गर्भवती महिलाओं में एचआईवी के साथ हेपेटाइटिस बी की अनिवार्य रूप से हो जांच:- ज्वाइंट डायरेक्टर

आरा:-जिले में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए गुरुवार को भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीएचसीपी) व राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) की छह सदस्यीय टीम ने जिले के स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण किया।           इस क्रम में टीम के सदस्यों ने सर्वप्रथम कोईलवर प्रखंड अंतर्गत मेंटल हॉस्पिटल व धनडीहा पंचायत के स्थानीय गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया। तत्पश्चात सदर अस्पताल और बिहिया सीएचसी का टीम ने दौरा किया। टीम में एनवीएचसीपी के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. गोविंद बंसल व डॉ. प्रीति मदन, एनसीवीबीडीसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनप्रीत सिंह, एनसीवीबीडीसी की रिसर्च अस्सिटेंट शैफाली शर्मा, एनसीवीबीडीसी के मलेरिया इंस्पेक्टर जुगल किशोर, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिरक्षा विभाग के राज्य प्रोग्राम पदाधिकारी डॉ राम रतन कुमार व बिहार राज्य आशा के टीम लीडर प्रणय कुमार शामिल रहे। इस क्रम में बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य और संबद्ध विज्ञान संस्थान के निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने अस्पताल में मिलने सुविधाओं व सेवाओं की बारीकियों से जांच की। साथ ही, इलाज के लिए अस्पताल में आए मरीजों के परिजनों से भी बातचीत की। इसके बाद टीम के सदस्यों ने धनडीहा पंचायत स्थित एचडब्ल्यूसी का निरीक्षण किया। जहां पर एनवीएचसीपी के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. प्रीति मदन व एनसीवीबीडीसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने एचडब्ल्यूसी पर मिलने वाली सेवाओं, सुविधाओं और दवाओं के साथ साथ अन्य कार्यक्रमों के संचालन की गहनता से जायजा लिया।         हर गर्भवती महिलाओं को जरूरी टीका लगाएं:-ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. प्रीति मदन ने एचडब्ल्यूसी की सीएचओ प्रियंका कुमारी से कार्यक्रमों व अन्य सेवाओं के संबंध में विस्तृत पूछताछ की। इस क्रम में ज्वाइंट डायरेक्टर ने सीएचओ से कहा कि एएनसी के लिए आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं में एचआईवी के साथ साथ अनिवार्य रूप से हेपेटाइटिस की भी जांच करें। जांच के साथ साथ पंचायत की हर गर्भवती महिला को हेपेटाइटिस का वैक्सीन भी अनिवार्य रूप से लगाया जाए। ताकि, उनके बच्चों को भविष्य में इसके खतरे से बचाया जा सके। साथ ही, हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि यदि आज हर गर्भवती महिलाओं को जरूरी टीका लगाएं। इससे न हम आने वाली पीढ़ियाें को बीमारियों के खतरों से बचा सकते है, बल्कि हम स्वास्थ्य विभाग पर आने वाले दबाव को भी कम कर सकते हैं। साथ ही, उन्होंने एचडब्ल्यूसी पर आए उच्च रक्तचाप व फाइलेरिया के मरीजों से वार्ता कर मिलने वाली सुविधाओं का फीड बैक लिया। वहीं, उन्होंने मरीज बनकर स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी आभा आई-डी बनवाते हुए मरीज के इलाज व परीक्षण की प्रक्रिया का जायजा लिया। आशा कार्यकर्ताओं को नियमित अंतराल में दें प्रशिक्षण:-धनडीहा एचडब्ल्यूसी में निरीक्षण के दौरान एनसीवीबीडीसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनप्रीत सिंह ने मरीजों को दी जाने वाली दवाओं और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। इस क्रम में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की ओर से एचडब्ल्यूसी को उपलब्ध कराई जाने वाली दवाओं के लिस्ट के अनुसार वहां उपलब्ध दवाओं का स्टॉक भी देखा। उन्होंने कहा कि जिन दवाओं की एक्सपायरी डेट नजदीक हो उनको अन्य दवाओं से अलग रखें। इसके लिए एक अलग रेक बनवा लें। ताकि, एक्सपायरी दवाओं की मॉनिटरिंग आसान हो सके।           वहीं, आशा कार्यकर्ताओं से पूछताछ के बाद उनके कार्यों की जानकारी ली। इस क्रम में उन्होंने वहां मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उमेश कुमार सिंह को नियमित रूप से आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने पर जोर दिया। साथ ही, डॉ. मनप्रीत ने पंचायत में मलेरिया, फाइलेरिया व अन्य वेक्टर जनित रोगों के संबंध में भी पूछताछ की। इसमें सीएचओ ने बताया कि एचडब्ल्यूसी स्तर पर रोगी हितधारक मंच का गठन किया गया है। इसके माध्यम से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के साथ साथ अन्य कार्यक्रमों के तहत लोगों को जागरूक करते हुए मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है। इस क्रम में उन्होंने पंचायत के फाइलेरिया (हाथीपांव व हाइड्रोसील) के मरीजों की स्थिति व उनको मिलने वाली एमएमडीपी किट, दिव्यांगता प्रमाण पत्र व हाइड्रोसील के ऑपरेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। टीम ने स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं पर जताया संतोष:-टीम ने सदर अस्पताल व बिहिया सीएचसी का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने वहां पर भी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का जायजा लिया। टीम के सदस्यों ने जिले में स्वास्थ्य सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रक्रिया पर संतोष जताया। साथ ही, सिविल सर्जन डॉ. शिवेंद्र कुमार सिन्हा को ग्रामीण स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं को और सुदृढ़ करने के लिए नियमित रूप से स्वजास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण करने की सलाह दी। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को भी नियमित रूप  से प्रशिक्षित करने पर बल दिया। मौके पर एसीएमओ सह डीआईओ डॉ. संजय कुमार सिन्हा, एमओआईसी डॉ. उमेश कुमार सिंह, डीसीक्यूएम डॉ. ऋचा कुमार, डीपीसी प्रेम रंजन मोदी, डीपीएम रवि रंजन, डीपीसी प्रेम कुमार मोदी, बीएचएम शंभू भगत, बीसीएम गगन देव राम, वीबीडीएस राजन कुमार, वीबीडीसीओ अजीत कुमार पटेल, पीरामल फाउंडेशन के एसपीएम पीरामल कुमार अभिषेक, डीएल शिखा मिश्रा, डिस्ट्रिक्ट मैनेजर सोमनाथ, सीएफएआर की डीसी जुलेखा फातमा, एसपीए अमित सिंह समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी व आशा कार्यकर्ताएं मौजूद रही।

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