जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक

सहरसा:-जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा रबी आच्छादन/उर्वरक/बीज वितरण/ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना eKYC/कृषि यांत्रिकरण योजना संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। रबी आच्छादन में लगाये गये चना, तीसी एवं जई का स्थलीय निरीक्षण संबंधित अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं संबंधित कृषि समन्वयक से कराते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराने हेतु निदेशित किया गया। गरमा मौसम में पाँच प्रकार का बीज मूँग, उड़द, मूँगफली, रागी मरूआ, कौनी/चीना/सावा, सूर्यमुखी एवं तिल का प्राप्त लक्ष्य 1301.20 क्विंटल के विरूद्ध कुल प्राप्त 1248.62 क्विंटल बीज के आलोक में 937.14 क्विंटल बीज का वितरण किसानों के मध्य कर दिया गया है, जो 75 प्रतिशत है। गरमा बीज वितरण में सहरसा जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिलाधिकारी द्वारा प्रशंसा की गई एवं इसी प्रकार कार्य करने हेतु निदेशित किया गया। अभी जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में प्रखंडवार उपलब्ध है, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में 37734 बैग यूरिया, 17312 बैग डी0ए0पी0, 65484 बैग एम0ओ0पी, 45873 बैग एन0पी0के0 एवं 8925 बैग एस0एस0पी0 उपलब्ध है। उर्वरक नमूना की समीक्षा के क्रम में अप्रैल से मार्च 2025 तक का लक्ष्य 192 के विरूद्ध 169 नमूना संग्रहित किया गया है। ऑनलाईन बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रतिवेदन की समीक्षा के क्रम में बीज/उर्वरक अनुज्ञप्ति में निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पाया गया। उर्वरक प्रतिष्ठानों के निरीक्षण प्रतिवेदन की समीक्षा में कुल 375 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 27 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पायी गयी, जिसमें 04 की अनुज्ञप्ति निलंबित किया गया, 03 रदद् किया गया है एवं 27 से स्पष्टीकरण पृच्छा की गयी है। उर्वरकों की उपलब्धता के सत्यापन हेतु POS मशीन एवं भौतिक स्थिति की जांच तथा थौक उर्वरक विक्रेताओं के उर्वरकों की उपलब्धता की भौतिक जांच हेतु निदेशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा शत-प्रतिशत उर्वरक प्रतिष्ठानों पर दीवाल लेखन में संधारित रेट चार्ट में उर्वरक मूल्य तालिका के साथ संबंधित प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, पंचायत कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार का मोबाईल नम्बर अंकित कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही उर्वरक उपलब्धता की सूचना प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे। ताकि किसी प्रकार की परेषानी की स्थिति में किसान सीधे संपर्क स्थापित कर अपनी समस्या का निदान करा सके। सहायक निदेशक, यांत्रिकरण द्वारा बताया गया कि कृषि यांत्रिकरण योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 277.40 लाख का लक्ष्य के विरू़द्व 199.02 लाख की उपलब्धि प्राप्त है, जो 71.75 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत eKYC की समीक्षा के क्रम में दिनांक-28.02.25 को 76 तथा दिनांक-07.03.2025 को 75 निष्पादित पाया गया, केवल 01 की प्रगति होने पर जिलाधिकारी द्वारा खेद प्रकट किया गया। जिलाधिकारी द्वारा लंबित eKYC आवेदनों को एक सप्ताह के अंदर शत-प्रतिशत निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया। सहायक निदेशक उद्यान की समीक्षा के क्रम में उनके प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि मशरूम झोपड़ी में कुल लक्ष्य 15 के विरूद्ध 12 की उपलब्धि हुई है एवं मैरीगोल्ड एवं अन्य फूल में लक्ष्य 30 के विरूद्ध मात्र 18 एवं नारियल पौधा लक्ष्य 3000 के विरूद्ध मात्र 1530 उपलब्धि पायी गयी। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत कुल 365 एकड़ के विरूद्ध मात्र 86.07 एकड़ उपलब्धि पायी गयी। जिलाधिकारी द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि नहीं होने पर खेद प्रकट करते हुए प्रखंड-कहरा में उद्यान द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत लगाये गये सिंचाई अधिष्ठापन एवं मशरूम झोपड़ी के लाभुकों की सूची दो दिनों के अन्दर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया सहायक निदेशक रसायन की समीक्षा के क्रम में कुल लक्ष्य 9300 के विरूद्ध प्रयोगशाला में 9300 नमूना प्राप्त है, जिसमें 8885 नमूना के विश्लेषण उपरांत ऑनलाईन मृदा स्वास्थ्य कार्ड निर्मित है एवं 8772 कार्ड वितरित किया गया। लघु सिंचाई अंतर्गत सहायक अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 62 टयूबवेल में 48 कार्य कर रहे है, शेष 14 में यांत्रिक खराबी है, जिसमें 10 मुखिया से संबंधित है। जिलाधिकारी द्वारा संबंधितों से समन्वय स्थापित कर एक सप्ताह में सभी ट्यूबवेल को कार्यशील करने का निदेश दिया गया, तत्संबंधी प्रतिवेदन आगामी बैठक में उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, सहरसा द्वारा रबी सिंचाई अंतर्गत 7133 हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 2536 हेक्टेयर की उपलब्धि प्राप्त है। नहरों में अंतिम छोर तक पानी पहूँच रहा है। कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, सहरसा बिना सूचना के बैठक से अनुपस्थित पाये गये इस संबंध में स्पष्टीकरण पृच्छा करते हुए वेतन बंद करने हेतु निदेशित किया गया। सहकारिता की समीक्षा के क्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि राज्य फसल योजना रबी 2022-23 में कुल 22589 के विरूद्ध शत प्रतिशत सत्यापन पूर्ण कर लिया गया है। मुख्यमंत्री हरित कृषि सयंत्र योजना अंतर्गत 452 के विरूद्ध 452 यंत्रों का क्रय कर लिया गया है एवं 448 यंत्रों का भौतिक सत्यापन कर लिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा शेष लंबित यंत्रों का सत्यापन एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण करने का निदेश दिया गया। