जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की हुई बैठक

सहरसा:-जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उर्वरक उपलब्धता एवं वितरण एवं खरीफ आच्छादन के संबंध में बताया गया कि 77050.55 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जो पंचायतवार ऑनलाईन अद्यतन किया जा रहा है। खरीफ बीज वितरण की समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ मौसम 2024-25 में कुल 2152.74 क्विंटल बीज का लक्ष्य प्राप्त है, जिसके विरूद्ध 1621.52 क्विंटल बीज प्राप्त है, जिसमें 807.65 क्विंटल बीज का वितरण किसानां मध्य किया जा चुका है।           जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर बीज शत-प्रतिशत वितरण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही पंचायत स्तर पर बीज वितरण में निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध नगण्य उपलब्धि वाले किसान सलाहकार, एटीएम, बीटीएम एवं कृषि समन्वयक को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करेंगे। खरीफ मौसम में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में प्रखंडवार उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में 247998 बैग यूरिया, 32722 बैग डीएपी, 17329 बैग एमओपी, 59074 बैग एनपीके एवं 13626 बैग एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक नमूना की समीक्षा के क्रम में अप्रैल से जून 2024 तक का लक्ष्य 28 के विरूद्ध 21 नमूना संग्रहित किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है।जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अपने स्तर से माहवार लक्ष्य निर्धारित करते हुए उर्वरक नमूना का लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि पूर्ण करेंगे। ऑनलाईन बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रतिवेदन की समीक्षा के क्रम में बीज, उर्वरक अनुज्ञप्ति में निर्धारित समयावधि में आवेदन निष्पादित पाया गया, जिलाधिकारी द्वारा अनुज्ञप्ति कार्य निष्पादन की सराहना करते हुए इसी प्रकार कार्य करने हेतु जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 97 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 18 प्रतिष्ठानां में अनियमितता पायी गयी, जिसमें 01 की अनुज्ञप्ति निलंबित किया गया एवं 17 से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु पोस मशीन एवं भौतिक स्थिति की जांच तथा थौक उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरक की उपलब्धता की भी भौतिक जांच हेतु निदेशित किया गया। साथ ही विगत बैठक में दिये गये निदेश के आलोक में जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि भौतिक जांच संबंधी समेकित प्रतिवेदन आगामी बैठक से उपलब्ध कराया जाय। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी संबंधित कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार द्वारा कृषकों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, जो 98 प्रतिशत है, शेष 2 प्रतिशत लंबित पाया गया। भौतिक सत्यापन हेतु 6209 आवेदन लंबित पाया गया। साथ ही मज्ञल्ब् की समीक्षा के क्रम में 99 प्रतिशत आवेदन निष्पादित पाया गया, शेष 1 प्रतिशत लंबित पाया गया। निष्पादन हेतु 2193 आवेदन लंबित पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा लंबित भौतिक सत्यापन एवं मौजूद आवेदनों को एक सप्ताह के अन्दर निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया। सहायक निदेशक, यांत्रिकरण द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 277.93 लाख का लक्ष्य के विरू़द्व 233.12 लाख की उपलब्धि प्राप्त है, जो 83.88 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 3785 आवेदन प्राप्त हुए है, जिसमें किसानों द्वारा 3429 आवेदन ही अद्यतन किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि शेष आवेदन जो कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कम स्तर पर लंबित है, को दो दिनों के अन्दर निष्पादन कराना सुनिश्चित करें, ताकि लॉटरी प्रक्रिया में योग्य किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जा सके। सहायक निदेशक, उद्यान की समीक्षा के क्रम में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वित्तीय वर्ष 2024-25 अंतर्गत बनमा ईटहरी, सलखुआ एवं पतरघट में आवेदन शून्य पाया गया। इस संबंध में सहायक निदेशक द्वारा बताया गया कि संबंधित प्रखंड उद्यान पदाधिकारी द्वारा कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है।          जिलाधिकारी द्वारा कार्य नहीं करने वाले प्रखंड उद्यान पदाधिकारी पर सहायक निदेशक उद्यान द्वारा कृत कार्रवाई की समीक्षा की गयी, जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि अद्यावधि कार्रवाई नहीं की गयी है, इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा आगामी बैठक में कार्य नहीं करने वाले प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निदेश दिया गया। साथ ही इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का भी निदेश दिया गया।
