उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की हुई बैठक

सहरसा:- उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उर्वरक, बीज वितरण, डिजीटल क्रॉप सर्वे, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भौतिक सत्यापन, कृषि यांत्रिकरण योजना संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। गरमा मौसम में पाँच प्रकार का बीज मूँग, उड़द, मूँगफली, रागी मरूआ, कौनी, चीना, सावा, सूर्यमुखी एवं तील का कुल 1276.70 क्विंटल विभाग द्वारा लक्ष्य प्राप्त कराया गया है, जिसके आलोक में प्रखंडवार एवं पंचायतवार आवंटन भी कर दिया गया है।           लक्ष्य के अनुसार विभाग को राशि जमा करा दी गई है, 495.62 क्विंटल बीज प्राप्त हो गया है। बीज वितरण दो दिनों के अंदर प्रारंभ करा दिया जाएगा। अभी जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में प्रखंडवार उपलब्ध है, प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में 71786 बैग यूरिया, 24483 बैग डीएपी, 84779 बैग एमओपी, 47636 बैग एनपीके एवं 10394 बैग एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक नमूना की समीक्षा के क्रम में अप्रैल से मार्च 2025 तक का लक्ष्य 192 के विरूद्ध 151 नमूना संग्रहित किया गया है। ऑनलाईन बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रतिवेदन की समीक्षा के क्रम में बीज, उर्वरक अनुज्ञप्ति में निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पाया गया। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 338 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 63 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पायी गयी, जिसमें 04 की अनुज्ञप्ति निलंबित किया गया, 03 रद्द किया गया है एवं 63 से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु मशीन एवं भौतिक स्थिति की जांच तथा थौक उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरकों की उपलब्धता की भौतिक जांच हेतु निदेशित किया गया। सहायक निदेशक, यांत्रिकरण द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 277.40 लाख का लक्ष्य के विरू़द्व 178.90 लाख की उपलब्धि प्राप्त है, जो 64.49 प्रतिशत है। राज्य में व्यय प्रतिशत में सहरसा प्रथम स्थान पर है। यांत्रिकरण योजना में अपेक्षित प्रगति होने पर उप विकास आयुक्त द्वारा प्रशंसा की गई एवं इसी प्रकार कार्य करने हेतु निदेशित किया गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत समीक्षा के क्रम में 603 आवेदन लंबित पाया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा लंबित आवेदनों को एक सप्ताह के अंदर निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया। सहायक निदेशक रसायन की समीक्षा के क्रम में कुल लक्ष्य 9300 के विरूद्ध प्रयोगशाला में 8740 नमूना प्राप्त है, जिसमें 8081 नमूना के विश्लेषण उपरांत ऑनलाईन मृदा स्वास्थ्य कार्ड निर्मित है एवं 7825 कार्ड वितरित किया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा सहायक निदेशक रसायन को मृदा स्वास्थ्य कार्ड निर्माण एवं वितरण में तेजी लाने का निदेश दिया गया। लघु सिंचाई अंतर्गत सहायक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 62 टयूबवेल में 47 कार्य कर रहे है, शेष 15 में यांत्रिक खराबी है, जिसे ठीक कराया जा रहा है। उप विकास आयुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि यथा शीघ्र यांत्रिक खराबी को ठीक कराया जाय। सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, सहरसा द्वारा रबी सिंचाई अंतर्गत 7133 हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 2536 हेक्टेयर की उपलब्धि प्राप्त है। नहरों में अंतिम छोर तक पानी पहुंच रहा है। कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल सहरसा बिना सूचना के बैठक से अनुपस्थित पाये गये इस संबंध में स्पष्टीकरण की पृच्छा की गई। सहकारिता की समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी बिना सूचना के अनुपस्थित पाये गये, इसलिए उनके विभाग की समीक्षा नहीं हो पाया। उप विकास आयुक्त द्वारा बिना सूचना के बैठक से अनुपस्थित पाये गये इस संबंध में स्पष्टीकरण की पृच्छा की गई। