करवा रहे थे घर का मरम्मती, पड़ोसी ने आकर किया मारपीट और लूटपाट

परिवार के साथ भी की बदतमीजी, मामला दर्ज, सदर अस्पताल में जख्मी का चल रहा है ईलाज

सहरसा:-जान मारने की नियत से मारपीट कर जख्मी करने को लेकर सदर थाना क्षेत्र के कहरा वार्ड नंबर 24/42 निवासी रवण कुमार यादव पिता लक्ष्मी यादव ने सदर थानाध्यक्ष को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। दिए गए आवेदन में रवण कुमार यादव ने कहा कि 28 जुलाई को समय करीब 12 बजे दिन में लेवर, मिस्त्री के साथ अपने घर का मरम्मत करवा रहा था कि अचानक कहरा वार्ड नंबर 24/42 निवासी प्रमोद यादव, विनोद यादव, सुबोध यादव पिता स्व. मोती यादव, नितीश यादव, निकेतन यादव पिता प्रमोद यादव, विकास यादव उर्फ आरपी यादव, आर्दश यादव, आशिष यादव पिता विनोद यादव, सुमित यादव पिता सुबोध यादव, रविन्द्र यादव पिता स्व. भौगीलाल यादव, अर्चना भारती पति रविद्र यादव, रंजन देवी पिता स्व. भोगीलाल यादव चार-पांच अज्ञात अपराधियों के साथ हरवे हथियार से लेस होकर आये एवं गाली गलौज व मारपीट करने लगे एवं लेवर, मिस्त्री को मारकर भगाने लगे जब मैं इसका विरोध किया तो प्रमोद यादव ने अपने हाथ में लिए बड़ा चाकू से जान मारने की नीयत से मेरे सर पर मारा जिससे मेरा सर फर गया और काफी खून बहने लगा एवं रविन्द्र यादव अपने हाथ में लिए चाकू से मेरे चचेरा भाई अमित कुमार को जान मारने की नियत से आंख पर मारा जो चाकू आंख एवं ललाट पर लगा और काफी खून बहने लगा और वह बुरी तरह जख्मी हो गया एवं सुमित यादव, आरपी यादव, नितीश यादव तीनों मिलकर गिरे अवस्था में मेरे गर्दन में रस्सी फसाकर जोर से रस्सी दबाने लगा एवं बोला कि आज जान मार देना है। जिससे मेरा दम घुटने लगा।           मुझे इस हालत में देखकर मेरी पत्नी अनिता देवी आयी हो-हल्ला करने लगी तो निकेतन यादव ने लोहे के रड से मेरे पत्नी के हाथ पर मारा एवं बोला कि कल जो चाचा बोले थे कि पूर्व में केस में मेरा दो लाख रूपया खर्च हुआ था अब रंगदारी के रूप में दो लाख रूपया लाओ। नीतीश ने मेरी पत्नी का झोटा पकड़कर निचे गिरा दिया एवं लात घुसा से मारने लगा। इतने में अर्चना भारती मेरे पत्नी के गले से सोने का चैन कीमत लगभग साठ हजार रूपया का छीन लिया एवं विनोद यादव एवं सुबोध यादव मजदूर को देने के लिए मेरे पत्नी के ब्लाऊज में रखे रुपया निकाल लिया एवं मेरी पत्नी का लज्जा भंग कर दिया। रंजन देवी मेरे पत्नी के पैर से पायल कीमत चार हजार रुपया था खोल लिया। हल्ला होने पर आसपास के लोग जब जमा हुए तब वे लोग वहां से भाग गये। तब मुझे एवं मेरे चचेरा भाई अमित कुमार को सभी लोग सदर अस्पताल में ईलाज के लिए ले गये जहां हम दोनों ईलाजरत है। इससे पूर्व भी रविन्द्र यादव एवं उनके सहयोगी ने मेरे ऊपर जान मारने की नियत से गोली चलाया था जो गोली मेरे पैर में लगा था जिसका सदर थाना कांड संख्या 65/2022 दर्ज है जो फिलहाल व्यवहार न्यायालय सहरसा में एडीजे तृतीय में लंबित है। उन्होंने सदर थानाध्यक्ष से घटना की जांच कर इनलोगों के विरुद्ध उचित कानू‌नी कारवाई करने की मांग की है। इस संबंध में पूछे जाने पर सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है।

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