उप परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य दो दिन पहले प्राप्त हुआ है, जिसमें विभिन्न घटक अंतर्गत लक्ष्य के अनुरूप उपावंटन कर उपलब्धि हेतु अपेक्षित कार्रवाई की जा रही है। कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 62 टयूबवेल में 49 कार्य कर रहे है, शेष 13 में यांत्रिक खराबी है, जिसे ठीक कराया जा रहा है। सिंचाई प्रमंडल, सहरसा के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया खरीफ में जून माह के अंत में नहरां में पानी छोड़ा जायेगा। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजनान्तर्गत रबी 2022-23 के कुल लक्ष्य के विरूद्ध 523 आवेदन लंबित है। जिलाधिकारी द्वारा एक सप्ताह के अन्दर निरीक्षण पूर्ण करने हेतु निदेशित किया गया। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना द्वारा बताया गया कि कुल आपूरित यंत्र के विरूद्ध 55 यंत्र भौतिक सत्यापन किया जाना था, जिसके विरूद्ध माह में 21 यंत्रों का सत्यापन किया गया। कम प्रगति के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें कार्यान्वित योजनाओं यथा-मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना एवं अन्य योजनाओं में लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि टीकाकरण में शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त है एवं ईयर टैंगिग के लक्ष्य 708000 के विरूद्ध 684292 की उपलब्धि प्राप्त कर ली गयी है, शेष उपलब्धि शीघ्र कर ली जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा जिला पशुपालन पदाधिकारी को लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु निदेशित किया गया। महाप्रबंधक उद्योग के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि इस योजनान्तर्गत में कुल लक्ष्य 302 के विरूद्ध 185 आवेदन बैंक द्वारा अग्रसारित किया गया, जिसमें 145 आवेदन बैंक स्तर पर लंबित है। जिलाधिकारी द्वारा योजना अंतर्गत आवेदनों के निष्पादन हेतु संबंधित बैकों के राज्य स्तरीय संबंधित नोडल पदाधिकारी एंव भारतीय रिर्जव बैंक के वरीय अधिकारी एवं सचिव (वित्त) से पत्राचार करने हेतु निदेशित किया गया। जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना में निर्धारित योजना में सामान्य कोटि में भौतिक लक्ष्य 21 के विरूद्ध प्राप्त 304 आवेदन में 18 बैंक द्वारा स्वीकृत किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है। कार्यपालक अभियंता विद्युत सिमरी बतिख्तयारपुर एवं सहरसा द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दोनां अनुमंडल के कार्यपालक अभियंता को निदेशित किया गया कि जहां-जहां बांस-बल्ला के माध्यम से विद्युत आपूर्ति हो रही है, उसे अविलंब हटाकर पोल एवं केबल वायर के माध्यम से विद्युत आपूर्ति कराना सुनिश्चित करें, ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो। जिलाधिकारी द्वारा विधुत विपत्र सुधार हेतु आयोजित किये गये कैम्प के संबंध में पृच्छा की गयी, इस संबंध में कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि प्रत्येक माह के दूसरे शनिवार को विधुत विपत्र सुधार हेतु प्रखंड कार्यालय स्तर पर कैम्प आयोजित किया जाता है।          बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, महाप्रबंधक उद्योग, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, डीडीएम नार्बाड, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक पौधा सरंक्षण, सहायक निदेशक रसायन, सहायक निदेशक बीज विश्लेषण, कार्यपालक अभियंता विद्युत, कार्यपालक अभियंता विद्युत सिमरी बख्तियारपुर, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जीविका, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने भाग लिया।

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