महिला संवाद का सफलता पूर्वक समापन, गूँजी सशक्त आवाजें

सहरसा:- जिले में 18 अप्रैल से शुरू हुआ महिला संवाद कार्यक्रम 18 जून को सफलता के साथ समाप्त हो गया। इस दो महीने के अभियान ने न केवल महिलाओं को जागरूक किया, बल्कि उनकी समस्याओं, सुझावों और आकांक्षाओं को सरकार तक पहुँचाने का मंच भी प्रदान किया।           यह कार्यक्रम जिले के हर कोने में सशक्तिकरण की नई लहर लेकर आया। कार्यक्रम के तहत जिले के सभी 1468 ग्राम संगठनों में महिला संवाद आयोजित किए गए । जागरूकता के लिए 12 एलईडी स्क्रीन से सुसज्जित जागरूकता रथों ने गाँव-गाँव में भ्रमण किया और महिलाओं को योजनाओं की जानकारी दी। चलचित्रों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की कहानियाँ साझा की गईं, जबकि मंच पर लाभार्थी महिलाओं ने अपने अनुभव सुनाए। यह न केवल प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रोत्साहित किया।    महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान गाँवों में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला। महिलाएँ, किशोरियाँ, और यहाँ तक कि पुरुष भी इसमें उत्साहपूर्वक भाग लेते थे। मंच पर महिलाओं ने न केवल अपनी समस्याएँ साझा कीं, बल्कि बुनियादी सुविधाओं की माँग भी रखी। पक्की सड़कों, स्वच्छ पेयजल, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, 24 घंटे बिजली, और उच्च शिक्षा संस्थानों जैसी माँगें प्रमुख रहीं। इसके अलावा, महिलाओं ने कृषि, पशुपालन, और स्वरोजगार के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, आसान ऋण, और अनुदान की माँग उठाई। मखाना, गन्ना, और सब्जी उत्पादन से जुड़ी समस्याओं के समाधान पर भी ज़ोर दिया गया।          वहीं, सामाजिक कुरीतियों जैसे नशाखोरी, घरेलू हिंसा, भ्रष्टाचार, और छुआछूत के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की गई। महिला संवाद के दौरान अब तक 41,092 सुझाव और आकांक्षाएँ प्राप्त हुई हैं। इन सुझावों को मोबाइल एप्लिकेशन पर दर्ज किया गया है, ताकि नीतियों और योजनाओं के निर्माण में उनका उपयोग किया जा सके। छोटी समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर किया जा रहा है, जबकि बड़ी समस्याओं को संबंधित विभागों और उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया है। इस कार्यक्रम ने न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर और जागरूक बनाया, बल्कि उन्हें सामूहिक रूप से एकजुट कर सामाजिक परिवर्तन की ओर अग्रसर किया।            महिला संवाद अब केवल एक अभियान नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के जीवन में स्थायी बदलाव लाने का माध्यम बन गया है। यह संवाद सहरसा को आदर्श जिले और महिलाओं को सशक्त नागरिक बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ है।

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