फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने हेतु राज्य सरकार संकल्पित:-आयुक्त

सहरसा:-तीन दिवसीय आयोजित प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता 2024 का उद्घाटन मुख्य अतिथि आयुक्त मनोज कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी वैभव कुमार चौधरी, उप विकास आयुक्त संजय कुमार निराला, संयुक्त निदेशक (शष्य) आदित्य नारायण राय, उप निदेशक (उद्यान) डॉ. अजय कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचन्द शर्मा, सहायक निदेशक (उद्यान) सहरसा शैलेन्द्र कुमार, सहायक निदेशक (उद्यान) मधेपुरा मो. जावेद, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर आनन्द कुमार चौधरी, जिला परामर्शी जिला कृषि कार्यालय सहरसा डॉ. मनोज सिंह, सहायक निदेशक (रसायन) अमितेश कुमार, सहायक निदेशक (बीज विश्लेषण) मिथिलेश कुमार, सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) नवीन कुमार नवनीत, उप परियोजना निदेशक (आत्मा) राजेश कुमार, सहायक निदेशक (शष्य) ऋषिरंजन उपस्थित हुए।           संयुक्त निदेशक (शष्य) सहरसा प्रमंडल सहरसा आदित्य नारायण राय के द्वारा प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता-2024 के आयोजन के लिए सहायक निदेशक (उद्यान), सहरसा को धन्यवाद दिया गया एवं प्रदर्श लाये किसानों को और अच्छा प्रदर्शन करते हुए राज्य स्तर पर सहरसा प्रमंडल का नाम रौशन करने का आह्वान किया गया। उप निदेशक (उद्यान), सहरसा प्रमंडल, सहरसा डॉ. अजय कुमार के द्वारा उद्यान निदेशालय द्वारा चलाए जा रहे उद्यान के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई। विभिन्न उद्यानिक उत्पाद के आयुर्वेदिक गुणों के बारे में बताया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि उद्यानिक अवयव मशरूम एवं मधुमक्खी पालन भूमिहीन कृषक के लिए वरदान है। किया गया कि अपनी आय बढ़ाने हेतु उद्यानिक फसलों को योजना का लाभ उठाएँ।          उनके द्वारा किसानों से आवाहन अपनाएँ एवं अधिक से अधिक सहायक निदेशक (उद्यान) सहरसा शैलेन्द्र कुमार के द्वारा बिहार में चलायी जा रही राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत नये बगीचों की स्थापना केला क्षेत्र विस्तार एवं आम क्षेत्र विस्तार, मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना अन्तर्गत केला, आम, अमरूद, प्लास्टिक कैरेट, लेनो बैग, मशरूम, अग्रपंक्ति प्रत्यक्षण, मखाना विकास योजना अन्तर्गत मखाना बीज वितरण, क्षेत्र विस्तार हेतु नये किसानों का चयन, मखाना भंडारण गृह, मखाना प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं मशरूम झोपड़ी के संबंध में व्यापक चर्चा की गयी एवं संबंधित किसानों से अनुरोध किया गया कि योजना का अधिक से अधिक लाभ उठायें, ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का उद्देश्य पूर्ण हो सके।जिलाधिकारी वैभव चौधरी द्वारा प्रमंडलीय स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी में विभिन्न क्षेत्रों से प्रदर्श लेकर आए किसानों से आवाह्न किया गया इसकी जानकारी अपने आसपास के किसानों को भी दें एवं दिखाएँ। उनके द्वारा कृषि कर्मियों से आवाहन किया गया कि आप सभी टीम कृषि की भावना से कार्य करें, किसानों के साथ हमेशा खड़ा रहें, उनकी समस्याओं का समाधान करें और छोटे किसानों के घर जाकर उनकी समस्याओं का निदान करें। जलवायु अनुकूल कृषि तकनीक को अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करें। फसल विविधीकरण को बढ़ावा दें। आयुक्त कोशी प्रमंडल सहरसा मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है तथा लगभग 70 प्रतिशत आबादी अपनी जीविका के लिए कृषि पर आश्रित है। सहरसा जिला में अधिकांश लघु एवं सीमान्त कृषक है। यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित भी है। ऐसी स्थिति में किसानों के उत्थान के लिए तथा फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने हेतु राज्य सरकार द्वारा कई लाभकारी योजनाएँ चलाई जा रही है, जिसका