रांची में 25 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर प्रोफेसर समेत एक अन्य से 1.89 करोड़ ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, आप ना करें ऐसी गलती

Ranchi:-राजधानी रांची में 25 दिन तक प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करने वाले आरोपी को सीआईडी की रांची साईबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रोफेसर के साथ साथ एक अन्य को भी तीन तक डिजिटल अरेस्ट कर साईबर ठगी की थी। साइबर अपराधियों ने पार्सल में ड्रग्स होने की बात कहकर दोनो पीड़ित से डिजिटल अरेस्ट कर 1.89 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। साईबर ठगी का पैसा जिस एकाउंट में मंगाया गया था उस अकाउंट में 28 मई को 4.80 करोड़ रुपये क्रेडिट हुआ है। गिरफ्तार साईबर अपराधी पंकज कुमार बिहार के सारण जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र स्थित भरपुरा टोला, चौलिया का रहने वाला है। आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं सिम कार्ड और कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिंग के credentials के आदान प्रदान एवं साईबर ठगी से संबंधित Chat पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस के अनुसार रॉची साईबर क्राईम थाना (काण्ड संख्या 145/2024) और (161/2024) अलग अलग दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनो मामले में पीड़ित को Fedex Courier Service, Mumbai Branch के अधिकारी बनकर कॉल कर बताया गया कि इनके नाम और आधार नम्बर से संबंधित एक पार्सल है जिसमें ड्रग्स पाया गया है। जिसके विरूद्ध में Mumbai Crime Branch में काण्ड दर्ज किया गया है।                  Case के Verification और Settlement के नाम पर घर में Surveillance पर Digital Arrest करके रखा गया और अलग-अलग बैंक खाता में प्रोफेसर से 1.78 करोड़ जबकि दूसरे पीड़ित से 11 लाख की साईबर ठगी की गई। बिहार, गुजरात में बैठे सरगना का चीन से है कनेक्शन:-गिरफ्तार आरोपी Dikshup Enterprises नामक Private Limited Company खोलकर एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक और इँडलैंड बैक में Corporate Bank Account खुलवाए गए इन खाताओं को गुजरात के सूरत और पटना के कुछ साईबर अपराधियों के माध्यम से Telegram Channel पर उपलब्ध China के साईबर अपराधियों को बेच दिए गए। बैंक खाताओं में कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग को सक्रिय करने के बाद गुजरात बिहार के सरगना के साथ मिलकर China के साईबर अपराधियों के साथ टेलीग्राम चैनल के माध्यम से क्रेडेंशियल साझा करते है। चाईनीज सहयोगियों से apk (Android Package) files Telegram के माध्यम से प्राप्त करते थे जिन्हे बैंक खाते के साथ पंजीकृत सिम कार्ड पर इंस्टॉल कर देते थे। इस apk के माध्यम से बैंक लेनेदेन के लिए प्राप्त ओटीपी चाईनीज सहयोगियों को Auto Forward हो जाता था। Dikshup Enterprises नाम पर एचडीएफसी बैंक में खोले गये खाते के विभिन्न राज्यों के 111 शिकायते दर्ज है। इसके अलावे अन्य खाते के भी शिकायत दर्ज है। इस अपराध शैली से बचने का तरीका:-WhatsApp or Skype पर आने वाले Audio/Video Call जो अपने आप को Fedex या कानून प्रवर्तन एजेंसी के प्रतिनिधि होने का दावा करते है से अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचे। ऐसी धमकियों के आधार पर व्यक्तिगत जानकारी न दें या भुगतान न करें। वास्तविक कानून प्रवर्तन एजेंसी से सीधे संपर्क कर कॉल की वैधता की पुष्टि करें। अगर आप किसी फ्रॉड के शिकार हो गए है तो इसकी शिकायत तुरंत Cyber Helpline No 1930 या Website https://www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करें तथा इसकी लिखित शिकायत अपने नजदीकी थाना या Cyber Cell / Cyber Crime Police Station में करें।

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