गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की जांच को सीआरएम की टीम कर रही पंचायतों में भ्रमण
पंचायत स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों में मिलने वाली सेवाओं और सुविधाओं का लिया जायजा

बक्सर:- जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया गया है। लेकिन, इन सब के बाद भी स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को अब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मापदंडों पर खरा उतरना होगा। इसके लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर सेवाओं और सुविधाओं की जांच के लिए जिले में केंद्रीय समीक्षा मिशन (सीआरएम) की टीम सात दिवसीय दौरे आई है। जिसको लेकर जिले में पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही थी। 21 नवंबर से शुरू होने वाले सीआरएम टीम के निरीक्षण के पूर्व राज्यीय और उसके पूर्व जिला स्तरीय टीम द्वारा निरीक्षण कर सभी कमियों को दुरुस्त कर लिया गया। ताकि, सीआरएम टीम के निरीक्षण में किसी प्रकार की गड़बड़ी न रहे। हालांकि, निरीक्षण को लेकर स्वास्थ्य विभाग से अधिक जिले के लोगों में खुशी है। लोगों का मानना है कि अब जिले के पंचायत स्तर तक गुणवत्तापूर्ण और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। बताया जाता है कि जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण करने के बाद सीआरएम टीम राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक करेगी । जिसमें जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र की कमियों को रखा जायेगा। जिसके बाद सारी रिपोर्ट स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को सौंपी जायेगी। पंचायतों में मिलनी वाली सेवाओं की ली जा रही जानकारी:-निरीक्षण के क्रम में सीआरएम टीम द्वारा पंचायतों में स्थित स्वास्थ्य संस्थानों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। जिसमें पंचायत स्तर पर मिलने वाली सेवाओं की जानकारी ली जा रही है। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम से यथा सवाल ही पूछे जा रहे हैं। जैसे परिवार नियोजन पखवाड़ा कब से कब तक है, इसके दौरान आशा के द्वारा क्या-क्या कार्य किया जाता है। सीएनए इच्छुक दंपत्ति सर्वे क्या है? एनसीडी, टीबी, कुष्ठ कार्यक्रम में अवश्य की क्या भूमिका है? बंध्याकरण आपके संस्थान में कब कब होता है? साथ ही ड्यूलिस्ट एवं सर्वे, आशा ट्रेनिंग, एचबीएनसी किट, एएनसी व एचबीएनसी के संबंध में गांव के लाभार्थियों से जानकारी ली जा रही है। वहीं, मातृ एवं शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग के अलावा अन्य चीजों की जानकारी ली जा रही है।
सीआरएम की टीम इन बिंदुओं पर कर रही पड़ताल:-
1. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जनपद को स्वीकृत धनराशि एवं व्यय की गई धनराशि की समीक्षा।
2. स्वास्थ्य इकाईयों पर सभी प्रकार की सुविधाओं हेतु दी जा रही धनराशि का समुचित उपयोग एवं रिकार्ड का रख-रखाव।
3. जननी सुरक्षा योजना भौतिक एवं वित्तीय प्रगति, समस्त संबंधित अभिलेखों सहित।
4. जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम चिह्नित इकाईयों पर पूर्ण क्रियाशीलता।
5. प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफआरयू) की क्रियाशीलता एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता।
6. एमसीएच विंग एवं सीएचसी/ 24×7 पीएचसी की क्रियाशीलता।
7. एराएनसीयू, एनबीएसयू एवं एनबीसीसी की क्रियाशीलता।
8. एनआरसी की क्रियाशीलता।
9. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत टीमों द्वारा किये गये कार्य एवं वाहनों की समीक्षा।
10. एएफएचएस क्लीनिक का संचालन एवं आउटरीच एक्टिविटी की समीक्षा।
11. नियमित रूप से विफ्स का वितरण एवं पियर एजुकेटर के कार्यों व सन्दर्भन की समीक्षा।
12. कोल्ड चेन, माइकोप्लान के अनुसार वीएचएसएनडी।
13. परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति एवं गुणवत्ता।
14. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की क्रियाशीलता।
15. आशा योजना मानदेय का भुगतान, प्रशिक्षण, रिक्त स्थानों पर तैनाती आदि।
16. राष्ट्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत कम्यूनिकेबल डिजीज एवं नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज।
17. आयुष कार्यक्रम के अन्तर्गत दवाईयों की उपलब्धता एवं अन्य बिन्दु।
18. एनयूएचएम के अन्तर्गत अर्बन पीएचसी की क्रियाशीलता एवं रिकार्ड का रखरखाव।
19.मानव संसाधन की उपलब्धता एवं उपयोगिता।
20. 102 एवं 108 एम्बुलेन्स का निरीक्षण एवं सेवा की समीक्षा।
21. एएलएस एवं एमएमयू की समीक्षा।
22. एचएमआईएस/आरसीएच पोर्टल का किर्यान्वयन एवं डाटा का उपयोग/रिकार्ड्स का रख-रखाव।
23. निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा।
24. पीपीपी के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा।
25. चिकित्सालयों की सफाई, वेस्ट डिस्पोजल जनरेटर की कियाशीलता।
26. ब्लड बैंक एवं ब्लड स्टोरेज यूनिट की क्रियाशीलता।
27. मानव संसाधन की उपलब्धता एवं उपयोगिता।
28. औषधियों की उपलब्धता की स्थिति।