जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की हुई बैठक

सहरसा:-जिलाधिकारी दीपेश कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा खरीफ बीज वितरण, उर्वरक, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना फार्मर रजिस्ट्री, सेल्फ रजिस्ट्रेशन योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। खरीफ मौसम में पाँच प्रकार का बीज संकर धान, धान, अरहर, स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न का कुल लक्ष्य 1248.89 क्विंटल के विरूद्ध कुल प्राप्त 482.04 क्विंटल बीज के आलोक में 40.53 क्विंटल बीज का वितरण किसानों के मध्य किया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है।            जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 20 जून तक शत-प्रतिषत बीज का वितरण किसानों के मध्य कर लिया जाएगा। वर्त्तमान में जिलान्तर्गत उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में 131996 बैग यूरिया, 25931 बैग डीएपी, 36278 बैग एमओपी, 60322 बैग एनपीके एवं 10054 बैग एसएसपी उपलब्ध है। जिलाधिकारी द्वारा नैनो यूरिया के संबंध में निदेषित किया गया कि इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार कृषकों के बीच कराये, ताकि किसानों द्वारा खेती में इसका व्यापक उपयोग किया जा सके। जिलाधिकारी द्वारा शत-प्रतिषत उर्वरक प्रतिष्ठानों पर दीवाल लेखन में संधारित रेट चार्ट में उर्वरक मूल्य तालिका के साथ संबंधित प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, पंचायत कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार का मोबाईल नम्बर अंकित कराने का निर्देष दिया गया। साथ ही उर्वरक उपलब्धता की सूचना प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे, ताकि किसी प्रकार की परेशानी की स्थिति में किसान सीधे संपर्क स्थापित कर अपनी समस्या का निदान करा सकें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत जिले के सभी अंचल में फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में सहरसा जिला में फॉर्मर रजिस्ट्री अबतक 4651 पाया गया जिसमें विगत दिवस में मात्र 66 फॉर्मर रजिस्ट्री की गयी, जो अन्य जिलों की तुलना में काफी कम पाया गया। इस पर जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि प्राथमिकता देते हुए एक सप्ताह के अन्दर इसमें प्रगति लाना सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत सेल्फ रजिस्ट्रेशन में सभी प्रखंडों में कुल 241 आवेदन लंबित पाया गया। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी को निदेषित किया गया कि संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी अंचल के अंचलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर सभी आवेदनों का निष्पादन एक सप्ताह के अन्दर कराना सुनिष्चित करेगें। सहायक निदेशक उद्यान की समीक्षा के क्रम में उनके द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में नारियल, आम, केला एवं फूल में लक्ष्य प्राप्त हुआ है, किसानों द्वारा पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया जा रहा है। मिट्टी जाँच प्रयोगशाला की समीक्षा के क्रम में सहायक निदेशक(रसायन) द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 अंतर्गत कुल लक्ष्य 5618 के आलोक में प्रयोगशाला में 1023 नमूना प्राप्त है, जिसमें 80 नमूना का विष्लेषण कर किसानों को 80 मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित कर दिया गया है, संबंधित कर्मी द्वारा शेष मिट्टी नमूना संग्रह किया जा रहा है। परियोजना निदेशक, आत्मा द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य प्राप्त नहीं है। सचिव के निदेषानुसार जिलास्तरीय, प्रखंडस्तरीय शारदीय खरीफ महोत्सव एवं किसान चौपाल का आयोजन कराया गया है, जिसमें 10063 किसानों ने भाग लिया है। बैठक में प्राचार्य, मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर सहरसा बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाये गये, इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण पृच्छा हेतु निदेशित किया गया।।