सेंटर फॉर केटेलाईजिंग चेंज द्वारा राज्य के 3837 मुखिया 1552 सरपंच का किया गया उन्मुखीकरण

पटना:- राज्य में कुल प्रजनन दर में गिरावट दर्ज की जा रही है और यह महिलाओं में परिवार नियोजन के मामलों में महिलाओं की बढ़ते सहभागिता के कारण संभव हो सका है. पंचायती राज प्रतिनिधियों की समाज के अंतिम छोर तक स्वास्थ्य, पोषण एवं परिवार नियोजन के बारे जागरूकता फैलाने में अहम् भूमिका मानी जाती है. राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पंचायती राज विभाग एवं सेंटर फॉर केटेलाईजिंग चेंज द्वारा राज्य के 32 जिलों के 3837 मुखिया 1552 सरपंच का स्वास्थ्य, पोषण एवं पंचायती राज्य संस्थाओं के संचालन को लेकर जून 2022 से मार्च 2024 तक उन्मुखीकरण किया गया. कार्यशाला में महिला प्रतिनिधियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. कार्यशाला में 46 फीसदी महिला मुखिया एवं 40 फीसदी महिला सरपंच की उपस्थित रहीं. कार्यशाला से हुआ लाभ:-सेंटर फॉर केटेलाईजिंग चेंज द्वारा राज्य स्वास्थ्य समिति को प्रस्तुत की गयी रिपोर्ट के अनुसार प्रमुख बिन्दुओं को समझने में एवं समुदाय तक इनका लाभ कैसे पहुंचे, इसमें पहले के मुकाबले में उनकी समझ में 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी।           ऐसा प्रत्येक कार्यशाला की शुरुआत में प्री टेस्ट एवं कार्यशाला के उपरांत पोस्ट टेस्ट में उनकी जवाबों का आंकलन कर नतीजे पर पहुंचा गया. सबसे अधिक वृद्धि परिवार नियोजन के विषयों पर दर्ज की गयी. विभिन्न गतिविधियों का किया गया आयोजन:-एक दिवसीय कार्यशाला के बाद प्रशिक्षित पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा कुल 991 सास बहु बेटी सम्मलेन का आयोजन किया गया, 309 परिवारों के बीच नयी पहल किट का वितरण संपन्न किया गया, 268 प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य कैम्प के आयोजन में सहयोग दिया, 1769 विशेष ग्राम सभा का आयोजन कर परिवार नियोजन सम्बन्धी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई, 1631 ग्राम पंचायतों द्वारा मातृत्व स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन आवश्यकताओं सम्बन्धी मूद्दों को ग्राम पंचायत विकास योजना में जोड़ा गया जिसके फलस्वरूप 12 करोड़ की योजनाएं स्वीकृत की गयी, परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान 1377 समुदाय स्तर के कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को परिवार नियोजन की महत्ता पर जागरूक किया गया इत्यादि शामिल रहे.उत्साहवर्धक नतीजे हुए प्राप्त:-सेंटर फॉर केटेलाईजिंग चेंज के बिहार राज्य प्रमुख प्रकाश रंजन ने बताया कि उन्मुखीकरण कार्यशाला द्वारा स्वास्थ्य एवं सामाजिक मुद्दों पर मुखिया एवं सरपंचों का क्षमतावार्धन किया गया. उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति, पंचायती राज विभाग एवं सेंटर फॉर केटेलाईजिंग चेंज की साझेदारी से स्वास्थ्य, पोषण एवं सामाजिक मुद्दों पर आयोजित की गयी विभिन्न कार्यशालाओं द्वारा उत्साहवर्धक नतीजे प्राप्त हुए और यह सबके सहयोग से संभव हो सका।

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