जिला कृषि टास्क फोर्स की हुई मासिक समीक्षात्मक बैठक

सहरसा:- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा गरमा आच्छादन, उर्वरक, बीज वितरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना फार्मर रजिस्ट्री, कृषि यांत्रिकरण योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। गरमा मौसम में पाँच प्रकार का बीज मूँग, उड़द, मूँगफली, रागी मरूआ, कौनी, चीना, सावा, सूर्यमुखी तिल एवं जूट का प्राप्त लक्ष्य 2356.20 क्विंटल के विरूद्ध कुल प्राप्त 2355.96 क्विंटल बीज के आलोक में 2355.96 क्विंटल बीज का वितरण किसानों के मध्य कर दिया गया है, जो शत-प्रतिशत है।          गरमा बीज वितरण में जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिलाधिकारी द्वारा प्रशंसा की गई एवं इसी प्रकार कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। वर्त्तमान में जिलान्तर्गत उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में 104027 बैग यूरिया, 24248 बैग डीएपी, 47346 बैग एमओपी, 39664 बैग एनपीके एवं 8148 बैग एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक नमूना, कीटनाशी संग्रहित नमूना की समीक्षा के क्रम में अप्रैल 25 से जून 2025 तक कुल लक्ष्य 23 के विरूद्ध 12 नमूना संग्रहित किया गया। कीटनाशी नमूना का लक्ष्य प्राप्त नहीं है। बीज नमूना अप्रैल 25 से सितम्बर 25 तक कुल सर्विस नमूना का लक्ष्य 114 के विरूद्ध 11, अधिकारिक नमूना 14 के विरूद्ध 6 संग्रहित किया गया। ऑनलाईन बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रतिवेदन की समीक्षा के क्रम में बीज, उर्वरक अनुज्ञप्ति में निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पाया गया। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 79 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 05 प्रतिष्ठानांं में अनियमितता पायी गयी, जिसमें 04 अनुज्ञप्ति ररद्द किया गया है एवं 05 से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। सहायक निदेशक, रसायन, सहरसा के द्वारा अप्रैल माह का लक्ष्य 20 में 03 निरीक्षण एवं सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण द्वारा अप्रैल माह का लक्ष्य 20 में 0 निरीक्षण किया गया है जिसपर जिलाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त किया गया। निदेशित किया गया कि दिये गये लक्ष्य के अनुसार ससमय निरीक्षण करना सुनिश्चित करेगें।प्रखंडवार उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु मशीन एवं भौतिक रूप से उपस्थित उर्वरक की जाँच सभी संबंधित उर्वरक निरीक्षक से एक सप्ताह के अंदर कराते हुए प्रगति प्रतिवेदन से अवगत कराने हेतु निदेशित किया गया। लक्ष्य के अनुरूप कम निरीक्षण करने वाले निरीक्षकों को यथाशीघ्र नमूना लेने हेतु निदेशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा शत-प्रतिशत उर्वरक प्रतिष्ठानों पर दीवाल लेखन में संधारित रेट चार्ट में उर्वरक मूल्य तालिका के साथ संबंधित प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, पंचायत कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार का मोबाईल नम्बर अंकित कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही उर्वरक उपलब्धता की सूचना प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे, ताकि किसी प्रकार की परेशानी की स्थिति में किसान सीधे संपर्क स्थापित कर अपनी समस्या का निदान करा सके। सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण द्वारा बताया गया कि इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में कृषि यांत्रिकरण योजना में लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत जिले के सभी अंचल में फार्मर रजिस्ट्री का प्रारंभ हो गया है। सहरसा जिलान्तर्गत कुल 141 राजस्व ग्राम में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य किया जा रहा है। राज्य में फार्मर रजिस्ट्री कार्य में 6वॉ स्थान पर हैं। 6वॉ स्थान पर रहने के कारण की पृच्छा करने पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कुछ राजस्व कर्मचारी फार्मर रजिस्ट्री कार्य में सहयोग नहीं कर रहे हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया सहयोग नहीं करने वाले राजस्व कर्मी के संबंध में पत्र निर्गत करें और इसकी कॉपी राजस्व को दे ताकि उनके स्तर से संबंधित राजस्व कर्मी पर आवश्यक कार्रवाई की जाय। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत सभी प्रखंडों में कुल 287 आवेदन लंबित है। संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि अंचलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर सभी आवेदनों का निष्पादन करना सुनिश्चित करेगें साथ ही जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया प्रत्येक सप्ताह के शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सभी अंचलाधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेसिंग में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा नामित पदाधिकारी समीक्षा बैठक में भाग लेगें एवं संबंधित अंचलाधिकारी को उक्त के संबंध में सूचना देंगे। सहायक निदेशक उद्यान की समीक्षा के क्रम में उनके द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य प्राप्त नहीं है। मिट्टी जाँच प्रयोगशाला की समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 अंतर्गत कुल लक्ष्य 5618 जिला को प्राप्त होने की सूचना उपलब्ध कराया गया, सभी प्रखंडों में लक्ष्य का उपावंटन किया गया है। संबंधित कर्मी द्वारा मिट्टी नमूना संग्रह किया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया है कि संबंधित कर्मी से समन्वय स्थापित कर लक्ष्य के अनुसार मिट्टी नमूना प्राप्त कर प्रयोगशाला में जाँच करना कर संबंधित किसानों को मृदा स्वास्थय कार्ड उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि किसान ससमय खरीफ में फसलों की बुआई में उर्वरकों के प्रयोग के संबंध में जानकारी प्राप्त कर खेत में उपयोग कर सकें। उप परियोजना निदेशक, आत्मा द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य प्राप्त नहीं है। लघु सिंचाई अंतर्गत सहायक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 62 टयूबवेल में 49 कार्य कर रहे है, शेष 13 में यांत्रिक खराबी है, जिसमें 10 मुखिया से संबंधित है।