राहुल ने चुनी पुश्तैनी सीट : फिरोज गांधी से शुरू हुआ सफर, इंदिरा यहीं से बनीं पीएम, सोनिया 20 साल रही सांसद

डेस्क:-कांग्रेस की पैतृक लोकसभा सीट पर शुक्रवार को नया इतिहास बनने जा रहा है। राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट से नामांकन करेंगे तो गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी का रायबरेली से राजनीतिक सफर शुरू होगा। कांग्रेस के युवराज मां सोनिया गांधी की रायबरेली में राजनीतिक विरासत को संभालेंगे। रायबरेली लोकसभा सीट के इतिहास की बात करें तो सबसे पहले 1952 में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ा और जीते। उसके बाद 1958 में भी उन्होंने चुनाव जीता।           उनके निधन के बाद1967 के चुनाव में इंदिरा गांधी ने इस सीट से पर्चा भरकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की। ऐसे में यह सीट गांधी परिवार की विरासत बन गई। 2004 में इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा और पांच बार सांसद चुनी गईं। अब सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी लोकसभा सीट से उतर कर गांधी परिवार की विरासत को संभालने जा रहे हैं। सांसद सोनिया गांधी ने राज्यसभा में जाने से पहले रायबरेली वासियों के नाम मार्मिक पत्र लिखा था जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इसी के बाद से कयास लगाए जाते रहे थे कि गांधी परिवार से कोई न कोई चुनाव रायबरेली से जरूर लड़ेगा। यहां से प्रियंका गांधी का नाम चल रहा था लेकिन ऐन मौके पर उनके भाई राहुल गांधी के चुनाव लड़ने का एलान कर दिया गया।
**************************
मां के बाद अब बेटे राहुल के सामने होंगे भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप।
•••••••••••••••••••••••••••••••••
हाई प्रोफाइल रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह लगातार दूसरी बार गांधी परिवार के सामने होंगे। 2019 में दिनेश प्रताप सिंह सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़े थे। उन्होंने कांग्रेस को टक्कर दी थी लेकिन चुनाव हार गए थे। 2018 में दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। सोनिया गांधी को 531918 मत मिले थे। भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 367740 मत मिले थे।                दिनेश प्रताप 164178 मतों से हार गए थे लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी के जीत के अंतर को कम कर दिया था।
•••••••••••••••••••••••••••••••••
रायबरेली से अब तक हुए सांसद:-
**************************
1952- फिरोज गांधी (कांग्रेस)
1958- फिरोज गांधी (कांग्रेस)
1962- ब्रजलाल (कांग्रेस)
1967- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1971- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1977- राजनारायण (बीकेडी)
1980- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1981-अरुण नेहरू( कांग्रेस) उपचुनाव
1984- अरूण नेहरू (कांग्रेस)
1989- शीला कौल (कांग्रेस)
1991- शीला कौल (कांग्रेस)
1996- अशोक सिंह (भाजपा)
1998- अशोक सिंह (भाजपा)
1999- कैप्टन सतीश शर्मा(कांग्रेस)
2004- सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2006-सोनिया गांधी (कांग्रेस) उपचुनाव
2009- सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2014-सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2019-सोनिया गांधी (कांग्रेस)

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com