13 अप्रैल को होगा सतुआईन एवं चैतीछठ का खरना,14 को जुड़िशीतल एवं सायंकालिक चैतीछठ एवं अर्घदान 15 को प्रातःकालीक अर्घदान एवं पारण

सहरसा:-ब्रज किशोर ज्योतिष संस्थान डॉ. रहमान चौक के ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा जी के अनुसार लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ आरंभ हो गया है। वहीं,13 अप्रैल शनिवार को व्रती पूरे दिन निराहार रह कर शाम में खरना का पूजा कर गुड़ से बने खीर प्रसाद के रूप में ग्रहण कर निर्जला उपवास को लेकर संकल्प लेंगी एवं 13 अप्रैल को ही सतुआईन का भी पर्व मनाया जायेगा।                             14 अप्रैल रविवार को व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी, एवं जुड़िशीतल का पर्व भी मनाया जायेगा। 15 अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पारण कर चार दिवसीय महापर्व को पूर्ण करेंगी, धार्मिक मतों के अनुसार खरना का प्रसाद ग्रहण करने से निरोग काया, बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है। भगवान सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। सूर्य की कृपा से घरों में सुख-शांति और समृद्धि में वृद्धि होती है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com