वक्फ की संपत्तियां सिर्फ मुसलमानों की इसमें सरकार का कोई दखल मंजूर नहीं

वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ अल्पसंख्यकों ने किया प्रतिरोध मार्च, पटेल मैदान में की सभा

सहरसा:-आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और इमारत-ए-शरिया फुलवारी शरीफ पटना के आह्वान पर शनिवार को पटेल मैदान में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ संशोधन अधिनियम 2024 के खिलाफ विरोध सभा हुई। सभा की अध्यक्षता डॉ. अबुल कलाम ने की। मंच संचालन डॉ. जफर इमाम और अबुल फरह शाजली ने किया। इस सभा का आयोजन इमारत शरिया सहरसा और अइम्मे उलेमा फाउंडेशन सहरसा ने किया।           इसमें जिले के विद्वान, बुद्धिजीवी और विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत डीबी रोड, थाना चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, अंबेडकर चौक होते हुए पटेल मैदान तक मार्च से हुई। लोग हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे। सभा की शुरुआत पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट के मौन से हुई। वक्ताओं ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक 2024 एक साजिश है। इसका मकसद मुसलमानों को मस्जिद, ईदगाह, मदरसा, दरगाह, खानकाह और कब्रिस्तान से वंचित करना है। वक्फ संपत्तियों का उपयोग समाज के लिए होता है।       बुजुर्गों ने इन्हें शिक्षा, अस्पताल, यात्री निवास, गरीबों और विधवाओं के लिए दान किया था। सरकार को यह कानून तुरंत वापस लेना चाहिए। सरकार का मकसद संपत्ति उद्योगपतियों को देना है:-कासमी इमारत-ए-शरिया के नाजिम मुफ्ती सईद-उर-रहमान कासमी ने कहा कि सरकार का मकसद मुसलमानों की संपत्ति जब्त कर उद्योगपतियों को देना है। इमारत शरिया के जिला सचिव डॉ. मो. तारिक ने कहा कि वक्फ संपत्तियां सिर्फ मुसलमानों की हैं। इसमें सरकार का कोई दखल मंजूर नहीं। भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि वक्फ अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है कैद। वक्फ की संपत्ति धार्मिक उद्देश्य के लिए होती है। इसका मालिक अल्लाह होता है।         यह संशोधन संविधान की धारा 25 और 26 का उल्लंघन है। उप महापौर उमर हयात उर्फ गुड्डू ने कहा कि यह कानून मुसलमानों की पहचान और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है। कारी नूरुल्लाह नोमानी ने कहा कि मुसलमान संविधान में विश्वास रखता है और रखेगा। ने कहा कि विरोध शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती। हाफिज मुमताज रहमानी ने कहा कि वक्फ पर हमला शरीयत पर हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।         सभा को कई लोगों ने किया संबोधित:- सभा को राजद जिलाध्यक्ष प्रो. मो. ताहिर, जिप उपाध्यक्ष धीरेंद्र यादव, जदयू के अंजुम हुसैन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार झा, आलम, मोहिउद्दीन राईन, कारी रूस्तम अली रहमानी, रंजीत यादव, काजी युसूफ, अब्दुर्रज्जाक, कुंदन यादव, इमाम आजम, मो. इजहार उर्फ शिबू, रंधीर यादव, मुजफ्फर शेख, नजमुल हुदा, डॉ. मोईज उद्दीन, महबूब आलम उर्फ जीबू, शंकर कुमार, नवाज अख्तर, अकबर हुसैन, मो. कौसर, मो. जाबिर, शमीम अख्तर, रेयाज आलम, मुहम्मद तारिक खान, मकसूद आलम खां, एजाज हुसैन, सहित कई लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मो. तारिक ने सभी प्रतिभागियों का आभार जताया।

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