जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित

सहरसा:-जिलाधिकारी वैभव चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उर्वरक उपलब्धता एवं वितरण एवं खरीफ आच्छादन के संबंध में बताया गया कि 76238.26 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जो पंचायतवार ऑनलाईन अद्यतन किया जा रहा है। गरमा बीज वितरण की समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गरमा मौसम 2024-25 में हरी चादर योजनान्तर्गत दैचा बीज हेतु कुल 307.76 क्विंटल बीज का लक्ष्य प्राप्त है, जिसके विरूद्ध 102.16 क्विंटल बीज का वितरण किसानों मध्य किया जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि दैचा बीज का किसान सलाहकार, एटीएम, बीटीएम एवं कृषि समन्वयक के माध्यम से किसानों के बीच शत-प्रतिशत वितरण एक सप्ताह के अन्दर कराना सुनिश्चित करें।         खरीफ मौसम में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में प्रखंडवार उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 217363 बैग यूरिया, 25398 बैग डीएपी, 21542 बैग एमओपी, 59996 बैग एनपीके एवं 13180 बैग एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक नमूना की समीक्षा के क्रम में कुल लक्ष्य 192 के विरूद्ध 19 नमूना संग्रहित किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है। जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अपने स्तर से माहवार लक्ष्य निर्धारित करते हुए उर्वरक नमूना का लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि पूर्ण करेंगे। ऑनलाईन बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रतिवेदन की समीक्षा के क्रम में बीज, उर्वरक अनुज्ञप्ति में निर्धारित समयावधि में आवेदन निष्पादित पाया गया, जिलाधिकारी द्वारा अनुज्ञप्ति कार्य निष्पादन की सराहना करते हुए इसी प्रकार कार्य करने हेतु जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 49 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 06 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पायी गयी, जिससे स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु पोस  मशीन एवं भौतिक स्थिति की जांच तथा थौक उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरकों की उपलब्धता की भी भौतिक जांच हेतु निदेशित किया गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी संबंधित कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार द्वारा कृषकों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, जो 98 प्रतिशत है, शेष 2 प्रतिशत लंबित पाया गया। भौतिक सत्यापन हेतु 4161 आवेदन लंबित पाया गया। साथ ही ई-केवाईसी की समीक्षा के क्रम में 99 प्रतिशत आवेदन निष्पादित पाया गया, शेष 1 प्रतिशत लंबित पाया गया। निष्पादन हेतु 2682 आवेदन लंबित पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा लंबित भौतिक सत्यापन एवं ई-केवाईसी आवेदनों को एक सप्ताह के अन्दर निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया। सहायक निदेशक, यांत्रिकरण द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 277.93 लाख का लक्ष्य के विरूद्ध 233.12 लाख की उपलब्धि प्राप्त है, जो 83.88 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 2656 आवेदन प्राप्त हुए है, जिसमें 1571 आवेदनों को प्रखंड कृषि पदाधिकारी स्तर से सत्यापित किया गया है, शेष 232 आवेदन किसानों द्वारा अद्यतन नहीं किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि उक्त किसानों को स्वंय, किसान सलाहकार, एटीएम, बीटीएम एवं कृषि समन्वयक के माध्यम से फोन, भौतिक रूप से संपर्क स्थापित कर निष्पादन कराना सुनिश्चित करें, ताकि लॉटरी प्रक्रिया में सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जा सके। कृषि यांत्रिकरण योजनान्तर्गत कृषि यंत्र पर अनुदान एवं कस्टम हायरिंग सेन्टर हेतु आवेदन की तिथि 31 मई 2024 तक विस्तारित कर दिया गया है। किसान बंधु कृषि विभाग के बेवसाईट farmech.bih.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते है। उप परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य दो दिन पहले प्राप्त हुआ है, जिसमें विभिन्न घटक अंतर्गत लक्ष्य के अनुरूप उपावंटन कर उपलब्धि हेतु अपेक्षित कार्रवाई की जा रही है। कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 62 ट्यूबवेल में 48 कार्य कर रहे है, शेष 14 में यांत्रिक खराबी है, जिसे ठीक कराया जा रहा है। सिंचाई प्रमंडल के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि प्रमंडल के क्षेत्राधीन रब्बी सिंचाई कार्य समाप्त होने के उपरान्त नहर संचालन का कार्य बंद है। जून माह के अंत में नहरों में पानी छोड़ा जायेगा। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजनान्तर्गत रबी 2022-23 के कुल लक्ष्य 22598 आवेदनों के विरूद्ध 18244 आवेदनों का निरीक्षण कर लिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा एक सप्ताह के अन्दर निरीक्षण पूर्ण करने हेतु निदेशित किया गया। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना द्वारा बताया गया कि कुल आपूरित यंत्र 438 के विरूद्ध 383 यंत्र का सत्यापन किया जा चुका है, शेष 55 भौतिक सत्यापन हेतु लंबित है। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण के साथ संयुक्त रूप से शेष लंबित का सत्यापन करना सुनिश्चित करें। जिला मत्स्य पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें कार्यान्वित योजनाओं यथा-मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना एवं अन्य योजनाओं में लक्ष्य के विरूद्ध कम उपलब्धि रहने पर जिलाधिकारी द्वारा खेद प्रकट किया गया। इस संबंध में निदेशित किया गया कि कार्यान्वित योजनाओं में प्रगति लाते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करना सुनिश्चित करें। बैठक से बिना किसी पूर्व सूचना एवं अनुमति से जिला मत्स्य पदाधिकारी के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण पृच्छा करते हुए वेतन बंद करने का निदेश दिया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि टीकाकरण में शत-प्रशित उपलब्धि प्राप्त है एवं ईयर टैंगिग के लक्ष्य 708000 के विरूद्ध 684292 की उपलब्धि प्राप्त कर ली गयी है, शेष उपलब्धि शीघ्र कर ली जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा जिला पशुपालन पदाधिकारी को लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु निदेशित किया गया। महाप्रबंधक उद्योग के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि पीएमईजीपी योजनान्तर्गत में कुल लक्ष्य 302 के विरूद्ध एक भी आवेदन स्वीकृत नहीं पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा पीएमईजीपी योजना अंतर्गत आवेदनों के निष्पादन हेतु संबंधित बैकों के राज्य स्तरीय संबंधित नोडल पदाधिकारी एंव भारतीय रिर्जव बैंक के वरीय अधिकारी एवं सचिव (वित्त) से पत्राचार करने हेतु निदेशित किया गया। जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना में निर्धारित योजना में सामान्य कोटि में भौतिक लक्ष्य 21 के विरूद्ध प्राप्त 48 आवेदन में 18 बैंक द्वारा स्वीकृत किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है।          कार्यपालक अभियंता विद्युत सिमरी बतिख्तयारपुर एवं सहरसा द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बैठक में दोनों अनुमंडल के कार्यपालक अभियंता को निदेशित किया गया कि जहां-जहां बांस-बल्ला के माध्यम से विद्युत आपूर्ति हो रही है, उसे अविलंब हटाकर पोल एवं केबल वायर के माध्यम से विद्युत आपूर्ति कराना सुनिश्चित करें, ताकि जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक, आत्मा, महाप्रबंधक उद्योग, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, डीडीएम नार्बाड, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक, पौधा सरंक्षण, सहायक निदेशक, रसायन, सहायक निदेशक, बीज विश्लेषण, कार्यपालक अभियंता, विद्युत, सहरसा, कार्यपालक अभियंता, विद्युत, सिमरी बख्तियारपुर, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जीविका, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने भाग लिया।

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