सुलहनीय विवादों के निपटान के लिए सबसे प्रभावशाली उपकरण है लोक अदालत:-जिला जज

जमुई:-राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से और राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित न्याय सदन के प्रशाल में विभिन्न अदालतों में सुलहनीय मुकदमों के निपटान के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया।           व्यवहार न्यायालय परिसर में खास अदालत को लेकर गहमा-गहमी देखी गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार सिंह ने अग्नि ज्योति प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह अदालत सुलहनीय वादों के निपटान के लिए सबसे प्रभावशाली उपकरण है। यहां पक्षकारों को त्वरित और कम खर्च पर अंतिम न्याय दिया जाता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने खास अदालत के जरिए लंबे समय तक चलने वाली कानूनी लड़ाई को समाप्त या रोककर वादियों को राहत देने का काम किया है।           इस अदालत में मामलों के निपटान के लिए लचीला रुख अख्तियार किया जाता है। इसके चलते ममलचियों को अल्प समय में अल्प व्यय के साथ त्वरित न्याय मिलता है। इससे वे बार-बार कोर्ट की यात्रा करने और मामले के लिए पूरा दिन आरक्षित करने की परेशानी से बच जाते हैं। राष्ट्रीय लोक अदालत में सुगम, सुलभ और सस्ता न्याय उपलब्ध है। वादों के निपटान में पक्षकारों की हार-जीत नहीं होती है। इसका फैसला अंतिम और चुनौती रहित है। जिला जज ने मुकदमेबाजों से उदारता के साथ मामलों का निपटान कराए जाने की अपील की। सचिव राकेश रंजन ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलभ न्याय, कोई अपील नहीं, अंतिम रूप से निपटारा, समय और धन की बचत जैसे लाभ मिलते हैं।           यहां बीमा, बिजली, वन, बैंक, श्रम, खनन, दूरभाष, मापतौल, उत्पाद, वैवाहिक वाद, मोटर दुर्घटना, एनआई एक्ट, राजस्व आदि से संबंधित सुलहनीय प्रकरणों की सुनवाई होती है और उदारता के साथ उसका निस्तारण किया जाता है। राष्ट्रीय लोक अदालत में सुनाए गए फैसले की उतनी ही अहमियत होती है जितनी सामान्य अदालत में सुनाए गए फैसलों की होती है। उन्होंने वादियों से इस अदालत का लाभ उठाने की अपील की। जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शर्मा चंद्रेश्वर उपाध्याय, महासचिव अमित कुमार आदि ने भी राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया और इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।         राज्य स्तरीय उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार ने राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन सत्र का मंच संचालन किया और न्यायिक पदाधिकारियों, विद्वान अधिवक्ताओं, पक्षकारों एवं गणमान्य नागरिकों के प्रशंसा के पात्र बने। न्यायिक पदाधिकारी सत्यनारायण शिवहरे, पवन कुमार, अमरेंद्र कुमार, महेश्वर दुबे, अमन पापनाई, संगीता कुमारी, श्री सत्यम, अनुभव रंजन, नेहा त्रिपाठी, नाजिया खान, भाविका सिन्हा, निहारिका सिंह, अहसन राशिद, राज कमल, डीएसपी मुख्यालय मो. आफताब अहमद, कोर्ट कर्मी मुकेश रंजन समेत कई संबंधित अधिकारी, प्रबुद्धजन एवं भारी संख्या में पक्षकार इस अवसर पर उपस्थित थे।

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