जमुई में अजूबा करतब दिखा रहे हैं महान जादूगर हेमराज

जमुई:-उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का मशहूर जादूगर हेमराज का जादू शो जमुई शहर स्थित कमला टॉकीज में शुरू हो गया। सीबीएसई मान्यता प्राप्त प्रसिद्ध निजी शिक्षण संस्थान ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, सचिव कुसुम सिन्हा, प्राचार्य ऋतुराज सिन्हा, आचार्य प्रदिपानंद महाराज और राज्य उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर जादू शो का शुभारंभ किया।           निदेशक डॉ. सिन्हा ने बताया कि जिस तरह डांस या कोई कला वर्षों की मेहनत के बाद सीखते हैं उसी तरह जादू सीखने के लिए भी मेहनत करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि यह एक गजब का कला है। जादूगर इसके माध्यम से लोगों का मनोरंजन करते हैं। साथ ही धनोपार्जन के अलावे नाम और यश भी कमाते हैं। श्री सिन्हा ने जादूगर हेमराज के स्वर्णिम भविष्य की कामना की। राज्य उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार ने भगवान महावीर की पावन धरा पर जादूगर हेमराज का गर्मजोशी से इस्तकबाल करते हुए कहा कि वे परिपक्व मैजिशियन हैं। अजूबा, अनूठा, अनहोनी, अकल्पनीय, आश्चर्यजनक और अचंभित कर देने वाला करनामा का प्रदर्शन करना इनका विलक्षण गुण है।           जादू की दुनिया में हेमराज अब एक बड़ा नाम है। मैं इनकी प्रतिभा को सलाम करता हूं। सचिव कुसुम सिन्हा, प्रदिपानंद महाराज आदि ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया और जादूगर हेमराज को अद्भुत मैजिशियन की संज्ञा दी। उद्घाटन सत्र के बाद जादूगर हेमराज का कारनामा शुरू हुआ। इंद्रजाल ऐसा कि पलक झपकते आपकी आंखों के सामने से कुछ भी सामान गायब होने लगा। जादूगर ने पेपर को कई टुकड़ों में फाड़कर दिया और फिर उसको आंखों के सामने ही पूरा पेपर दिखा भी दिया। आप सोच रहे होंगे की यह हाथ की सफाई है लेकिन यह एक कला है। जिसे सरल भाषा में जादूगरी भी कहा जाता है। जमुई में शुरुआती दौर में ही हेमराज जादूगर ने अपनी जादूगरी से लोगों को दीवान बना दिया। इसीलिए इन्हें जादूगर डायमंड स्टार हेमराज कहते हैं जो अपनी उपमा आप हैं।                            जादूगरी के सशक्त हस्ताक्षर हेमराज लोगों को अपना मैजिक दिखाकर उनका खूब मनोरंजन कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जादूगर हेमराज देश के साथ विदेश में भी कई शो कर चुके हैं। जमुई में भी लोगों को हैरतअंगेज जादू के कारनामे दिखाकर मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। जादूगर हेमराज ने बताया कि जादूगर बनना आसान काम नहीं है। अखबार को कई टुकड़ों में फाड़ने के बाद पुन: उसे पूर्ण रूप से अखबार बना देना, सबके सामने लड़की को गायब करना, लड़की को दो टुकड़ों में विभक्त कर सभी को आश्चर्यचकित कर देना, लोहे का ब्लेड और धागा खाने के बाद गले से दर्जनों ब्लेड धागे में बंधे हुए एक साथ खींचकर गले से निकाल देना, इंद्रजाल जैसी कला एक दिन में कोई सीख नहीं सकता है।          यह वर्षों की मेहनत का फल है। ऐसा काम सिर्फ भगवान या फिर कोई जादूगर ही कर सकता है यह कला हिमालय में तप करने से नहीं आता है बल्कि इसके लिए साधक के रूप में कठिन मेहनत और लगातार प्रयास करना पड़ता है। लोग समझते हैं कि कोई भी काम जादूगर के लिए बाएं हाथ का काम होता है लेकिन इसके पीछे कितनी मेहनत करनी पड़ती है यह जादू दिखाने वाला ही जानता है। इसके लिए हमेशा रिहर्सल करते रहना पड़ता है तब जाकर कहीं आप एक सफल जादूगर बन सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोई मंत्र या विद्या से जादू नहीं दिखाते हैं।            जो सीखा है वही लोगों को दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि लोगों के जेहन से अंधविश्वास को खत्म करने के लिए अपनी कला के माध्यम से जागरूक करते हैं। उधर जमुई में लोगों की जुबान पर जादूगर हेमराज हैं। यहां उन्हें भरपूर प्यार मिल रहा है और दर्शक भी अच्छी तादात में आ रहे हैं। 19 मई जादू शो का अंतिम दिन है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com