अतुल कुमार अंजान के निधन से जमुई मर्माहत

जमुई:-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( सीपीआई) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान (70 वर्ष) का शुक्रवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। श्री अंजान पिछले एक महीने से एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। भारतीय वामपंथी राजनीति में उनका नाम काफ़ी चर्चित था। वह सामाजिक कार्याें में भी काफी सक्रिय रहे। किसानों और मजदूराें के लिये उनके द्वारा किये गये कार्यों की वजह से राजनेताओं के बीच उनकी अलग पहचान थी। वे प्रभावशाली भाषण देने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया था। उनके निधन से जमुई जिला के साथ देश मर्माहत है। जमुई की बेटी और जानी- मानी समाजसेविका डॉ. स्मृति पासवान ने अतुल कुमार अंजान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके चिर निद्रा में सो जाने से समाज के एक युग का अंत हो गया। उन्होंने अपने विलक्षण गुणों से समाज के परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाई। उनका जाना समाज के लिए अत्यंत दुखदायी है। एक महान समाजसेवी, उदार और विशाल हृदय वाला इंसान के साथ दूरदर्शी मानव को हमने खो दिया है। मैं उन्हें बारंबार नमन करती हूं। सीपीआई के वरिष्ठ नेता नवल किशोर सिंह ने कहा कि अतुल कुमार अंजान जैसे मानव को खोकर हर इंसान की आंखों में आंसू है। उन्होंने अपनी निष्ठा के बल पर देश स्तर पर अपना कद बड़ा किया जो अनुकरणीय है। वे बिरले मानव थे जिन्होंने समाज के हर वर्ग से स्नेह प्राप्त किया। उन्हें हृदयतल से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सीपीआई नेता गजाधर रजक, मुरारी तुरी, जयप्रकाश रावत, कैलाश सिंह समेत कई दलीय समर्थकों एवं बुद्धिजीवियों ने भी श्री अंजान के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें भाव-भीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की है।