सरल ऑपरेशन से हाइड्रोजन की समस्या से पाया जा सकता है छुटकारा:-डॉक्टर प्रभाकर

सासाराम:- हाइड्रोसिल बीमारी मुक्त बिहार को लेकर सूबे में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत रोहतास जिले भी 17 जनवरी से अभियान चलाकर हाइड्रोसील बीमारी से पीड़ित लोगों का ऑपरेशन किया जा रहा है। हाइड्रोसिल ऑपरेशन के इस विशेष अभियान में रोहतास जिला को बेहतर सफलता मिलती दिखाई दे रही है। जिला फाइलेरिया कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 377 हाइड्रोसील पीड़ित मरीजों का लाइन लिस्टिंग किया गया था जिसमें अब तक 300 के आसपास हाइड्रोसील बीमारी से पीड़ित लोगों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। 17 जनवरी से जारी विशेष अभियान के दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों में अब तक सात ऑपरेशन कैंप लगाया जा चुका है। ऑपरेशन कैंप के दौरान चेनारी में 28 हाइड्रोसिल पीड़ितों का ऑपरेशन किया गया, जबकि दावथ में 10, डेहरी में 9, बिक्रमगंज में 13, करगहर में 16, दिनारा में 12, काराकाट में 21, नोखा में 16 हाइड्रोसील पीड़ितों का ऑपरेशन किया जा चुका है। वहीं दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 में आयोजित अन्य कैंप में भी 124 पीड़ितों का ऑपरेशन किया गया था। लोगों में बढ़ रही जागरूकता:-
हालांकि हाइड्रोसील ऑपरेशन को लेकर पीड़ितों में नकारात्मक सोच बनी हुई थी और ऑपरेशन को लेकर डर भी सताता था परंतु जिला फाइलेरिया कार्यालय एवं सहयोगी संस्था पिरामल द्वारा लगातार जन जागरूकता के माध्यम से लोगों के भ्रम को तोड़ने का प्रयास किया गया है और लोग ऑपरेशन के लिए आगे आ रहे हैं।        सासाराम सदर अस्पताल में पदस्थापित सर्जन डॉक्टर शशिकांत प्रभाकर ने बताया कि हाइड्रोसील बीमारी से पीड़ित लोगों को ऑपरेशन को लेकर किसी प्रकार का कोई भ्रम नहीं पालना चाहिए, उन्होंने बताया कि ऑपरेशन की एक सरल प्रक्रिया है। डॉक्टर प्रभाकर ने बताया कि हाइड्रोसिल का ऑपरेशन आधे घंटे के अंदर हो जाता है और एक दिन के बाद पीड़ित को छुट्टी दे दी जाती है। लगातार चलाया जा रहा जागरूकता अभियान:-वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जयप्रकाश गौतम ने बताया कि कैंप के पहले हाइड्रोसील पीड़ितों का पता लगाकर लाइन लिस्टिंग किया गया था। उसके बाद लगातार जागरूकता अभियान चलाया गया जिसकी वजह से लोग कैंप में पहुंच रहे हैं और अपना ऑपरेशन करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी को नौहट्टा में विशेष कैंप लगाया जाएगा, उसके बाद 21 फरवरी को शिवसागर में एवं अभियान का अंतिम कैंप 25 फरवरी को सासाराम सदर अस्पताल में लगाया जाएगा। अभियान के बाद भी हाइड्रोजन पीड़ित जो भी व्यक्ति ऑपरेशन करवाना चाहते हैं वे सदर अस्पताल में आकर किसी भी दिन अपना ऑपरेशन करवा सकते हैं। अभियान के बाद भी ऑपरेशन की सुविधा सदर अस्पताल में जारी रहेगा। वही अभियान के दौरान वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी रोशन कुमार सिंह, मानसी भारती, संजीत राय, गौरव कुमार एवं पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर (संचारी रोग) हेमंत कुमार लगातार जन जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों की इस बीमारी के निदान के बारे में जागरूक कर रहें है।

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