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें कार्यान्वित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना, निजी तलाबों का जीर्णोद्धार की योजना, तालाब मात्स्यिकी विशेष सहायता योजना, मुख्यमंत्री तालाब मात्स्यिकी योजना, मतस्य प्रजाती का विविधीकरण योजना, एवं अन्य योजनाओं में भौतिक लक्ष्य के विरूद्ध उपलिब्ध शुन्य पायी गयी। उप विकास आयुक्त द्वारा खेद प्रकट किया गया एवं स्पष्टीकरण की पृच्छा की गई। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ईयर टैगिंग में 780000 लक्ष्य के विरूद्ध 709412 उपलब्धी जो 90.95 प्रतिशत है। इनके द्वारा बताया गया कि शेष की उपलब्धी टीकाकरण के साथ ही कर ली जायेगी। दिये गये प्रतिवेदन में विभिन्न घटकों में प्रगति 50 प्रतिशत से कम है। निदेशित किया गया कि संबंधित घटकों का समीक्षा कर उपलब्धि बढ़ाने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करें साथ ही काम नहीं करने वाले पशु चिकित्सक को अपने स्तर से स्पष्टीकरण की पृच्छा करें। उप विकास आयुक्त द्वारा सभी योजनाओं में प्रगति हेतु निदेशित किया गया। महाप्रबंधक उद्योग द्वारा बताया गया कि योजनान्तर्गत में कुल लक्ष्य 220 के विरूद्ध 1216 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 157 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 67 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। योजना अंतर्गत कुल लक्ष्य 129 के विरूद्ध 708 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 129 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 67 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। उप विकास आयुक्त द्वारा महाप्रबंधक उद्योग को आवेदनों के निष्पादन हेतु संबंधित बैंकों से समन्वय स्थापित कर लक्ष्य प्राप्ति हेतु निदेशित किया गया। गव्य विकास की समीक्षा के क्रम में जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि समग्र गव्य विकास योजना अंतर्गत कुल भौतिक लक्ष्य 85 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 500 आवेदन स्वलागत से 440 आवेदन कुल 940 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें बैंक को भेजे गए आवेदन 97 स्वलागत पर 66 आवेदन कुल 163 आवेदन बैंक को भेजे गए हैं, जिसमें बैंक के माध्यम से 8 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 42 आवेदन कुल 50 आवेदन स्वीकृत किया गया है। देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत कुल भौतिक लक्ष्य 37 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 292 आवेदन स्वलागत से 251 आवेदन कुल 543 आवेदन प्राप्त हुए कुल 92 आवेदन बैंक को भेजे गए। जिसमें बैंक के माध्यम से 8 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 18 आवेदन कुल 26 आवेदन स्वीकृत किया गया है। उप विकास आयुक्त द्वारा निदेशित किया गया कि सभी संबंधित बैंको से समन्वय स्थापित कर अधिक-से-अधिक आवेदन निष्पादित कराना सुनिश्चित करें। मापतौल की समीक्षा के क्रम में निरीक्षक मापतौल द्वारा बताया गया कि वार्षिक लक्ष्य 69 लाख के विरूद्ध कुल वसूली 34.73 लाख, जो 50.34 प्रतिशत है। उप विकास आयुक्त द्वारा खेद प्रकट करते हुए राजस्व वसूली में तेजी लाने हेतु निदेशित किया गया, साथ ही जिले में कितने पेट्रोल पम्प एवं गैस एजेंसी है, इसकी सूची की मांग की गई। वित्तीय वर्ष समाप्ति पर है, 50 प्रतिशत ही राजस्व की वसूली हुई है। मापतौल निरीक्षक को स्पष्टीकरण की पृच्छा करते हुए वेतन स्थगित करने का निदेश दिया गया।          कार्यपालक अभियंता विद्युत सदर, सिमरी बख्तियारपुर बिना सूचना के अनुपस्थित पाये गये। उप विकास आयुक्त द्वारा स्पष्टीकरण की पृच्छा की गई। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, प्राचार्य मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, जिला मतस्य पदाधिकारी, परियोजना निदेशक, आत्मा, महाप्रबंधक उद्योग, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सहरसा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, सहायक निदेशक, रसायन, सहायक निदेशक, उद्यान, सहरसा, अग्रणी बैंक प्रबंधक, सहरसा, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, निरीक्षक मापतौल, सहरसा, जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय सहरसा एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहरसा आदि ने भाग लिया।

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