सरकारी योजनाओं ने दी महिलाओं को नई पहचान और आत्मनिर्भरता

सहरसा:- जिले के 10 प्रखंडों में चल रहे 24 महिला संवाद रथ के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की आवाज बुलंद हो रही है। कार्यक्रम के 28 वें दिन आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया, जहां उन्होंने अपनी समस्याओं, अनुभवों और आकांक्षाओं को खुलकर साझा किया।           इस कार्यक्रम में महिलाओं ने पंचायत और गांव स्तर पर मौजूद समस्याओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, जलजमाव, वृद्धावस्था पेंशन, सोलर लाइट, सामुदायिक भवन, रोजगार और सिंचाई से जुड़ी चिंताओं पर चर्चा की। साथ ही लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की मांग भी रखी। महिलाओं ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद उन्होंने छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू किए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और समाज में एक नई पहचान और सम्मान मिला। इन प्रेरणादायक अनुभवों ने अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का हौसला दिया।महिला संवाद कार्यक्रम बिहार सरकार की एक प्रभावशाली पहल है, जो महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें समाज में अपनी भागीदारी दर्ज कराने का अवसर प्रदान कर रही है।         यह मंच महिलाओं को अपनी समस्याओं और सुझावों को बेझिझक रखने का सशक्त माध्यम बना है। सहरसा जिले के सभी 10 प्रखंडों में भ्रमण कर रहे 24 महिला संवाद रथ, वीडियो फिल्में और समूह चर्चाओं के ज़रिए सरकारी योजनाओं को सरल और रोचक तरीके से महिलाओं तक पहुंचा रहे हैं। इन रथों पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिससे महिलाएं इन योजनाओं को आसानी से समझ सकें। कार्यक्रम के दौरान पम्पलेट्स और लीफलेट्स का वितरण किया गया, जिनमें मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, कन्या उत्थान योजना, कन्या विवाह योजना, नारीशक्ति योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना, जीविका और बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी गई।          महिलाओं ने इस संवाद कार्यक्रम को सकारात्मक बताते हुए कहा कि यह न केवल योजनाओं की जानकारी देता है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। यह पहल महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और मानसिक रूप से मजबूत बना रही है। महिला संवाद कार्यक्रम अब एक जनांदोलन का रूप ले चुका है, जो ग्रामीण महिलाओं को सशक्त, जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।

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