कर्मचारी महासंघ भवन में बुद्धिजीवियों की हुई बैठक

अररिया:-बेहतर सामाजिक व्यवस्था और अच्छे समाज के निर्माण को लेकर रविवार को जिले के बुद्धिजीवियों और पत्रकारों की बैठक अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी सत्यन शरण ने की। जन सुराज विचार मंच के बैनर तले आयोजित परिचर्चा में अररिया के डॉक्टर, अधिवक्ता, इंजीनियर, समाजसेवी और पत्रकारों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य विषय था कि कैसे भ्रष्टाचार, पलायन, बेरोजगारी को दूरकर बच्चों के बेहतर शिक्षा की व्यवस्था की जाए। मौके पर इंजीनियर सुफियान अहमद ने कहा कि अगर बिहार की सूरत बदलनी है तो हमें अपने आप को बदलना होगा। अपनी सोच को बेहतर बनाना होगा तभी बदलाव संभव है।          अधिवक्ता एलपी नायक ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां विकास के नाम पर हमें ठगती आ रही है। इसलिए जरूरत है कि हमें विकल्प ढूंढने की, अगर जन सुराज बिहार में बदलाव करने की बात करती है तो उसको भी मौका दिया जा सकता है। कई वक्ताओं ने अपने संबोधन में बेरोजगारी, पलायन, बाढ़ जैसी स्थानीय समस्या को लेकर भी अपनी बातें रखी। कहना था कि ये समस्या अररिया जिले के लिए गंभीर स्थिति उत्पन कर रही है। जो इस इलाके के लोगों को रोजगार के लिए पलायन करने के लिए मजबूर करती है। लेकिन आजतक किसी भी राजनीतिक पार्टियों ने इसका समाधान नहीं निकाला है। कई वक्ता ने कहा कि जन सुराज क्या यहां की स्थानीय समस्याओं पर ध्यान देगी। कई बुद्धिजीवी ने कहा कि अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क दशकों से जर्जर है। इसपर किसी प्रशासनिक अधिकारी या फिर जनप्रतिनिधियों ने कोई ध्यान नहीं दिया है। जिस कारण आज लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो भी अररिया का भला करना चाहते हैं उनको इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। इस परिचर्चा में दर्जनों लोगों ने अपने प्रतिक्रिया दी। इस परिचर्चा में डॉ जाहिद अनवर, पंकज झा, परवेज आलम, अमित कुमार अमन, जशिम उद्दीन, विकास प्रकाश, तपेश कुमार यादव, राजीव सिंह, नसीम उद्दीन, कमर आलम, रंजीत कुमार यादव, साजिद आलम, अलाउद्दीन खान, चंदन कुमार लालू, रजी अनवर, हम्माद हैदर, कासिफ, जकीउल्होदा, रामाकांत जैसवाल, फैसल जावेद, डॉ रेशव राज, शिव कुमार भारती आदि शामिल थे।

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