महिला संवाद कार्यक्रम से ग्रामीण समाज में जागरूकता की नई लहर

सहरसा:-जिले में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और सामुदायिक भागीदारी की एक नई लहर पैदा कर दी है। महिलाओं, किशोरियों और पुरुषों ने इस पहल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे यह कार्यक्रम हर दिन अधिक प्रभावशाली और सफल होता जा रहा है।          जिले के 24 ग्राम संगठनों में आयोजित संवाद कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में महिलाओं, बालिकाओं और पुरुषों ने भाग लिया। इस मंच पर लोगों ने न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की बल्कि अपने गांव और समाज के विकास के लिए अपनी समस्याएं और सुझाव भी साझा किए। इन विचारों को संकलित कर प्रशासन तक पहुँचाया जा रहा है, जिससे भविष्य में इन पर कार्यवाही की जा सके। कहरा प्रखंड के बीपीएम- बिनोद कुमार ने बिसनपुर पंचायत के झलक ग्राम संगठन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर महिलाओं को प्रोत्साहित किया।           उन्होंने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रही हैं और समाज के विकास में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा और जागरूकता ही महिलाओं की सबसे बड़ी ताकत है। सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बन सकती हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सशक्त बना सकती हैं। जीविका से जुड़ने की प्रेरणा: बिनोद कुमार ने जीविका परियोजना के माध्यम से महिलाओं के जीवन में आए क्रांतिकारी बदलाव का उल्लेख किया। उन्होंने उन महिलाओं को भी समूह से जुड़ने के लिए प्रेरित किया, जो अभी तक जीविका की पहल से दूर थीं।    महिलाओं ने अपनी कहानियाँ साझा करते हुए बताया कि इन योजनाओं ने उन्हें नई पहचान, आर्थिक स्थिरता और समाज में सम्मान दिलाया है। संवाद से जागरूकता और सशक्तिकरण: महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान घरेलू हिंसा में कमी, आत्मनिर्भरता, बालिकाओं की शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। महिलाओं ने बताया कि अब वे निडर होकर बाहर निकल सकती हैं और अपने हक की आवाज उठा सकती हैं। बालिकाओं ने मुख्यमंत्री साइकिल योजना और पोशाक योजना के लाभ साझा किए, जिससे उनकी शिक्षा में बाधाएं कम हुई हैं और स्कूल जाना आसान हो गया है। संवाद रथ का प्रभाव: सहरसा जिले के 10 प्रखंडों में कुल 12 महिला संवाद रथ संचालित किए जा रहे हैं। ये रथ गांव-गांव जाकर सरकारी योजनाओं की जानकारी महिलाओं तक पहुँचा रहे हैं। रथों पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं से संबंधित लघु फिल्में दिखाई जाती हैं, ताकि महिलाएं उन्हें सरलता से समझ सकें। समूह चर्चाओं और वीडियो फिल्मों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का यह तरीका बेहद प्रभावशाली साबित हो रहा है। योजनाओं की जानकारी और लाभ:-कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के बीच पम्पलेट्स और लीफलेट्स का वितरण किया गया।          इनमें महिला आरक्षण नीति, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री नारीशक्ति योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना, जीविका योजना और बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। यह जानकारी सरल भाषा में उपलब्ध कराई गई, ताकि महिलाएं खुद इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com