आप सभी के द्वारा अधिकाधिक किसानों को सूचना देकर लाभ पहुँचाना है। उनके द्वारा बताया गया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षावरण में वृद्धि, मृदा संरक्षण, फसलों की खेती से वंचित भूमि पर फलदार वृक्ष लगाकर कृषकों की आय में वृद्धि तथा अधिक रोजगार का सृजन कराएँ। साथ ही उद्यान से संचालित मधुमक्खी पालन योजना, मशरूम किट वितरण, प्लास्टिक कैरेट एवं जल संचयन योजना के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक किसानों को लाभ दिलाने हेतु निदेशित किया गया। अंत में जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचन्द शर्मा के द्वारा सर्वप्रथम इस ठंढ़ मौसम में प्रदर्श के साथ भाग लेने वाले सभी किसानों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उप निदेशक, उद्यान, बिहार, पटना को मुख्यालय से आने पर आभार व्यक्त किया गया।      संयुक्त निदेशक, शष्य, सहरसा प्रमंडल, सहरसा का आभार व्यक्त किया गया। बताया गया कि जबसे महाशय आए हैं तबसे कृषि भवन की साजसज्जा एवं प्रशासनिक ढाँचा में आमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। उप विकास आयुक्त, सहरसा को धन्यवाद दिया गया साथ ही यह भी बताया गया कि उनको कभी भी तनाव में कार्य करते हुए नहीं देखा गया। जिलाधिकारी वैभव चौधरी को धन्यवाद दिया गया जिलाधिकारी के प्रतिनिधित्व में कृषि विभाग भी राज्य में सहरसा का अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। आयुक्त मनोज कुमार को धन्यवाद दिया गया कि उन्होंने राजपत्रित अवकाश में भी दो प्रमंडल के प्रभार में रहते हुए प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी में बहुमूल्य समय दिया। मंच का संचालन प्रखंड उद्यान पदाधिकारी मिथिलेश क्रांति द्वारा किया गया। प्रमंडल स्तरीय उद्यान प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता-2024 में सहरसा, सुपौल, मधेपुरा के प्रगतिशील किसान, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, ATM, BTM, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि ने भाग लिया। प्रमंडलीय उद्यान प्रदर्शनी में लाए गए प्रदर्श निम्नवत है:-फूलगोभी, बंदागोभी, मूली, गाजर, बैगन, टमाटर, मिर्च, आलू, लौकी, मटर, केला, करेला, ओल, कोहड़ा, कदीमा, ब्रोकली, चाईनीज गोभी, सलादपत्ता, शिमला मिर्च, मशरूम, अमरूद, पपीता, बेल, नींबू, आँवला, स्ट्रॉबेरी, शहद, मगही पान एवं मखाना का प्रदर्श किया गया। सदाबहार पत्ती एवं फूल, क्रोटन, कोलियस, विगोनिया, डिफेनबेकिया, सिनगोनिया, रबर प्लान्ट, बोनसाई, बोगन वेलिया, अफ्रीकन गेंदा, फ्रेंच गेंदा, डहेलिया एक रंग एवं मिश्रित रंग, पिटुनिया सिंगल एवं डबल, सालविया, गुलाब फ्लोरिबंडा, हाईब्रिड टी-रोज आदि प्रदर्श लगाए गए। प्रदर्शनी में सहरसा प्रमंडल के तीनों जिलों-सहरसा, मधेपुरा एवं सुपौल से कुल 700 कृषकों द्वारा विभिन्न तरह के कुल 12 वर्ग में 50 तरह के प्रादर्श को प्रदर्शित किया गया। विभिन्न तरह के उत्पादों के लिए कुल 15 खंड चिह्नित किए गए थे। कृषकों के प्रादर्श का मूल्यांकन मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, सहरसा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, अगवानपुर, सहरसा के कुल 5 वैज्ञानिकों के टीम द्वारा किया गया। मूल्यांकन पश्चात कुल 35 कृषकों को प्रथम पुरस्कार, 30 कृषकों को द्वितीय पुरस्कार एवं 25 कृषकों को तृत्तीय पुरस्कार के लिए चुना गया। एक कृषक को विशिष्ट पुरस्कार के लिए चुना गया। प्रथम पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार एवं तृत्तीय पुरस्कार के प्रत्येक विजेताओं को क्रमशः रुपया 3000, 2000 एवं 1500 का पुरस्कार दिया जाएगा।            विशिष्ट पुरस्कार के विजेता को रुपया 5000 का पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम 18. 01.2024 को किया जाएगा, जबकि पुरस्कार की राशि विजेताओं के बैंक खाते में CFMS के माध्यम से भुगतान किया जाएगा।

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