पटना के आईजीएमएस में नौकरी दिलाने के नाम पर चार दफे में ठग लिया 1 लाख 40 हजार नकद रुपए

– नहीं मिली नौकरी
– अब रुपए वापस मांगने पर कर रहे गाली-गलौज
– आईजीएमएस में खुद को ओटी असिस्टेंट बताकर ट्रेन में की थी आरोपी ने दोस्ती

सहरसा:- बुधवार को सदर थाना में एक शिकायत दर्ज की गई। जिसमें पीड़ित से ट्रेन में एक युवक से मुलाकात होने और खुद को पटना स्थित आईजीएमएस में ओटी असिस्टेंट बात कर दोस्ती किया। फिर मोबाइल नम्बर लेकर पारिवारिक मजबूरी और पिता के इलाज के नाम पर चार दफे में कुल 1 लाख 40 हजार रुपए ठग लिए। जिसके बाद रुपए मांगने पर आईजीएमएस में ही नौकरी दिला देने का भरोसा दिया गया। लेकिन नौकरी भी नहीं दी गई। ऐसे में अब रुपए वापस पैसे मांगने पर गाली गलौज करने की शिकायत दर्ज कराया गया है। यानी पहले ट्रेन में दोस्ती की। फिर पारिवारिक परेशानी दिखाकर रुपए ठगे। खुद को आईजीएमएस में ओटी असिस्टेंट बताकर आईजीएमएस में भर्ती निकलने की जानकारी दी। नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए को वापस नहीं किया। जब नौकरी भी नहीं मिली तो रुपए वापस मांगे गए। जिसके बाद गाली-गलौज की गई। जिसको लेकर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। क्या कहा पीड़ित ने:-मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत चिरोड़ी गांव निवासी राजकिशोर पासवान के पुत्र सुमन कुमार ने बताया कि वे फिलहाल सदर थाना क्षेत्र के खंतर चौक निवासी अशोक चौधरी के मकान में किराए पर रूम लेकर रहते हैं। बीते साल 23 के 23 सितंबर को वे पटना से सहरसा आने के दौरान ट्रेन में ही उनके बगल में बैठे सहरसा जिले के बैजनाथपुर थाना क्षेत्र के धनछोआ गांव निवासी साजन सिंह के पुत्र प्रशांत कुमार से उनकी बातचीत शुरू हुई। बातचीत के दौरान प्रशांत ने खुद को पटना स्थित आईजीएमएस में ओटी असिस्टेंट के पद पर नियुक्त होने की जानकारी दी। जिससे दोनों के बीच गाढ़ी मित्रता हुई। इस दौरान मोबाइल नंबर का भी आदान प्रदान हुआ। जिसके बाद दोनों के बीच लगातार बातचीत होने लगी। उन्होंने आगे बताया कि फिर अचानक बीते 15 मार्च को प्रशांत ने अपने पिता के बीमार होने की जानकारी देकर उनसे इलाज के नाम पर आर्थिक मदद मांगी। ऐसे में उन्होंने फोनपे के माध्यम से प्रशांत के बैंक खाता संख्या- 698902010008805 पर 15 मार्च को ही पहले 70 हजार और फिर 50 हजार रुपए भेज दी। फिर बीते 23 मार्च को प्रशांत ने उन्हें फोन किया। इलाज में और खर्च होने का बहाना बना कर 10 हजार रुपए मांगे। उन्होंने उक्त रकम भी उनके खाते में भेज दिया। जिसके बाद फिर 25 मार्च को प्रशांत के फोन आने और पैसे की मांग के बाद उक्त खाते में ही उन्होंने 10 हजार रुपए भेज दिया। इस प्रकार उन्होंने प्रशांत के उक्त बैंक खाते में कुल 1 लाख 40 हजार रुपए की रकम भेज दी थी। उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद वे कुछ दिन बाद रुपए वापस कर देने की मांग करने लगे। उन्होंने प्रशांत के मोबाइल नंबर 7970789205 पर बात किया। तो प्रशांत ने उन्हें आईजीआईएमएस में भर्ती के लिए वैकेंसी निकलने की जानकारी दी। उनको उसमें नौकरी दिला देने का भरोसा दिया। लेकिन समय बितता गया। उन्हें न तो नौकरी मिली और न ही रुपए ही वापस मिले। जिसके बाद उन्होंने रुपए वापस करने की मांग को बढ़ा दिया। रुपए मांगने पर फोन पर उन्हें गाली गलौज दी गई। फिर वे उनके गांव भी गए। जहां प्रशांत के पिता साजन सिंह ने उनके साथ गाली गलौज किया। रुपए वापस नहीं करने की धमकी दिया। लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी। उसके बावजूद उन्होंने प्रशांत से फोन पर बात किया। लेकिन प्रशांत ने उक्त रुपए को रंगदारी में ले लेने और वापस नहीं करने की धमकी देकर मोबाइल काट दिया। साथ ही उन्हें जाति सूचक शब्द से भी गाली गलौज दी गई। ऐसे में उन्हें अब पैसे वापस मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई पड़ी। फिर उन्होंने सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई है। सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि शिकायत मिली है। मामला दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है। कार्रवाई की जाएगी।

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