नाबालिग लड़की का अपहरण कर जबरन शादी करने का आरोप, पुलिस ने 7 दिन बाद किया बरामद

सहरसा:- एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर विकलांग लड़के से शादी करवाने का मामले सामने आया है। इस मामले को लेकर लड़की के परिजन ने डरहार ओपी में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस लड़की को बरामद कर आगे की कार्रवाई में जुटी। मिली जानकारी के अनुसार बीते 8 जून की रात को कुछ लोगों ने नाबालिग लड़की का अपहरण घर हाटी गांव से कर लिया और लड़का को सुपुर्द कर दिया। उसके बाद बीमार पिता ने थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी।         आवेदन के आलोक में पुलिस ने लड़की और लड़का को बरामद कर आज सदर अस्पताल सहरसा में मेडिकल जांच के लिए लाया। जब परिजन को इसकी जानकारी मिली तो परिजन सदर अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे और लड़की को सुपुर्द करने को कहा। पुलिस ने नाबालिग लड़की को परिजनों को सुपुर्द नहीं किया और किसी तरह से मामला शांत कर लड़की और लड़का को लेकर सदर थाना लेकर चले गए। इस मामले को लेकर लड़की के परिजन के अनुसार कुछ लोगों ने हाटी पंचायत से लड़की को उठाकर ले गया और नट्टा गांव में लड़का को सुपुर्द कर दिया। उन्होंने पैसे भी लिए। लड़की की मां 5 साल पहले ही मर चुकी है। लड़की घर में अकेले रहती थी। उसके बाद हम लोग थाना में आवेदन भी दिए। बाद में पुलिस ने कहा कि लड़की ने शादी कर लिया है। वहीं, इस मामले को लेकर लड़की ने अपहरण की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि लड़का से बात करने के दौरान पिताजी देख लिए थे और हमको कुदाल से काटने दौड़े थे। इसलिए, हम इस लड़का के साथ चले गए। हम 5, 6 दिनों से इसके साथ रह रहे है और इसी के साथ रहेंगे और किसी के साथ नहीं रहेंगे। वहीं, आरोपी लड़के दिनेश कुमार ने कहा कि इसका नाम लक्ष्मी कुमारी है। इसके पिताजी इसको मार रहे थे। उसके बाद यह भागकर मेरे पास आई। मैं इससे प्यार करता हूं। लड़का ने ये भी बताया कि तकरीबन दो साल से प्यार कर रहे है और बातचीत भी करते थे। इसके पिताजी भी हमसे बातचीत करवाता था। वहीं, डरहार ओपी के पुलिस अवर निरीक्षक सूर्यदेव यादव ने कहा कि यह प्रेम प्रसंग का मामला है। लड़का-लड़की आपस में प्यार करते थे और भागकर शादी कर लिया है। इनके पिता ने आवेदन दिया गया था, उसी आवेदन के आलोक में मामला दर्ज कर लिया गया था और अनुसंधान किया जा रहा था।    अनुसंधान के क्रम में दोनों को पकड़ा गया और सदर अस्पताल लेकर मेडिकल करवाने आए थे। इन्हें 164 का बयान करवाने को लेकर कोर्ट जाना था। लेकिन, इनलोगों ने सदर अस्पताल में घेर कर हमलोगों के साथ बदसलूकी करने लगा। उन्होंने यह भी बताया कि लड़की नाबालिग या बालिग यह अनुसंधान के बाद पता चलेगा।

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