आईएएस एस. सिद्धार्थ का दिखा नया अंदाज : कैनवास पर बिखेरा रंगों का जादू

‘अमलतास’ के कुदरती झूमर से सजी पटना की सड़कों को देख हुए फिदा 
पटना:-भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1991 बैच के तेज-तर्रार अधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ एकबार फिर सुर्खियों में हैं। जी हां, सादगी पसंद एस. सिद्धार्थ का एक और अलग अंदाज देखने को मिला है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं। निष्ठावान अधिकारियों में शुमार एस. सिद्धार्थ ने अपनी सलाहियत का एक और दमदार परिचय दिया है। उनके कलाकार रूप को देखकर लोग भी हतप्रभ है। उन्होंने खाली वक्त में खुद को प्रकृति के काफी करीब पाते हुए रंगों का जादू बिखेरा है।    कैनवास पर दिल मोह लेने वाला चित्र बनाया है। इस तस्वीर में उन्होंने हरसिंगार के फूलों की खूबसूरत ड्राइंग बनायी है, जिसे देखने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने कैमरे से पटना की सड़कों के किनारे की खूबसूरती को भी दर्शाया है, जहां ‘गोल्डेन शावर’ के नाम से मशहूर ‘अमलतास’ के कुदरती झूमर से राजधानी पटना की सड़कें सज गयी है। पेड़ों पर झूमर की तरह लटके हुए पीले फूल के गुच्छे लोगों को आकर्षित कर रहा है।अमलतास के पेड़ों पर जो पीले-पीले फूल दिख रहे हैं, वे गर्मी के दिनों में ही विशेषकर खिलते हैं।            इनकी खूबसूरती को आईएएस अधिकारी एस. सिद्धार्थ ने करीब से निहारते हुए बखूबी इसका बखान किया है। इसके साथ ही वे गुलमोहर की सौंदर्यता पर फिदा होते दिख रहे हैं।गौरतलब है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी एस. सिद्धार्थ अपनी सादगी को लेकर काफी सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में सड़क किनारे एक नाई से उन्हें बाल कटिंग करवाते देखा गया था।            इस दौरान बाल काटने वाले नाई को भी इसकी भनक नहीं लगी कि उनकी कुर्सी पर बैठा शख्स कौन है? उसे यह नहीं पता था कि सड़क किनारे बाल और दाढ़ी बनवा रहा शख्स बिहार सरकार की बेहद पावरफुल कुर्सी पर बैठने वाले आईएएस अधिकारी एस. सिद्धार्थ हैं। वे अक्सर पटना की सड़कों पर रिक्शों की सवारी करते भी दिख जाते हैं।    उनकी कई तस्वीरें हमेशा सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है। कभी सड़क किनारे जमीन पर बैठकर आम लोगों की तरह चाय पीते उन्हें देखा जा सकता है तो कभी सड़क किनारे ठेले पर नाश्ता करते। वहीं ठेले वाले के बर्तन से पानी लेकर पीते उनकी तस्वीर भी सामने आयी थी। वे कई मर्तबा सब्जी मंडी में भी दिख जाते हैं। हाथों में हरी सब्जी से भरा थैला लेकर खुद खरीदारी करते नजर आते हैं।    आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में डॉक्टरेट की डिग्री पाने वाले डॉ. एस. सिद्धार्थ इससे पहले गया में आम लोगों की तरह कचौड़ी-जलेबी और गोलगप्पे खाते नजर आए थे। वे रिक्शा वाले के संग घूमते और बात करते भी दिखते हैं। बिहार के आईएएस अधिकारी एस. सिद्धार्थ प्लेन उड़ाने के भी शौकीन हैं।         उन्होंने बकायदा इसकी ट्रेनिंग ली है। पिछले साल ही उन्होंने एक पिक्चर भी शेयर की थी और प्लेन उड़ाने का अनुभव साझा किया था।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com