नए मुख्य सचिव ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद गिनाई प्राथमिकताएं
जमुई:-प्रदेश के नव नियुक्त मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कार्यभार संभालने के बाद विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य भर के उच्च पदस्थ पदाधिकारियों के संग बैठक की। इस दरम्यान अपनी नियुक्ति के लिए सर्वप्रथम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति हृदयतल से आभार जताया। बाद में प्रदेश सरकार की विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं को अभियान के तौर पर पूरा करने की प्रतिबद्धता भी जताई। कहा कि वह दफ्तर में बैठकर नहीं बल्कि फील्ड में उतरकर काम करेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि वैसे तो बिहार विकास में अग्रणी है। पर इस विकास की रफ्तार को और तेज करना होगा। यहां की प्रशासनिक व्यवस्था संतोषप्रद है। स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पेयजल, सड़क, सिंचाई, नली गली जैसी मूलभूत सुविधाओं को और अधिक बेहतर करना भी प्राथमिकता होगी। विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन पर जोर दिया और इसको गति देने के लिए प्रभावी प्रयासों के संबंध में रचनात्मक सुझाव दिए। योजनाओं में गुणवत्ता के साथ पारदर्शिता बनाए रखने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने उच्च पदस्थ अधिकारियों को योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी और इसे निष्ठा के साथ पूरा किए जाने की बात कही। महिला स्वयं सहायता समूह को मजबूत कर रोजगार से जोड़ने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अधिकारियों के साथ बैठक करके योजनाओं के प्रगति की समीक्षा करेंगे और जरूरत के मुताबिक रणनीति बनाएंगे। बेरोजगारी की समस्या को दूर करने का भी खाका तैयार कर काम करेंगे। उन्होंने कार्य प्रणाली में नवीनता लाने, प्रौद्योगिकी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने और जवाबदेही को गंभीरता से लेने का पाठ पढ़ाया। कार्यों को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए अधिकारियों से यथोचित सहयोग मांगा। मुख्य सचिव ने कहा कि इसी प्रदेश से सेवा शुरू की है इसलिए इसके प्रति उनकी जिम्मेदारी और अधिक है। वह प्रदेश को बहुत कुछ देना चाहते हैं। इसके लिए भरपूर प्रयास करेंगे। वह पहले भी यहां कई जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं।
उनको यहां की ब्यूरोक्रेसी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश का दौरा करने के बाद विकास का ब्लू प्रिंट तैयार कराकर काम शुरू कराएंगे। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं को तय समय-सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा कराने और सतत निगरानी करने का निर्देश दिया। जिला बंदोबस्त पदाधिकारी पवन कुमार, एडीएम सुभाष चंद्र मंडल, डीडीसी सुमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार, डीआईओ राकेश कुमार, कार्यपालक अभियंता ई. शिवशंकर दयाल, जितेंद्र कुमार, अभिनव कुमार, डीपीएम पवन कुमार समेत अधिकांश संबंधित अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।