अब स्मार्ट प्रीपेड मीटर में भी सेंधमारी, बिजली विभाग ने पकड़ी चोरी

जमुई:-बिजली विभाग से भी ज्यादा स्मार्ट जमुई के विद्युत उपभोक्ता दिख रहे हैं। अपने द्वारा इजाद किए गए करतूत से स्मार्ट प्रीपेड मीटर को कब्जे में कर ऊर्जा चोरी करने लगे हैं। इस तरह के दर्जनों मामले सामने आने के बाद विद्युत विभाग चिंतित है। बिजली विभाग ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ छेड़छाड़ रोकने और ऊर्जा चोरी पर लगाम लगाने की कारगर कवायद शुरू कर दी है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली चोरी करने का दर्जनों मामला प्रकाश में आया है। इससे विभाग को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पिछले साल विद्युत विभाग ने बिजली चोरी के साथ स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ छेड़छाड़ रोकने के लिए विशेष छापामारी टीम का गठन किया था।          गठित टीम इस वर्ष भी क्षेत्र का अनवरत भ्रमण कर सघन जांच अभियान चला रही है और इस प्रकार की करतूतों का भंडाफोड़ कर रही है। विभाग ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ स्मार्ट बनने वाले उपभोक्ताओं को चिन्हित कर उनपर संबंधित थाने में मामला दर्ज करा रही है और कटघरे में खड़ाकर उनसे जुर्माना वसूल रही है। विशेष छापामारी दल ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को रडार पर लेकर उनके काले कारनामों को उजागर कर रही है। चालू माह में भी बिजली चोरी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर के गलत इस्तेमाल का दर्जनों मामला सामने आया है जिससे लाखों रुपए के राजस्व की क्षति होने की बात कही जा रही है। विशेष छापामारी टीम के मुताबिक आवासीय और व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्मार्ट प्रीपेड मीटर बायपास कर बिजली चोरी कर रहे हैं। बिजली चोरी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ छेड़छाड़ का मामला जिले के हर आपूर्ति प्रशाखा में उजागर हो रहा है। विभाग इस पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह सजग और सचेत है। कार्यपालक अभियंता समीर कुमार ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बिजली चोरी करना आसान नहीं है। इसके साथ छेड़छाड़ कर बिजली चोरी किए जाने पर विभाग को स्वतः पता चल जाता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के निगेटिव बैलेंस के अलावे औसत खपत और रीडिंग पैटर्न में असमानता जैसे सिग्नल मिलने पर बिजली चोरी का शक गहरा हो जाता है। इस स्थिति में विभाग द्वारा गठित विशेष छापामारी टीम उन उपभोक्ताओं के प्रतिष्ठानों के साथ आवासीय परिसरों में जाकर जांच करते हैं और दोषी पाए जाने पर विद्युत विच्छेद कर नामित जन पर जुर्माना लगाया जाता है साथ ही संबंधित थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाती है। कार्यपालक अभियंता ने आगे कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर को बायपास कर बिजली चोरी के मामले को रोकने के लिए निगेटिव बैलेंस वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार की जा रही है। जारी सूची के आधार पर बिजली विभाग द्वारा गठित टीम नामित लोगों के प्रतिष्ठानों और आवासीय परिसरों पर धावा बोलकर ऊर्जा चोरी का खुलासा करेंगे और उन्हें दोषी ठराएंगे। चालू माह में दर्जनों निगेटिव बैलेंस वाले उपभोक्ता पकड़ में आए हैं जिनसे लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि उपभोक्ताओं के करतूतों को उजागर करने के लिए सघन छापामारी जारी है। आने वाले समय में इसमें और तेजी लाई जाएगी। उन्होंने जिले के उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि नियमानुकूल बिजली का उपभोग करें और विभाग को तंदुरुस्त रखें। समीर कुमार ने तमाम उपभोक्ताओं को काले कारनामों के कलंक से बचने का संदेश दिया।

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