हाजीपुर की कई सड़कों से फुटपाथ गायब, मूकदर्शक बना नगर परिषद
April 24, 2022
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हाजीपुर:-शहर में अतिक्रमण का यह आलम है कि सड़कों किनारे कहीं फुटपाथ नहीं दिखता। जहां पर सड़कों किनारे कुछ जगह भी बची है तो उस पर दुकानदारों और ठेले-खोमचे वालों का कब्जा है। तमाम वरीय अधिकारियों और नगर परिषद के नाक के नीचे यह सब लगातार हो रहा, लेकिन कोई इसे देखने वाला नहीं। सड़क और फुटपाथों पर अतिक्रमण से आम राहगीर रोजाना परेशान होते हैं, फिर भी ना तो नगर परिषद और ना ही यातायात व्यवस्था में लगी पुलिस या अधिकारी ही इसके लिए कुछ कर रहे हैं। हद तो यह भी है कि शहर में पैदल राहगीरों के हक-अधिकार वाले फुटपाथों को नगर परिषद ने ठेकेदारों के हाथों बेच दिया है। वहीं बची-खुची नाले की जमीन पर अनेक जगह सैंकड़ों पक्की दुकानें बना कर उससे किराया वसूल किया जा रहा है। शहर में आवागमन की सबसे खराब हालत कचहरी रोड की है। यहां सड़क के बाद केवल नाले की जमीन बचती है। लेकिन उसे भी पक्की दुकानें बनाकर उससे किराया वसूली हो रहा है। इन दुकानों से नाले की सफाई तो बाधित होती ही है, आवागमन की भारी समस्या है।
आसपास के लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले यहां सड़क काफी चौड़ी हुआ करती थी। तब दोनों किनारे फुटपाथ भी बने हुए थे, जिससे होकर पैदल राहगीरों का आना-जाना होता था। लेकिन कुछ दशक में सड़क की दोनों ओर नाले बनाए गए वहीं नगर परिषद पर काबिज लोगों ने अपनी मोटी कमाई की लालच में नाले पर पक्की दुकानें बनवा दिया। अब यह सड़क सिकुड़ कर कुछ फीट की रह गई है। उपर से दोनों ओर लगने वाले ठेले-खोमचे ने पैदल राहगीरों के रास्ते पर कब्जा जमा लिया। इसके बावजूद नगर परिषद के साथ जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। अतिक्रमण से गुदरी रोड में गायब हो गया फुटपाथ शहर की प्रमुख व्यवसायिक केंद्र गुदरी रोड का फुटपाथ अतिक्रमण कारियों ने गायब कर दिया। यहां बिना नापी कराए गए बने नालों ने पहले ही दोनों ओर सड़क की जमीन को छोड़कर अतिक्रमण कारियों को आराम दे दिया और अब नाले के बाद फुटपाथ पर भी कब्जा हो गया। स्थानीय राधेश्याम सिंह ने बताया कि दुकानों के बाहर सामानों को लटकाने और बाहर सजा देने से पैदल लोगों का हक मार दिया गया है। मजबूरन लोगों को बीच सड़क से ही होकर गुजरना पड़ता है। ऊपर से ठेले-खोमचे वालों की भरमार परेशानी उत्पन्न करता है। नगर परिषद को आम राहगीरों की इस समस्या से कोई लेना-देना नहीं। राजेंद्र चौक से सुभाष चौक के बीच अवैध पार्किंग अनेक बड़े माल और मल्टी मार्केट के साथ ही चर्चित दुकानों के रहने से राजेंद्र चौक से सुभाष चौक तक की सड़क व्यवसायिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है। यहां हमेशा भीड़ और अवैध ढंग से लगाई जा रही गाड़ियों के चलते राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल होता है। स्थानीय पंकज कुमार ने कहा कि ऐसी बात नहीं है कि यहां दोनों ओर जगह का अभाव है। लेकिन नगर परिषद और यातायात पुलिस की शिथिलता के चलते आम राहगीर परेशान हो रहे हैं। यहां फुटपाथ ही गायब हो गया और जाम की ऐसी गंभीर समस्या है कि करीब चार-पांच सौ मीटर की दूरी पैदल पार करने में भी घंटे का समय लगता है।

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