कार्यशाला में बीएसडीआरएन ऐप की चर्चा

जमुई:-जिलाधिकारी राकेश कुमार की गरिमामयी उपस्थिति में समाहरणालय के संवाद कक्ष में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा बिहार राज्य आपदा संसाधन नेटवर्क से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीएम ने इस अवसर पर कहा कि प्राकृतिक आपदा से जन और धन दोनों की क्षति होती है। इससे बचाव के लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है। इसी संदर्भ में बीएसडीआरएन कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने नामित अधिकारियों को गंभीरता से विषयांकित बिंदुओं को आत्मसात किए जाने का निर्देश दिया। डीएम ने इस अवसर पर जिला में आपदा की हालिया स्थिति की समीक्षा की और वांछित निर्देश दिए।
बीएसडीएमए के परियोजना पदाधिकारी संदीप वर्मा ने पीपीटी के जरिए बताया कि बिहार मुख्य रूप से ग्रामीण पृष्ठ भूमि के साथ-साथ एक बहु-आपदा प्रभावित राज्य है। इस प्रदेश की भू-परिसंपत्ति की संरचना इसे अनेक आपदाओं के प्रति संवेदनशील बनाती है।           यहां रहने वाले करोड़ों लोगों का जीवन इन आपदाओं से प्रभावित होता है या इससे होने की संभावना बनी रहती है। यहां प्राकृतिक व मानव जनित आपदाएं जैसे बाढ़, सुखाड़, भूकंप, आग, चक्रवात, तूफान, सड़क दुर्घटना, भगदड़, महामारी, नौका दुर्घटना, व्रजपात, शीतलहर, गर्म हवा का कहर आदि समय-समय पर जन जीवन को प्रभावित करता है। इससे जान माल की क्षति होती है। पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के कारण तीव्र मौसमीय गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिलती है। इसके लिए पर्यावरण संवेदी उपाय करने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे बताया कि आपदा से पूर्व तैयारी, बेहतर संस्थागत व्यवस्था और अधिक जागरूकता के चलते बिहार एक सुरक्षित राज्य बनने की ओर अग्रसर है। विभिन्न क्षेत्रों का एक ऑनलाइन डाटाबेस बिहार स्टेट डिजास्टर रिकोर्स नेटवर्क (बीएसडीआरएन) ने तैयार किया है। बीएसडीआरएन की स्थापना का उद्देश्य एक ऐसा राजस्तरीय डाटाबेस तैयार करना है जाे आकस्मिकता या आपदा के प्रबंधन के समय विभिन्न हितभागियों एवं प्रशासन को उपलब्ध संसाधनों की जानकारी प्रदान करेगा। यह जानकारी सभी आपदा प्रबंधकों को विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध होगी। श्री वर्मा ने कहा कि बीएसडीआरएन एक वेब आधारित प्लेटफार्म है जो विभिन्न उपकरणों, प्रशिक्षित मानवीय संसाधनों एवं अत्यावश्यक सामग्रियों की जानकारी आपदा रिस्पांस के लिये उपलब्ध करायेगा। इसका प्रमुख उद्देश्य आपदा के समय उपयोग होने वाले उपकरणों एवं मानव संसाधनों के विषय में सही जानकारी उपलब्ध कराना है जिससे कि किसी भी आपदा का डटकर सामना किया जा सके। इस ऐप के माध्यम से विभिन्न जिलों में विभिन्न आपदाओं के प्रति तैयारियों का अनुमान भी लगाया जा सकता है। साथ ही आपदा के तुरंत बाद लोगों तक प्रभावी रिस्पांस एवं राहत पहुंचाकर उनकी जान भी बचायी जा सकती है। बीएसडीआरएन को ऑनलाइन इनवेंटरी प्राधिकरण की वेबसाइट पर होस्ट किया जा सकता है। इसमें कोई भी संस्था, संगठन, विभाग या व्यक्ति अपने पास उपलब्ध संसाधन से बाढ़, सुखाड़, सड़क दुर्घटना, नाव दुर्घटना, भूकंप जैसी आपदाओं के समय त्वरित कार्रवाई करेंगे और उचित निर्णय लेंगे। उन्होंने इस ऐप को अत्यंत हितकारी करार दिया। जिला परिवहन पदाधिकारी मो. इरफान आलम, जिला आपदा शाखा के प्रभारी पदाधिकारी मो. नजरूल हक, जिला अग्निशमन पदाधिकारी सभी अंचलाधिकारी आदि संबंधित अधिकारियों और कर्मियों ने कार्यशाला में भाग लिया और अपना ज्ञानवर्धन के साथ क्षमतावर्धन किया।

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