प्राचार्य तानाशाही रवैया अपनाते हुए कई बार छात्रों का भोजन करवा देते हैं बंद

अभाविप सहरसा इकाई ने छात्रों और कॉलेज प्रशासन से बातचीत कर पूरे प्रकरण की ली जानकारी

सहरसा:-इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले कई दिनों से छात्रों और कॉलेज प्रशासन के बीच चल रहे विवाद को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) सहरसा इकाई ने छात्रों और कॉलेज प्रशासन दोनों से बातचीत कर पूरे प्रकरण की जानकारी ली। अभाविप उत्तर बिहार प्रांत के प्रांत सह मंत्री मनीष चौपाल ने कहा कि उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य से छात्रों की प्रमुख समस्याओं पर चर्चा की। छात्रों ने बताया कि मेस के भोजन में खराब गुणवत्ता पाई जा रही है, कई बार खाने में कीड़े मिले हैं।            साथ ही कॉलेज की कैंटीन लंबे समय से बंद है और स्पोर्ट्स विभाग की जगह पर कैंटीन का सामान रखे जाने के कारण खेल गतिविधियाँ भी प्रभावित हो रही हैं। प्राचार्य ने सफाई देते हुए कहा कि मेस पूरी स्वच्छता के साथ संचालित हो रहा है और छात्रों के आरोप निराधार हैं। हालांकि, छात्रों ने इसके सबूत भी प्रस्तुत किए और आरोप लगाया कि प्राचार्य तानाशाही रवैया अपनाते हुए कई बार छात्रों का भोजन बंद करवा देते हैं। इससे प्रतीत होता है कि प्रशासन और छात्रों के बीच गंभीर अविश्वास की स्थिति है।                                                      कैंटीन के संबंध में प्राचार्य ने बताया कि यह उच्च न्यायालय के आदेश पर पूर्व विवाद के कारण बंद रखा गया है, और न्यायालय से आदेश आने तक इसे खोला नहीं जा सकता। लेकिन अभाविप पदाधिकारियों ने मांग की कि छात्रों की सुविधा के लिए कैंटीन को कॉलेज परिसर में ही किसी अन्य स्थान पर अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जाए। अभाविप सहरसा के पूर्व जिला सह-संयोजक कृष्णकांत गुप्ता ने कहा कि कॉलेज प्रशासन बिना किसी उचित जांच के छात्रों पर मनमाना और असंगत जुर्माना लगा रहे हैं, अक्सर पूरे बैच को निशाना बना रहे हैं: सामूहिक जुर्माना घटना (5 नवंबर, 2025): योग सत्र के दौरान 2-3 छात्रों द्वारा मामूली गड़बड़ी के बाद, कॉलेज प्रशासन ने 2025 बैच के प्रत्येक छात्र पर ₹1000 का जुर्माना लगाया, जिसमें अनुपस्थित छात्र भी शामिल है। छात्रों से अवैध रूप से लाखों रुपये की उगाही अन्यायपूर्ण है। प्राचार्य के तानाशाही रवैए के कारण कैंपस का माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है।                             नगर मंत्री अंशु कुमार ने कहा कि गर्ल्स हॉस्टल में निजता का उल्लंघन प्रशासन गर्ल्स छात्रों के निजता के मौलिक अधिकार का सक्रिय रूप से उल्लंघन कर रहा है:निजता का हनन: गर्ल्स हॉस्टल में कई जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें सीधे बाथरूम की ओर देखने वाले कैमरे भी शामिल हैं। प्रिंसिपल द्वारा इन कैमरों को हटाने के पहले दिए गए आश्वासन के बावजूद, ये कैमरे अभी भी लगे हुए हैं, जिससे परेशानी हो रही है और बुनियादी निजता का हनन हो रहा है।अभाविप हमेशा छात्रों के साथ है और कॉलेज प्रशासन द्वारा हो रहे अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगा।          उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय सीमा के भीतर छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो अभाविप पूरे कॉलेज में अनुचित कालीन बंद (अनिश्चितकालीन हड़ताल) करेगा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com