महिला संवाद: महिलाओं के सुझावों से तैयार होगी नई नीतियों का आधार

1044 स्थानों पर सफलतापूर्वक आयोजित हुए संवाद कार्यक्रम
सहरसा:-28033 आकांक्षाओं को मोबाइल ऐप में दर्ज किया गया बिहार सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर महिलाएं सशक्त हो रही हैं और सामाजिक प्रगति के नए आयाम गढ़ रही हैं। महिला सशक्तिकरण को नई दिशा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने ग्रामीण महिलाओं से संवाद का कार्यक्रम आरंभ किया है।           इस पहल के अंतर्गत महिलाओं के सुझावों और आकांक्षाओं से नई नीतियों का निर्माण किया जा रहा है, जो उनके आर्थिक और सामाजिक विकास में सहायक होगी। संवाद के दौरान महिलाओं ने रोजगार और उद्यमिता को प्राथमिकता देते हुए ब्याज दरों में रियायत और स्थानीय स्तर पर उद्यमों की स्थापना की मांग की। इस कदम से न केवल ग्रामीण स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि महिलाएं भी आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगी।         वर्तमान में भी जीविका स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं कई प्रकार के लघु उद्यम चला रही हैं। इनमें से कई ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ उठाकर अपने जीवन को नई दिशा दी है। सत्तरकटैया प्रखंड की बिजलपुर पंचायत की निवासी रुचि कुमारी इसका एक उदाहरण हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की मदद से अपना व्यवसाय शुरू किया और अब वह एक सफल उद्यमी बनकर आत्मनिर्भर जीवन जी रही हैं। जीविका के प्रबंधक संचार के अनुसार, जिले में अब तक कुल 1044 स्थानों पर महिला संवाद के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।           इन कार्यक्रमों में 2 लाख 61 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है। संवाद के दौरान महिलाओं से कुल 28,033 आकांक्षाएं प्राप्त हुईं, जिन्हें मोबाइल ऐप के माध्यम से रिकॉर्ड किया गया है। महिलाओं के अलावा, इन संवाद कार्यक्रमों में पुरुषों की भागीदारी भी बढ़ रही है, जिससे यह पहल सामुदायिक विकास के लिए व्यापक मंच बन रही है। महिला संवाद के दौरान प्राप्त आकांक्षाएं सरकार की आगामी नीतियों का आधार बनेंगी। रोजगार, उद्यमिता और कल्याणकारी योजनाओं को लेकर महिलाओं द्वारा व्यक्त की गई जरूरतें विकास की नई संभावनाएं खोलेंगी।        बिहार सरकार का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। संवाद के जरिए महिलाओं ने अपनी समस्याओं और अपेक्षाओं को खुलकर सामने रखा है, जो उनके सशक्तिकरण और राज्य के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com