पूर्व विधायक मो.यासीन के स्मृति में सेमिनार व मुशायरा का किया गया आयोजन
पूर्णियां रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का किया उद्घाटन
अररिया:-महिषाकोल यूथ फाऊंडेशन के बैनर तले जिला स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को महिसाकोल गांव में पूर्व विधायक मो.यासीन के स्मृति में सेमिनार सह मुशायरा का आयोजन किया गया। एकदिवसीय कार्यक्रम में जहां स्कूली बच्चों ने दिन में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी फिर दोपहर में वक्ताओं ने अररिया जिला बनाओ संघर्ष समिति के सचिव मोहम्मद यासीन और उनके साथियों के संघर्षों की गाथाओं का वर्णन किया। 14 जनवरी 1990 को याद करते हुए प्रखर वक्ता श्री अरसद अनवर अलीफ ने बताया कि उस वक्त जब अररिया जिला बनने की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र जी कर रहे थे तो आज भी उस समय के अखबार में प्रकाशित खबर जो आजतक वायरल है जो चीख-चीखकर गवाही देती है कि जिला बनाने में पूर्व विधायक मोहम्मद यासीन, पुर्व सांसद मोहम्मद हलीम, श्रीदेवी झा और रामेश्वर यादव ये चारों मुख्यमंत्री के साथ मंच पर हैं। जिला बनाओ संघर्ष समिति के स्थापना से लेकर जिला बनाये जाने के घोषणा तक जिला के इन सपूतों का बहुत संघर्ष और महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है जिसे नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता है। संध्या बेला सूफी गीत संगीत का बेहतरीन मंच सजा गायक रामानंद सागर और अलाउद्दीन खान और उम्मे ज़ैदी ने अपने मधुर संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शाम ढलते ही मुशायरे की महफ़िल सजी शमा रौशन मरहूम मोहम्मद यासीन की याद में आयोजित कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथि पूर्णिया रेंज के डी.आइ.जी. श्री प्रमोद कुमार मंडल ने किया इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अररिया ए.एस.पी. श्री राम पुकार सिंह, स्वर्गीय मो.यासीन के पुत्र डीएसपी कैसर यासीन, जावेद इकबाल, अवेश यासीन, प्रवेज़ आलम, जिला पार्षद शबा फैसल, फैसल जावेद यासीन,एवं आफताब फिरोज़ मंचासीन रहे। मुशायरे की निज़ामत शायर काज़मी पटनावी ने किया और देर रात तक सीमांचल के मशहूर शायर तबरेज़ हासमी, उत्तर प्रदेश से आई शायरा निकहत मुरादाबादी, सुल्तान जहां, पड़ोसी देश नेपाल से आए शायर फैयाज फैजी नेपाली,बारी ज़ख़्मी, इमरान हामिद के शायरी पर वाह-वाह होता रहा।
कार्यक्रम में मंच संचालन नरसिंह नाथ मंडल और मुशीर आलम ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर फाऊंडेशन के कार्यकर्ता मो.गाजी, पैगाम, अख्लाक, सरफराज नसीम, कौनेन, मो.नेहाल, ग़ालिब, तौफीक, नवेद सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।