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्राप्त लक्ष्य नये तालाब का निर्माण, अर्द्वभूमि में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन, लघु आकार के आर0ए0एस0 का अधिष्ठापन, मत्स्य पालन हेतु लघु बायोफ्लॉक का अधिष्ठापन, आयुष प्लान्ट/कोल्ड स्टोरेज/जिंदा मछली विक्रय केन्द्र का निर्माण एवं अन्य घटकों लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि शून्य पायी गयी।जिलाधिकारी द्वारा खेद प्रकट करते हुए सभी घटकों में यथाषीघ्र प्रगति लाने हेतु निदेशित किया गया। आगामी बैठक में इसकी समीक्षा की जायेगी। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ईयर टैगिंग में 780000 लक्ष्य के विरूद्ध 709412 उपलब्धी जो 90.95 प्रतिशत है। निदेशित किया गया कि सभी संबंधित घटकों का समीक्षा कर उपलब्धि बढ़ाने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करें साथ ही काम नहीं करने वाले पशु चिकित्सक को अपने स्तर से स्पष्टीकरण की पृच्छा करें। जिलाधिकारी द्वारा के0सी0सी0 प्रगति की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस संबंध में खेद प्रकट करते हुए निदेशित किया गया कि आगामी बैठक में के0सी0सी0 प्रतिवेदन के साथ भाग लेंगे तथा संबंधित योजना में कम प्रगति वाले चिकित्सकों से स्पष्टीकरण पृच्छा एवं आवश्यक कार्रवाई करेंगे। महाप्रबंधक उद्योग द्वारा बताया गया कि PMFME योजनान्तर्गत में कुल लक्ष्य 220 के विरूद्ध 1264 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 168 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 75 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। PMEGP योजना अंतर्गत कुल लक्ष्य 129 के विरूद्ध 726 आवेदक बैंकों को अग्रसारित किया गया है, जिसमे बैंकों द्वारा 124 आवेदन स्वीकृत किया गया एवं 72 आवेदन बैंक द्वारा वितरित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा महाप्रबंधक उद्योग को अधिक आवेदन लंबित रखने वाले संबंधित बैंकों के राज्य प्रमुख एवं महाप्रबंधक से जिलाधिकारी के स्तर से तथा विभाग के स्तर आवश्यक पत्राचार करने हेतु निदेशित किया गया, ताकि अधिकाधिक किसानों का लाभ हो तथा लक्ष्य की प्राप्ति संभव हो सके। गव्य विकास की समीक्षा के क्रम में जिला गव्य विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि समग्र गव्य विकास योजना अंतर्गत कुल भौतिक लक्ष्य 85 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 500 आवेदन स्वलागत से 440 आवेदन कुल 940 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें बैंक को भेजे गए आवेदन 97 स्वलागत पर 66 आवेदन कुल 163 आवेदन बैंक को भेजे गए हैं, जिसमें बैंक के माध्यम से 8 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 42 आवेदन कुल 50 आवेदन स्वीकृत किया गया है। देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत कुल भौतिक लक्ष्य 37 के विरूद्ध बैंक ऋण हेतु 292 आवेदन स्वलागत से 251 आवेदन कुल 543 आवेदन प्राप्त हुए कुल 92 आवेदन बैंक को भेजे गए। जिसमें बैंक के माध्यम से 8 आवेदन स्वलागत के माध्यम से 18 आवेदन कुल 26 आवेदन स्वीकृत किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि समग्र गव्य विकास योजना तथा देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 के सभी लाभुकों की सूची दो दिनों के अन्दर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया।
मापतौल की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि वार्षिक लक्ष्य 69 लाख के विरूद्ध कुल वसूली 40.17 लाख, जो 58.22 प्रतिशत है। जिलाधिकारी द्वारा खेद प्रकट करते हुए राजस्व वसूली में तेजी लाने हेतु निदेशित किया गया। वित्तीय वर्ष समाप्ति पर आशातीत लक्ष्य प्राप्ति नहीं होने की स्थिति में निरीक्षक मापतौल के विरूद्ध विभाग को प्रतिवेदित करने हेतु निदेशित किया गया। कार्यपालक अभियंता, विद्युत, सदर/सिमरी बख्तियारपुर द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा वित्तीय वर्ष समाप्ति पर राजस्व संग्रहण ससमय पूर्ण करने हेतु निदेशित किया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, प्राचार्य मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, जिला मत्स्य पदाधिकारी, परियोजना निदेशक, आत्मा, महाप्रबंधक उद्योग, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, वरीय वैज्ञानिक -सह- प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सहरसा, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक, रसायन, सहायक निदेशक, बीज विश्लेषण प्रखंड उद्यान पदाधिकारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक, सहरसा, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, जिला परामर्शी, जिला कृषि कार्यालय, सहरसा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहरसा आदि ने भाग लिया।