जिलाधिकारी द्वारा संबंधितों से समन्वय स्थापित कर एक सप्ताह में सभी ट्यूबवेल को कार्यशील करने का निदेश दिया गया, साथ ही तत्संबंधी प्रतिवेदन आगामी बैठक में उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, सहरसा द्वारा गया कि खरीफ सिंचाई का कार्य जून माह में प्रारंभ होगा। सहकारिता की समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना अंतर्गत 452 के विरूद्ध 452 यंत्रों का क्रय कर लिया गया है एवं 452 यंत्रों का भौतिक सत्यापन कर लिया गया है। सब्जी उत्पादक सहकारी संघ 8 प्रखंडों में कार्यशील है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया जिलास्तरीय प्रशासनिक वाट्सएप ग्रुप पर फोटोग्राफ भेजना सुनिश्चित करेंगे। वित्तीय वर्ष 2025-26 में गेहूँ खरीद 29 किसानों से 58.680 डज् किया गया है। बहुत कम अधिप्राप्ति होने के संबंध में पृच्छा करने पर बताया गया कि गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य बाजार मूल्य से कम है। किसान अपना गेहूँ बाजार में ही विक्रय कर देते हैं। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ईयर टैगिंग में 780000 लक्ष्य के विरूद्ध 709412 उपलब्धी जो 90.95 प्रतिशत है। निदेशित किया गया कि सभी संबंधित घटकों का समीक्षा कर उपलब्धि बढ़ाने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करें।महाप्रबंधक उद्योग द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में योजनान्तर्गत कुल लक्ष्य 220 के विरूद्ध 248 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 5 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 0 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। योजना अंतर्गत कुल लक्ष्य 129 के विरूद्ध 656 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 117 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 87 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है।    जिलाधिकारी द्वारा महाप्रबंधक उद्योग को अधिक आवेदन लंबित रखने वाले संबंधित बैंकों के राज्य प्रमुख एवं महाप्रबंधक से जिलाधिकारी के स्तर से तथा विभाग के स्तर आवश्यक पत्राचार करने हेतु निदेशित किया गया, ताकि अधिकाधिक किसानां का लाभ हो तथा लक्ष्य की प्राप्ति संभव हो सके। गव्य विकास की समीक्षा के क्रम में जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि समग्र गव्य विकास योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल भौतिक लक्ष्य 90 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 19 आवेदन स्वलागत से 67 आवेदन कुल 86 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें स्वलागत से 19 आवेदन स्वीकृत किया गया है। देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल भौतिक लक्ष्य 36 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 11 आवेदन स्वलागत से 25 आवेदन कुल 36 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें बैंक के माध्यम से 01 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 09 आवेदन कुल 10 आवेदन स्वीकृत किया गया है। डीडीएम, नाबार्ड द्वारा बताया गया कि दो एफपीओ जिला में कार्यरत है, जो प्रखंड-सिमरी बख्तियारपुर एवं प्रखंड नवहट्टा में संचालित है। योजनान्तर्गत प्रखंड नवहट्टा में मखाना पॉपिंग एवं पैकेजिंग का व्यवसाय किया जा रहा है। कंपनी वर्ष 2024-25 में 24.15 लाख का व्यवसाय कर 28 हजार का प्रॉफिट कमाया। प्रखंड-सिमरी बख्तियारपुर में कंपनी वर्ष 2024-25 में कुल 42.55 लाख रूपये का व्यवसाय किया गया जिसमें कुल 32 हजार रूपये का प्रॉफिट कमाया।मापतौल की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि वार्षिक लक्ष्य 69 लाख के विरूद्ध कुल चालू माह में वसूली 2.40 लाख, जो 3.49 प्रतिशत है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि वसूली समयानुसार यथाशीघ्र किया जाय।कार्यपालक अभियंता, विद्युत, सदर, सिमरी बख्तियारपुर द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी। उनके द्वारा बताया गया कि कृषि कनेक्शन हेतु कुल 10 हजार का लक्ष्य प्राप्त है जिसके आलोक में 2500 कृषि कनेक्शन दिया गया है पृच्छा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि प्राप्त लक्ष्य वर्ष 2026 तक पूर्ण किया जाना है। जिलाधिकारी द्वारा ससमय लक्ष्य पूर्ण करते हुए राजस्व संग्रहण करने हेतु निदेशित किया गया। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में संचालित विभागीय योजनाओं के लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि कर ली गई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य प्राप्त नहीं है।         बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी, प्राचार्य मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, परियोजना निदेशक, आत्मा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सहाकारिता पदाधिकारी, जिला सांख्यकी पदाधिकारी, महाप्रबंधक उद्योग, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सहरसा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक, बीज विश्लेषण, अग्रणी बैंक प्रबंधक, सहरसा, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता, सिंचाई, कार्यपालक अभियंता, विद्युत, सदर, सिमरी, डीडीएम, नाबार्ड, जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय, सहरसा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सहरसा एवं सिमरी बख्तियारपुर एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहरसा आदि ने भाग लिया।

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