होली के बाद ईद में भी शिक्षकों कर्मचारियों को वेतन ,पेंशन भुगतान नहीं करना बेशर्मी की प्रकाष्ठा

मधेपुरा:-ईद उल फितर के मौके पर वाम युवा संगठन एआइवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने एक ओर जहां सबको ईद उल फितर की बधाई देते हुए आपसी भाईचारा सदैव बरकरार रख समाज और मुल्क के तरक्की की कामना की वहीं दूसरी तरफ बीएनएमयू में दुर्गापूजा, दिपावली, होली के बाद ईद में भी वेतन और पेंशन भुगतान नहीं करने और उपर से होली मिलन समारोह और इफ्तार पार्टी के ड्रामा को पदाधिकारियों की बेशर्मी ढिठाई करार दिया। एआइवाईएफ जिला अध्यक्ष राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि यह कितना दुखद है कि मंचो पर लम्बे चौड़े भाषण देने वाले और तथाकथित उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटने वाले बीएनएमयू के वरीय पदाधिकारियों की हठधर्मिता और करतूत इतनी ओछी मानसिकता वाली है।राठौर ने कहा हमेशा से यह सिस्टम रहा है कि वेतन अथवा पेंशन में कोई भी अड़चन क्यों न हो लेकिन महत्वपूर्ण पर्व के मौके पर कुछ न कुछ भुगतान होता रहा है। लेकिन बीएनएमयू ने तो सारी हदें ही पार कर दी है।                          कहीं साल भर तो कहीं छह माह से नहीं हुआ है भुगतान:-एआइवाईएफ जिला अध्यक्ष राठौर ने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि कहीं अतिथि शिक्षकों को साल भर से भुगतान नहीं हुआ तो कहीं बीएड, एम एड विभाग में छह माह से भुगतान नहीं हुआ ।कर्मचारी और पेंशनर की तो बात ही छोड़िए।जब शिक्षकों और कर्मचारियों को समय पर वेतन और पेंशन नहीं मिलेगा तो वे चाहकर भी अपना शत प्रतिशत नहीं दे सकते।ऐसे में बीएनएमयू का विकास होने से रहा।ऐसे विषम हालात में छात्र युवा संगठनों को एकजुट होने की अपील:-एआइवाईएफ जिला अध्यक्ष राठौर ने बीएनएमयू में सक्रिय छात्र युवा संगठनों से अपील किया है कि शिक्षक, कर्मचारी, पेंशनर के सम्मान में हर बात से ऊपर उठ एकजुट हो व्यवस्था से सवाल करने की जरूरत है कि जब ये सेवा दे रहे हैं फिर उनका भुगतान क्यों नहीं।लम्बे समय से वेतन और पेंशन भुगतान नहीं होने से कई जानें तक जा चुकी है फिर भी अगर बीएनएमयू पदाधिकारियों की मनमानी नहीं रुक रही तो फिर व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन क्यों नहीं हो।राठौर ने साफ किया कि कुछ बिंदुओं पर बीएनएमयू लम्बे समय से छल करता रहा है अब आर पार की रणनीति तैयार की जाएगी।

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