कलकत्ता की महिला डॉक्टर मौमिता देवनाथ रेप हत्या मामले को लेकर आक्रोशित चिकित्सकों ने निकाला कैंडल मार्च

– सदर अस्पताल से निकला कैंडल मार्च
डॉक्टर ने मांगी केंद्र और राज्य सरकार से अस्पतालों और महिला चिकित्सकों की सुरक्षा

सहरसा:-मंगलवार की देर शाम सदर अस्पताल परिसर से आईएमए संघ के कई दर्जन महिला-पुरुष चिकित्सक कैंडल मार्च निकाला। वे लोग कलकत्ता में हुए महिला डॉक्टर मौमिता देवनाथ रेप हत्या मामले को लेकर मर्माहत और आक्रोशित थे। उन्होंने हत्यारों को फांसी देने की मांग रखी। उनका स्लोगन था-अभी कैंडल मार्च झांकी है … न्याय नहीं तो, आंदोलन बाकी है। उक्त स्लोगन से वे लोग केंद्र और राज्य सरकार जल्द कार्रवाई की भी मांग रखी है।           साथ ही जल्द करवाई नहीं किए जाने पर और उग्र प्रदर्शन किए जाने की बातें कही है। मौके पर मौजूद आईएमए अध्यक्ष डॉ. के के झा ने बताया कि कलकत्ता में महिला डॉक्टर की हत्या ड्यूटी अवर के दौरान की गई। वे इमरजेंसी ड्यूटी पर थी। उनके साथ विभस्त घटना की घोर निंदा करते हैं। आईएमए के सभी सदस्य कैंडल मार्च निकालकर हत्यारों को फांसी की सजा की मांग करते हैं। डॉक्टर गोपाल शरण सिंह ने बताया कि हम लोग सीमित साधन में सेवा देते हैं। हम लोग लोगों को समुचित सेवा देते हैं। ऐसे में महिला चिकित्सक के साथ अपराध होना सिर्फ डॉक्टर वर्ग में ही नहीं बल्कि समाज के लोगों के लिए सोचनीय विषय है। हमारा समाज किस ओर जा रहा है। नए समाज की संरचना हो रही है। हम 21वीं सदी की ओर जा रहे हैं। हम लोग पढ़े लिखे लोग हैं। हमारा देश का स्थान ऊपर जा रहा है। उसमें इस तरह के अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है। इसलिए जितना जल्दी से जल्दी हो सके निदान किया जाए और सुरक्षित माहौल दिया जाए। महिला डॉक्टर कल्याणी सिंह ने कहा कि वर्किंग प्लेस पर असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर रोक लगे। महिला चिकित्सक देवनाथ के मामले में भी एक बाहरी आदमी पर हत्या का आरोप लगा है। ऐसे में अस्पताल परिसर को असामाजिक तत्वों से मुक्त किया जाए। सिक्योरिटी गार्ड की भी पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।         महिला चिकित्सकों के लिए आराम करने के लिए भी थोड़ी सी जगह चाहिए। चुकी जूनियर डॉक्टर लगातार 24 घंटे से 48 घंटे ड्यूटी करते हैं। तो ऐसे में बीच में आराम करने के लिए भी उनको एक सुरक्षित जगह उपलब्ध होना चाहिए। डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि अगर जल्द से जल्द निर्णय नहीं होगा तो उग्र प्रदर्शन की जाएगी। राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग है कि महिला चिकित्सकों को सुरक्षित माहौल दिया जाए।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com