जिले के तीन अन्य हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एनक्वास सर्टिफिकेशन की ओर अग्रसर

सासाराम:- स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ सुविधा मुहैया को लेकर सभी स्तर के अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसी के तहत रोहतास जिले में तीन स्वास्थ्य केंद्रों का एनक्वास असेसमेंट किया गया। जिले के डेहरी प्रखंड स्थित सुजानपुर हेल्थ एंड वैलनेस, दावत प्रखंड स्थित सामरी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तथा विक्रमगंज प्रखंड के मोहनी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का राज्य स्तरीय टीम द्वारा असेसमेंट किया गया। इस दौरान असेसमेंट टीम के डॉक्टर राय और अभिनंदन पांडेय ने उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले रोगियों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की बारीकी से जानकारी लिया जिसमें प्रतिदिन ओपीडी मरीजों की संख्या, मरीजों की बैठने की व्यवस्था, स्वक्ष पेयजल, यूरिनल के साथ, पैथोलॉजिकल जांच दवा की उपलब्ध एवं स्वास्थ्य कर्मियों का मरीजों के साथ बर्ताव सहित एक दर्जन के आसपास मानकों की पूर्ण जानकारी लेते हुए अंक दिए गए। असेसमेंट के लिए आई टीम ने स्वास्थ्य कर्मियों से जानकारी तो लिया ही साथ ही साथ वहां मौजूद मरीजों से भी अस्पतालों में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी हासिल किया। जिले के तीन अस्पतालों को मिल चुका है एनक्वास सर्टिफिकेट:-राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। ताकि बेहतर प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं को पहचानने के साथ-साथ समुदाय के सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता में सुधार लाया जा सके। इसके तहत रोहतास जिले को अब तक तीन अस्पतालों को राज्य स्तरीय एनक्वास सर्टिफिकेट प्रदान किया जा चुकाहै। जिसमें दावथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रोहतास प्रखंड के रसूलपुर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तथा सासाराम प्रखंड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बौलिया शामिल है। तीन केंद्रों को एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने की उम्मीद:-डिस्ट्रिक कंसलटेंट क्वालिटी एश्योरेंस डॉ राजीव कुमार ने बताया कि रोहतास जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, यूपीएचएसी सहित सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 2025 तक 50 प्रतिशत अस्पतालों का एनक्वास करवाना है, इसी को लेकर तैयारी जारी है। उन्होंने बताया कि जिले के तीन अस्पतालों को यह प्रमाण पत्र पहले मिल चुका है जबकि तीन अन्य अस्पताल का आंकलन किया गया है। डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि आंकलन हुए तीनों अस्पताल को एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने की पूर्ण संभावन है।