एम्स और ओवरब्रिज नहीं तो वोट नहीं:-प्रवीण आनंद

सहरसा:- एम्स आंदोलन का नौवें वर्षगांठ है। एम्स निर्माण संघर्ष समिति सहरसा के 28 फरवरी को 9 वीं वर्षगांठ पर अध्यक्ष विनोद कुमार झा, संरक्षक सह पूर्व जिला पार्षद प्रवीण आनंद ने कहा कि पिछले नौ वर्षों से कोशी वासियों के स्वास्थ्य रक्षार्थ हमारे संघर्षशील साथियों के अहर्निश त्याग तपस्या रूपी संघर्ष से सहरसा में मॉडल हॉस्पिटल, सरकारी मेडिकल कॉलेज सहित सदर अस्पताल सहरसा में बहुत सुधार हुआ है। इस संघर्ष में सभी दलों और संगठनों ने यथासंभव साथ भी दिया। एम्स निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्व सांसद द्वय आनंद मोहन, लवली आनंद के नेतृत्व में सहरसा के सभी राजनीतिक दल जिसमें सहरसा के विधायक डॉ. आलोक रंजन, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, मेयर वैनप्रिया सहित लगभग 30 सामाजिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठित संगठनों ने 31 जुलाई 2023 को सहरसा को पूर्णरूपेण बंद कर केन्द्र और राज्य सरकार को अपने ऐतिहासिक चिरपरिचित मांग एम्स सहरसा की आवाज से अवगत कराया था जिसके आलोक में बिहार सरकार ठीक 15 दिन में अर्थात 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सहरसा में सरकारी मेडिकल कॉलेज देने का घोषणा किया जो संघर्ष के बल पर ही संभव हुआ।           इससे पूर्व भी हमारे सांसद दिनेश चंद्र यादव के नेतृत्व में आधा बिहार को प्रतिनिधित्व करने वाले 20 सांसदों ने प्रधानमंत्री और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को एम्स सहरसा हेतु ज्ञापन सौंपकर सरकार को यहाँ की वास्तविक मांगों से अवगत करा चुके हैं। राजनीतिक के कारण एम्स सहरसा को दरकिनार करने वाले सफल नहीं होंगे। सर्वोच्च न्यायालय में संघर्ष समिति के विस्तृत संगठन कोशी विकास संघर्ष मोर्चा द्वारा विशेष अनुमति याचिका संख्या 810/2024 में एक मार्च को केन्द्र और राज्य सरकारों को जबाब देना है। विद्वान सीनियर अधिवक्ता रतन कुमार सिंह सहित पांच विद्वान अधिवक्ताओं ने सहरसा के पक्ष को सही माना है और उनका कहना है कि दरभंगा की सभी भूमि खारिज है और कोई नई भूमि नहीं है। खारिज भूमि पर एम्स बनाना विधिसम्मत और न्यायसंगत नहीं है। सहरसा एम्स निर्माण के मानदंडों को पूरा करता है। सहरसा में सर्वोच्च न्यायालय से एम्स बनने की संभावना है। संघर्ष समिति से जुड़े विष्णुदत्त झा, डॉ. सुमन्त राव, अशोक कुमार झा, मो. गुड्डू, सुभाष गांधी, प्रवीण झा, धर्मदेव यादव, मो. सोनू, करण कुमार, कारी यादव, रमण ठाकुर ने एक स्वर में सर्वोच्च न्यायालय से सहरसा की जीत हो आशा जताए हैं।

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