जीविका दीदियों ने फाइलेरियारोधी दवा खाकर तोड़ा लोगों का भ्रम

कैमूर:- 10 फरवरी से शुरू एमडीए अभियान को लेकर लोगों को दवा खिलाया जा रहा है। अभियान के दौरान लोगों को दवा खिलाने में कई समस्याएं भी आ रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग एवं सहयोगी संस्थाओं द्वारा अथक प्रयास की वजह से अभियान में गति दिखाई दे रही है। लगातार अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।            इसी के तहत मागलवार को मोहनिया प्रखंड के दादर पंचायत स्थित मामादेव गांव में पीसीआई इंडिया के द्वारा जीविका दीदियों एवं अन्य ग्रामीण महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया जिसके दवा को लेकर फैले भ्रम को तोड़ने का प्रयास किया गया जिसमें सफलता भी मिली और वहां मौजूद जीविका दीदियों के समूह के साथ-साथ गांव की अन्य महिलाओं ने दवा का सेवन करके अपने गांव में सकारात्मक संदेश दिया और बताया की दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसके पूर्व गांव में मौजूद फाइलेरिया से पीड़ित 50 वर्षीय महिला गीता देवी ने वहां मौजूद महिलाओं को अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने बताया की वो पिछले 10 वर्षों से हाथीपाँव से पीड़ित है। और इसका इलाज भी कराया परंतु कोई फायदा नही हुआ। वही पीड़ित महिला की पीड़ा देख अन्य महिलाएं दवा खाने के लिए आगे आई और इस बीमारी से खुद के परिवार के साथ साथ गांव को फाइलेरिया मुक्त करने का संकल्प लिया। गांव के लोगों को दवा सेवन करवाने में करेंगी सहयोग:-बैठक में मौजूद जीविका दीदियों के साथ-साथ गांव के अन्य महिलाओं ने दवा सेवन करने के बाद बताया कि उन्हें कोई समस्या नहीं हुई और अपने माध्यम से गांव के अन्य लोगों को दवा सेवन करने के लिए प्रेरित करेंगी।मामादेव गांव की जीविका की एमआरपी सरोज ने खुद पहले दवा सेवन किया उसके बाद अन्य महिलाओं ने भी दवा सेवन करके एक सकारात्मक संदेश दिया है। सरोज ने बताया कि वह अपने माध्यम से अन्य जीविका दीदियों को दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित तो करेंगी ही साथ ही साथ गांव के अन्य महिला पुरुषों को भी दवा सेवन करने के लिए प्रेरित करेंगी।जागरूकता के माध्यम से तोड़ा जा रहा है भ्रम:-पीसीआई इंडिया के कैमूर जिला समन्वयक मोहम्मद शादाब आलम ने बताया की फाइलेरिया की दवा सेवन पर फैले भ्रम को तोड़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा है और इसका बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहा है।           उन्होंने बताया की फाईलेरियारोधी दवा पूरी तरह सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों में फाइलेरिया के लक्षण है उनमें उल्टी एवं चक्कर जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। शादाब आलम ने बताया कि लगातार जागरूकता अभियान से लोग दवा खाने के लिए आगे आ रहे है।

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