको जागरूक किया जाएगा। पुरुष नसबंदी पर दिया जाएगा बल:-एसीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि कई दिनों तक चलने वाले इस पखवाड़े में महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी को लेकर अभियान चलाया जाएगा साथ ही पुरुष नसबंदी पर बल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नसबंदी को लेकर अभी भी पुरुषों में भ्रम है कि नसबंदी कराने पर कमजोरी होती है जबकि ऐसा कुछ नही है। महिला बंध्याकरण की तुलना में पुरुष नसबंदी काफी सरल है। दी जाती है प्रोत्साहन राशि:-विदित हो कि परिवार नियोजन संसाधनों को अपनाए जाने के बाद सरकार द्वारा लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है, जिसमें महिला बंध्याकरण के बाद लाभार्थी को 2000, पुरुष नसबंदी कराने वाले को 3000, प्रसव पश्चात बंध्याकरण के लिए 3000, प्रसव पश्चात कॉपर- टी लगवाने पर 300, गर्भपात उपरांत कॉपर- टी लगवाने पर 300 एवं एमपीए अंतरा सुई लेने पर प्रति सुई 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

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