राष्ट्रीय प्रेस दिवस इसकी भूमिका, उपलब्धि और चुनौती पर मंथन का दिन
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर राठौर की कलम से,,,,,,,
मधेपुरा:-राष्ट्रीय प्रेस दिवस मीडिया द्वारा समाज से जुड़ी विभिन्न बिंदुओं पर भूमिका को याद,सलाम,निर्धारित करने का दिन है ।यह दिन है मंथन का न्यूज और व्यूज में अंतर,पत्रकारिता को कमीशन से बचा मिशन के रूप में बचाए रखने पर विमर्श का भी है।इस साल पत्रकारिता दिवस का विषय “शांति और जवाबदेही के लिए पत्रकारिता” होगा। यह पत्रकारों द्वारा लोकतंत्र को बनाए रखने और शांति को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी की याद को समर्पित है। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 2024 की यह दिन 1966 में भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना की याद दिलाता है , जिसने प्रेस की स्वतंत्रता, नैतिकता और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने में मदद की। यह एक लोकतांत्रिक समाज में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका को चर्चा में लाती है।यह दिन पत्रकार, पेशेवर मीडिया और आम जनता का प्रेस की स्वतंत्रता के मूल्यों और जिम्मेदार पत्रकारिता के महत्व का जश्न मनाने के लिए एक साथ लाता है। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 2024 का थीम है अहम:-हर विशेष दिवस का खास थीम होती है जिसको साकार रूप देकर उस दिवस को यादगार बनाया जाता है।राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 2024 का दिवस विशेष शांति और जवाबदेही के लिए पत्रकारिता। यह विषय समाज में शांति और, व्यवस्था के बीच जवाबदेही को रेखांकित करने और आखिरी पायदान के लोगों की आवाज़ के लिए एक ईमानदार होने की वकालत करती है । यह कलमकारों को हमेशा अपने दायित्व के लिए सचेत रहने को भी प्रेरित करती है।इस साल की थीम विश्व में बढ़ती अशांति के बीच पत्रकारों की भूमिका को दर्शाने का है। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस का सफर लंबा:-भारत में पहली बार राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 16 नवंबर, 1997 को भारतीय प्रेस परिषद के गठन के सम्मान में मनाया गया प्रेस परिषद की स्थापना यह सुनिश्चित करने के लिए की गई थी कि मीडिया स्वतंत्र और नैतिक रूप से अपनी भूमिका निर्धारित करें। यह दिन पत्रकारों की भूमिका का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है, ताकि अधिक जानकारीपूर्ण और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण किया जा सके। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस हैं खास:-यह दिन वर्तमान समय में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने, जनता को शिक्षित करने और मानवाधिकारों की रक्षा करने में पत्रकारों के योगदान को स्वीकार प्रस्तुत करता है। स्वतंत्र मीडिया वाले देशों में, पत्रकारिता एक निगरानीकर्ता के रूप में कार्य करती है, सरकारी कार्यों की जांच करती है, भ्रष्टाचार को उजागर करती है और यह सुनिश्चित करती है कि नागरिकों को अच्छी जानकारी हो। यह दिन उन पत्रकारों का समर्थन और सुरक्षा करने के लिए एक आदर्श समय है जो चुनौतीपूर्ण वातावरण में अपनी भूमिका अदा करते हर परेशानियों को झेल जाते हैं।यह दिन दिवस दुनिया भर के पत्रकारों के समर्पण को सलाम ,सम्मानित करने का अवसर उपलब्ध कराता है।इनकी रिपोर्टिंग प्रेरणा देती रहेगी तथा अधिक जागरूक समाज की ओर मार्ग प्रशस्त करती रहेगी यह उम्मीद हमेशा समाज को रहती है। पत्रकार समाज के हीरो, उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण की याद करने का है दिन:-राष्ट्रीय प्रेस दिवस हमें उन पत्रकारों को सलाम करने का दिन है जो अथक परिश्रम से सूचना देते हैं, शिक्षा देते हैं और वकालत करते हैं,जो सत्ता के सामने सच बोलते हैं और समाज को हर बात सूचित और जागरूक रखते हैं। पत्रकारिता निरंतर आवाज़हीनों की आवाज़ और सामाजिक परिवर्तन की ताकत है।पत्रकारों और व्यवस्था से यह उम्मीद हमेशा रहती है कि प्रेस की स्वतंत्रता के मूल्यों को कायम रखना जारी रखेंगे। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण की याद दिलाता है।जब हम राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 2024 की थीम : “शांति और जवाबदेही के लिए पत्रकारिता” पर विचार करते हैं, तो हमें पत्रकारिता के शांतिपूर्ण, न्यायपूर्ण और लोकतांत्रिक समाजों के निर्माण पर पड़ने वाले गहरे प्रभाव की याद आती है।
आइए हम इस अवसर पर दुनिया भर के पत्रकारों के प्रति अपना आभार व्यक्त करें और पारदर्शिता, समानता और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने में उनके काम का समर्थन जारी रखने का संकल्प लें।वाल्टर क्रोनकाइट ने कहा कि “लोकतंत्र को क्रियाशील बनाने के लिए हमें पत्रकारिता की आवश्यकता है।जॉर्ज ऑरवेल ने तो यहां तक कह दिया कि “विश्वव्यापी धोखे के समय में, सच बोलना एक क्रांतिकारी कार्य है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस अच्छे पत्रकारों को उचित सम्मान देने और पत्रकारिता के आर में इसको बदनाम करने वालों को बेनकाब करने का भी। कलम के सभी सिपाहियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की हार्दिक बधाई।