बैठक में वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, अगवानपुर अनुपस्थित पाये गये, इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण पृच्छा हेतु निदेशित किया गया। लघु सिंचाई अंतर्गत कनीय अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 62 टयूबवेल में 49 कार्य कर रहे है, शेष 13 में यांत्रिक खराबी है, जिसमें 10 मुखिया से संबंधित है। जिलाधिकारी द्वारा संबंधितों से समन्वय स्थापित कर एक सप्ताह में सभी ट्यूबवेल को कार्यषील करने का निदेश दिया गया, साथ ही तत्संबंधी प्रतिवेदन आगामी बैठक में उपलब्ध कराने का निदेष दिया गया। कार्यपालक अभियन्ता, लघु सिंचाई बिना सूचना बैठक से अनुपस्थित पाये गये, इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण पृच्छा हेतु निदेशित किया गया। सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, सहरसा द्वारा बताया गया कि खरीफ सिंचाई का कार्य जून माह में प्रारंभ होगा। कार्यपालक अभियन्ता, सिंचाई प्रमंडल बिना सूचना बैठक से अनुपस्थित पाये गये, इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण पृच्छा हेतु निदेशित किया गया। सहकारिता की समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत कुल प्राप्त 911 आवेदनों के विरूद्ध 496 आवेदन का सत्यापन कर लिया गया है, शेष प्रक्रियाधीन है। जिला पशुपालन पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि टीकाकरण में पूर्व में प्राप्त 566550 लक्ष्य के विरूद्ध शत प्रतिषत उपलब्धि प्राप्त कर ली गयी तथा ईयर टैगिंग में 780000 लक्ष्य के विरूद्ध 709412 उपलब्धी जो 90.95 प्रतिशत है। महाप्रबंधक उद्योग द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में PMFME योजनान्तर्गत 156 का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमे बैंकों द्वारा केवल 7 आवेदन स्वीकृत किया गया। PMEGP योजना अंतर्गत कुल लक्ष्य 129 के विरूद्ध बैंकों द्वारा 117 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 87 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा महाप्रबंधक उद्योग को अधिक आवेदन लंबित रखने वाले संबंधित बैंकों के राज्य प्रमुख एवं महाप्रबंधक से जिलाधिकारी के स्तर से तथा विभाग के स्तर आवश्यक पत्राचार करने हेतु निदेषित किया गया, ताकि अधिकाधिक किसानों को लाभ हो तथा लक्ष्य की प्राप्ति संभव हो सके। गव्य विकास की समीक्षा के क्रम में जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि समग्र गव्य विकास योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल भौतिक लक्ष्य 90 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 19 आवेदन स्वलागत से 67 आवेदन कुल 86 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें स्वलागत से 19 आवेदन स्वीकृत किया गया है। देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल भौतिक लक्ष्य 36 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 11 आवेदन स्वलागत से 26 आवेदन कुल 37 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें बैंक के माध्यम से 01 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 20 आवेदन कुल 21 आवेदन स्वीकृत किया गया है। डीडीएम नाबार्ड द्वारा बताया गया कि दो एफपीओ जिला में कार्यरत है, जो प्रखंड सिमरी बख्तियारपुर एवं प्रखंड नवहट्टा में संचालित है। प्रखंड नवहट्टा में मखाना पॉपिंग एवं पैकेजिंग का व्यवसाय किया जा रहा है। कंपनी वर्ष 2024-25 में 24.15 लाख का व्यवसाय कर 28 हजार का प्रॉफिट कमाया। प्रखंड-सिमरी बख्तियारपुर में कंपनी वर्ष 2024-25 में कुल 42.55 लाख रूपये का व्यवसाय किया गया जिसमें कुल 32 हजार रूपये का प्रॉफिट कमाया। मापतौल की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि वार्षिक लक्ष्य 69 लाख के विरूद्ध कुल वसूली 5.27 लाख, जो 7.62 प्रतिशत है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि वसूली समयानुसार यथाशीघ्र किया जाय। कार्यपालक अभियंता विद्युत सदर, सिमरी बख्तियारपुर द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी।            उनके द्वारा बताया गया कि कृषि कनेक्शन हेतु कुल 10 हजार का लक्ष्य प्राप्त है जिसके आलोक में 2500 कृषि कनेक्षन दिया गया है पृच्छा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि प्राप्त लक्ष्य वर्ष 2026 तक पूर्ण किया जाना है। जिलाधिकारी द्वारा ससमय लक्ष्य पूर्ण करते हुए राजस्व संग्रहण करने हेतु निदेशित किया गया। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में संचालित विभागीय योजनाओं के लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि कर ली गई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य प्राप्त नहीं है। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक, आत्मा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सहाकारिता पदाधिकारी, जिला सांख्यकी पदाधिकारी, महाप्रबंधक उद्योग, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक, बीज विषलेषण, अग्रणी बैंक प्रबंधक, सहरसा, कनीय अभियंता, लघु सिंचाई, सहायक अभियंता, सिंचाई, कार्यपालक अभियंता, विद्युत सदर, डीडीएम नाबार्ड, जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय सहरसा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सहरसा एवं सिमरी बख्तियारपुर आदि ने भाग लिया।

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