आज भी लोगों के मन मे अतिप्राचीन देवनवन मन्दिर की आस्था और विश्वास कायम

सहरसा(नवहट्टा):- प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी कोसी तटबंध स्थित अति प्राचीन देवनवन शिवमंदिर सन 1996 ई में कोसी नदी के आगोश में समा गया था। तब से आज तक लोगों के मन मस्तिष्क में भगवान का रूद्र रूप समाया हुआ है जबकि सन 1996 ईस्वी में ही शाहपुर गांव के 79.5 स्पर पर नए देवनवन शिव मंदिर का निर्माण हो गया था।           बावजूद इसके भक्तों ने 81 स्पर पर सुरुआत से ही भक्तों ने झोपड़ी नुमा घर में महादेव की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। इस बीच स्थानीय राम बहादुर उर्फ रमन यादव के द्वारा पूर्वी कोसी तटबंध के 81 स्पर पर जहां प्राचीन शिव मंदिर हुआ करता था ठीक उसी के सामने स्वामी प्रेमानंद जी महाराज से प्रभावित होकर देवनवन शिवमंदिर और राधाकृष्ण मन्दिर की पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया हुआ है। इसी बीच रविवार को स्वर्ग इंजीनियर बलवंत कुमार की धर्मपत्नी प्रेमलता ने मंदिर पहुंचकर आंशिक सहयोग करते हुए मंदिर निर्माण में आगे भी तन मन धन से सहयोग करने की बात कही।         मौके पर मंदिर के पुजारी फूल झा बाबा, मन्नू रिस्की, तनिष्क सिंह, अमित कुशवाहा, कुलवंत कुमार, फुलपरी देवी, भाजपा मंडल अध्यक्ष बैजनाथ साहनी, सुरेंद्र पासवान, संतोष उर्फ आशीष आर्यन, प्रदीप प्रेम, सुधीर कामत, बालेश्वर साह सहित दर्जनों भक्तगण उपस्थित थे।

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