लोकसभा ही नहीं राज्यसभा में भी कम हो गई बीजेपी की सीटें, 86 पर सिमटी पार्टी

101 पर अटका एनडीए का संख्या बल, विधेयक को पारित कराने के लिए करनी होगी मशक्कत
डेस्क:-लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को इस बार बड़ा झटका लगा है। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में पार्टी अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई। अब राज्य सभा से भी पार्टी के लिए अच्छी खबर नहीं है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का संख्या बल राज्य सभा में भी कम हो गया है। इसकी वजह राज्य सभा के चार मनोनीत सांसद राकेश सिन्हा, राम सकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी रिटायर हो गए हैं। मौदूदा स्थिति की बात करें तो राज्यसभा में अभी 226 सांसद हैं। वहीं 19 सीटें अभी खाली हैं। संख्या बल के हिसाब से बीजेपी राज्य सभा की सबसे बड़ी पार्टी है। इसके पास कुल 86 सदस्य हैं। वहीं एनडीए के संख्या बल की बात करें तो यह संख्या 101 है। बीजेपी का संख्या बल राज्य सभा में पहले से कम हुआ है। इसका विधेयक पारित कराने में असर देखने को मिल सकता है। सत्तारूढ़ दल को इसके लिए मशक्कत करनी पड़ सकती है। हालांकि राज्यसभा में अभी 07 मनोनीत सदस्य मौजूद हैं। यह फिलहाल गुट निरपेक्ष बताए जा रहे हैं।           इसके अलावा दो सदस्य निर्दलीय भी मौजूद हैं। इनका बीजेपी को पहले भी समर्थन मिला है। वहीं एआईएडीएमके और वाईएसआरसीपी को भी बीजेपी का करीबी माना जा रहा है। राज्य सभा में जरूरत पड़ने पर यह दोनों दल सरकार के साथ जा सकता है। मौजूदा समय की बात करें तो राज्य सभा में कांग्रेस की सीटें 26 हैं। इस स्थिति में राज्य सभा में नेता विपक्ष की कुर्सी को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। राज्य सभा में विपक्ष के नेता का दर्जा पाने या बनाए रखने के लिए सदन की कुल सदस्य का 10 फीसदी संख्याबल चाहिए। राज्यसभा में नेता विपक्ष के लिए कम से कम 25 सीटों की जरूरत होगी। फिलहाल कांग्रेस के पास संख्या बल के हिसाब से पर्याप्त नंबर है। हालांकि आने वाले महीनों में राज्यसभा की कुल खाली हो रही 11 में से 08 सीटें संभावित रूप से एनडीए को मिल सकती हैं। जबकि 03 विपक्षी गठबंधन इंडिया के खाते में जा सकती है। बता दें कि राज्यसभा में 12 सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। फिलहाल राज्य सभा में 07 सदस्य मौजूद हैं। वहीं चार सदस्य रिटायर हो गए। आने वाले दिनों में चार मनोनित होंगे और चार जम्मू कश्मीर से चार आने वाले हैं। वहीं असम, बिहार और पश्चिम बंगाल से दो-दो और हरियाणा, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से एक-एक सदस्य आएंगे।

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