बीएमपी कमांडेंट ने मखमली आवाज के लिए अशोक को किया पुरस्कृत
जमुई:-भारतीय पुलिस सेवा के पराक्रमी पदाधिकारी एवं जमुई बीएमपी के कमांडेंट हिमांशु शंकर त्रिवेदी ने एक शाम शहीदों के नाम सांस्कृतिक कार्यक्रम में मखमली आवाज के सशक्त हस्ताक्षर अशोक कुमार को सुमधुर गायन के लिए सम्मानजनक राशि देकर पुरस्कृत किया। श्री त्रिवेदी की उदारता सुर्खियों में है। अंकित करने वाली बात है की अनुमंडल कार्यालय के सौजन्य से ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के प्रशाल में सशस्त्र झंडा दिवस के पावन अवसर पर एक शाम शहीदों के नाम सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर रेडियो, दूरदर्शन के साथ अन्य कई नामचीन कलाकारों ने गीत गाए और समारोह को यादगार बनाया। देर रात्रि तक गतिमान कार्यक्रम के दरम्यान बीएमपी कमांडेंट श्री त्रिवेदी एक से बढ़कर एक देश भक्ति गीतों से अभिभूत हो गए। इसी क्रम में वे चर्चित गायक अशोक कुमार की मखमली आवाज के कायल हो गए। उन्होंने उन्हें खुले मंच से सम्मानजनक राशि देकर पुरस्कृत किया और उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी दीक्षा त्रिवेदी, डीडीसी सुमित कुमार, एसडीएम अभय कुमार तिवारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी राजेश कुमार वर्मा, उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार, अवर निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. मेनका कुमारी, कार्यपालक दंडाधिकारी सुजीत सुमन, प्राचार्य ऋतुराज सिन्हा, उप प्राचार्य शिवांगी शरण, समाजसेवी लल्लू बरनवाल, राकेश सिंह, आशीष कुमार, मो. शमशाद, मो. मोतीउल्लाह आदि स्वजन मौजूद थे। बीएमपी कमांडेंट ने कहा कि गाना संगीत प्रेमियों के लिए एक बेशकीमती तोहफा है। कलाकार अशोक कुमार ने मखमली आवाज के जरिए देश भक्ति गीत गाकर अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रमाण पेश किया है। उनकी सुरीली आवाज ने हर किसी की आत्मा को झकझोर दिया और सबों का दिल जीत लिया।
अशोक जी की सुमधुर आवाज राष्ट्र भक्ति और आध्यात्मिकता के सार को खुबसूरती से पकड़ती है। उनकी बेहतरीन आवाज साधारण धुन को भी दिव्य बनाने की क्षमता रखती है। उनके द्वारा गाए गए मनमोहक गीतों ने जहां उपस्थित जनों का मन मोह लिया वहीं उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। महान गायक के लिए भाषा कभी भी बाधा नहीं बनती है, इसका बेजोड़ उदाहरण अशोक हैं। राष्ट्र भक्ति और माधुर्य मिश्रण वाला गीत ऊपर से उनकी कर्णप्रीय आवाज प्रेम की बारीकियों को पकड़ने की उनकी विशिष्ट क्षमता को दर्शाता है। यही गुण उन्हें पुरस्कृत करने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने भी इस अवसर पर मो. रफी के गाए गीत को गुनगुनाया और खूब तालियां बटोरी। डीडीसी ने कहा कि अशोक जी की भावनात्मक गहराई और अभिव्यंजक गायन ने हर किसी को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया। देश भक्ति से ओत-प्रोत उनकी प्रस्तुति ने संगीत की विभिन्न शैलियों पर उन्हें महारत हासिल रहने का जीवंत उदाहरण पेश किया है।
मैं उनके शिखर पर विराजमान होने की कामना करता हूं। इस अवसर पर उपस्थित जन सैलाब ने भी अशोक जी के गायन शैली की जमकर तारीफ की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।