बजट बिहार टू आंध्र की बजट है और मोदी चालीसा है:- कांग्रेस

सहरसा:-जिला कांग्रेस कमिटी के वरीय उपाध्यक्ष व मिडिया प्रभारी कुमार हीरा प्रभाकर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेस केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि बिहार टू आंध्र की बजट है और यह ना उम्मीदी का बजट और मोदी चालीसा बजट है, जिसमें पिछले बजट की तरह इसमें भी देश की आर्थिक नीति समेत अग्निवीर सेनिकों, देश में बेरोजगारी, मंहगाई, किसानों और गरीबों के लिए कोई ठोस योजना की बात नहीं किया गया है और न हीं किसानों के खाद, बीज या एमएसपी की घोषणा किया गया है। मोदी जी के पहले हीं दो करोड़ नौकरी, स्मार्ट सिटी, प्रत्येक साल एक गांव को गोद लेने की घोषणा डपोरशंखी साबित हुआ है।                                   अपने सहयोगी दल राज्य बिहार और आंध्रप्रदेश को झुनझुना देकर मोदी जी ने अपनी सरकार बचाने की कावायत किया है। जबकि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज के मुद्दे पर नितीश जी ने मोदी के सामने बिहार को गिरवी ऱख दिये। नितीश जी को इस मुद्दे पर मोदी सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए या बिहार की जनता के साथ वादा पूरा नहीं कर सकने के कारण मुख्य्मंत्री पद छोड़ देना चाहिए। बजट में मोदी जी का डर साफ झलकता है जिसमें कांग्रेस के लोकसभा 24 के चुनावी घोषणा पत्र के कुछ वादे को बजट में रखा है। देश की जनता को पहले भी के मोदी जी के जुमलेबाजी पर भरोसा नहीं था औ न हीं इस बजट पर भरोसा रहेगा। इनकम टैक्स के स्लैव में बदलाव मात्र किया है जबकि पुरानी इनकम टैक्स जस का तस है। यह बजट अमीरों के ध्यान में ऱख कर बनाया गया और इसमें रोज मर्रा, गरीबों, गृहणीयों के हाथ खाली ही है। एक फ्लॉप बजट साबित हुआ जो बजट भाषण समाप्त होते होते शेयर बाजार रसातल में चला गया और शेयर धारकों के देखते-देखते करोड़ों रूपये डूब गये।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com