निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन के बाद गर्भवती की गई जान

नर्सिंग होम छोड़कर डॉक्टर व कर्मी हुए फरार

सहरसा(सिमरी बख्तियारपुर)(चन्दन कुमार पासवान):-सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर परिषद के सिमरी बख्तियारपुर के डाक बंगला चौराहे के उतर पुरानी बाजार के बीच सृष्टि जीवन हॉस्पीटल एण्ड क्रिटिकल के नाम से जाने जाते हैं। यह प्राइवेट नर्सिंग होम।           बताते चलें कि सिमरी बख्तियारपुर में बिना मानक के नर्सिंग होम धड़ल्ले से खुल रहा है एवं चल भी रहा है। क्लिनिक को संचालक को जड़ा भी डर, भय नाम का कोई चीज नहीं है। हालांकि बोर्ड में बड़े अक्षरों में योग्य चिकित्सक के नाम का बोर्ड लगा दिया गया। योग्य चिकित्सक के नाम पर नर्सों द्वारा इलाज कराया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि इलाज के दौरान मरीज की मौत हो रही है। बावजूद पैसे, पहुंच एवं पैरवी के बल पर नर्सिंग होम भगवान भरोसे चल रहा है। इसी तरह की चौंकाने वाली घटना बीती रात घटी है।         चिकित्सक के बदले नर्सिंग होम प्रबंधक पर नर्स के द्वारा प्रसव पीड़िता का आंपरेशन के बाद मौत का मामला सामने आया है। मालूम हो कि सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद के डाक-बंगला चौराहा एवं पुरानी बाजार के बीच एक नर्सिंग होम के चिकित्सक के लापरवाही के कारण एक प्रसव पीड़िता महिला की अकाल मौत हो गई है। मौत के बाद अस्पताल प्रबंधक नर्सिंग होम बंद कर फरार बताया जाता है। मामले को लेकर मृतका के ससुर सलखुआ थाना क्षेत्र के गोरीयारी गांव निवासी विंदेश्वरी शर्मा ने बख्तियारपुर थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।    आवेदन में विन्देश्वरी शर्मा ने कहा है कि 14 सितंबर को मेरी पतोहु रानी कुमारी को प्रसव वेदना हुईं। तत्पश्चात मैंने उसे सलखुआ अस्पताल ले गया। जहां चिकित्सकों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मरीज को सहरसा सदर अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन इस बीच गांव के ग्रामीण कलावती देवी एवं गांव के बिचौलिए के कहने पर डाक बंगला चौराहे के आगे एक अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वहां नर्सिंग होम के प्रबंधक ने बिना सोचे-समझे नर्सिंग होम के एक नर्स से मेरी पतोहु का आपरेशन कर दिया गया। आंपरेशन के बाद मरीज की हालत लगातार गंभीर होती चली गई। अंत में प्रबंधक द्वारा मरीज को ऑक्सीजन लगाकर रेफर कर दिया गया। लेकिन मरीज की मौत पूर्व में ही हो चुकी थी। फिर भी हम सभी उसे बेगुसराय लें गए। जहां चिकित्सक ने बताया की मरीज की मौत पूर्व में ही हों चुकी है। वापस लौटकर नर्सिंग होम सिमरी बख्तियारपुर पहुंचा। एवं नर्सिंग होम प्रबंधक से बातचीत करना चाहें, तों उसने गाली-गलौज एवं धमकी देकर भगा दिया। विंदेश्वरी शर्मा ने कहा कि डाक-बंगला चौराहा स्थित नर्सिंग होम में पूर्व में भी ऐसी घटना हो चुकी है। इस तरह के निजी नर्सिंग होम के द्वारा गरीब मरीजों के साथ आर्थिक, मानसिक, शारीरिक दोहन करने का काम करते हैं एवं अपने बिचौलिए को रखकर गरीब एवं भोले भाले गरीब मरीजों को फंसाकर जान मारने का कर रहे हैं।           उन्होंने दोषी पर कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है। इस संबंध में नर्सिंग होम के प्रबंधक ने कहा कि मेरे उपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। आखिरकार इस दुधमुहे बच्चे का क्या होगा। उसे क्या मालूम था कि जन्म लेते हीं मै अनाथ हो जांउगा, फिलहाल नवजात शिशु की देखरेख इनकी दादी कर रही है।

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